दरोगा पर घनुष-बाण से हमले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया, क्यों चलाया तीर? हमलावर ने वजह बताई
लखनऊ में सीबीआई दफ्तर में तैनात दरोगा पर घनुष-बाण से हमले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इसमें हमलावर दरोगा पर बाण से हमला करता दिख रहा है। वहीं पकड़े गए हमलावर ने हमला करने की वजह भी बता दी है।

लखनऊ में सीबीआई दफ्तर की सुरक्षा में तैनात दरोगा पर घनुष-बाण से हमले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। सीसीटीवी में दिख रहा है कि आरोपी दिनेश मुर्मू ने पहला बाण मुख्य गेट पर मारा। बाण लगने के बाद दरोगा बचने के लिए अंदर भागा, लेकिन आरोपी वहां भी पहुंच गया और अंदर घुसकर दूसरा बाण भी मारा। हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने मारपीट कर उसे पकड़ लिया। उधर, हमला करने वाले दिनेश मुर्मू को अपने किए पर पछतावा नहीं है। हजरतगंज कोतवाली में पूछताछ के दौरान दिनेश ने कहा कि वह दस दिन पहले भी दफ्तर आया था। वीरेंद्र ने अंदर जाने नहीं दिया। धक्का देकर भगाया था।
अपमान मुझे बर्दाश्त नहीं होता। सोचा लिया था कि बदला लेना है। दरोगा को सबक सिखा कर रहूंगा। इसलिए धनुष-बाण मैं घर से ही लेकर आया था। मुझे कोई अफसोस नहीं है। दिनेश ने पुलिस को बताया कि मैंने ही सीबीआई को भ्रष्टाचार की सूचना दी थी, पर मुझे ही आरोपित बना दिया गया। नौकरी चली गई। परिवार का जीवन यापन करना भी मुश्किल हो गया। हजरतगंज पुलिस के साथ अन्य एजेसियों ने भी आरोपित से पूछताछ की। इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया।
पहले भी दफ्तर आया पर दरोगा मिला नहीं: दिनेश ने पुलिस को बताया कि लखनऊ आने के बाद चारबाग स्टेशन पर ही रुका था। वह दरोगा वीरेंद्र को तलाशते हुए सीबीआई दफ्तर गया पर उसे दिखा नहीं। शुक्रवार को दोबारा सीबीआई दफ्तर पहुंचा, जहां वीरेंद्र के नजर आने पर बाण से हमला किया था। इसको लेकर सवाल भी खड़ा हो रहा। शहर में धारा 163 भी प्रभावी है, जिसमें घातक हथियार लेकर चलने पर रोक है। इसके बाद भी चारबाग से हजरतगंज सीबीआई दफ्तर पहुंचने के रास्ते में कहीं भी उसे रोका नहीं गया। वहीं, रेलवे से बर्खास्तगी के बाद से ही दिनेश मुर्मू काफी परेशान था। यह दावा उसकी पत्नी रिपिया ने किया।
नक्सलियों से संबंध का गहराया शक
पूछताछ के बाद दिनेश मुर्मू को जेल भेजा गया। इससे पहले सीबीआई, पुलिस के साथ अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने आरोपित से पूछताछ की। धनुष और बाण के संबंध में पूछने पर दिनेश ने कहा कि उसके समुदाय में इन हथियारों का इस्तेमाल आम बात है। परिवार में पहले से ही धनुष था। वहीं, हमला करने के लिए बाण को उसने तैयार किया था। करीब दस दिन से वह बाण के फल पर धार लगा कर उसे नुकीला बना रहा था। डीसीपी पूर्वी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि दरोगा वीरेंद्र ने मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपित दिनेश के पास से पुलिस को धनुष और पांच बाण मिले थे। शनिवार को न्यायालय के समक्ष पेश करने के बाद दिनेश मुर्मू को जेल भेजा गया है।
परिवार से सम्पर्क का प्रयास किया गया
दिनेश बिहार के मुंगेर का रहने वाला है। परिवार में पत्नी रिपिया देवी और बेटा शिवांशु हैं। उनसे हजरतगंज पुलिस ने सम्पर्क करने का प्रयास किया। सफलता नहीं मिलने पर बिहार पुलिस से मदद मांगी गई है।