प्रयागराज में ट्रेन पलटाने की साजिश, ट्रैक पर रखा लोहे का खंभा; बाल-बाल बची मालगाड़ी
- लोको पायलट की नजर रेलवे लाइन पर रखे लोहे के खंभे पर पड़ी तो उनके होश उड़ गए। लोको पायलट ने तत्काल इमरजेंसी ब्रेक लगाकर मालगाड़ी रोकी। इसके बाद लखनऊ मंडल के कंट्रोल रूम को फोन कर सूचना दी। ट्रेन मैनेजर प्रवीण कुमार की मौजूदगी में खंभे को रेलवे ट्रैक से हटाया गया।

यूपी में एक बार फिर ट्रेन पलटाने की साजिश सामने आई है। प्रयागराज-लखनऊ रेलवे ट्रैक पर शनिवार को भोर में लोको पायलट की सतर्कता से मालगाड़ी हादसे का शिकार होने से बच गई। रेलवे ट्रैक पर रखा लोहे का खंभा देखकर पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर मालगाड़ी रोक दी। आननफानन में ट्रैक से खंभा हटाकर मालगाड़ी को रवाना किया गया। आरपीएफ में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
फाफामऊ-अटरामपुर रेलखंड में गद्दोपुर ज्ञानकुंज कॉलोनी के सामने रेलवे ट्रैक पर किसी ने सोलर लाइट का खंभा रख दिया था। शनिवार की भोर लगभग चार बजे ऊंचाहार की ओर से मालगाड़ी जा रही थी। लोको पायलट संजय शर्मा की नजर रेलवे लाइन पर रखे लोहे के खंभे पर पड़ी तो उनके होश उड़ गए। लोको पायलट ने तत्काल इमरजेंसी ब्रेक लगाकर मालगाड़ी रोकी।
इसके बाद लखनऊ मंडल के कंट्रोल रूम को फोन कर सूचना दी। ट्रेन मैनेजर प्रवीण कुमार की मौजूदगी में खंभे को रेलवे ट्रैक से हटाया गया। घटनास्थल पर आरपीएफ चौकी इंचार्ज संजय कुमार राय और फाफामऊ थानाध्यक्ष अश्वनी सिंह भी पहुंच गए। आरपीएफ ने स्टेशन अधीक्षक अर्जुन तिवारी की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
कहीं साजिश तो नहीं
कुछ लोग इस घटना को ट्रेन पलटाने की साजिश भी बता रहे हैं। दरअसल, पिछले साल सितंबर में प्रदेश में लगातार कई जगह रेलवे लाइन पर गैस सिलेंडर, लोहे के खंभे व भारी-भरकम पत्थर रखकर ट्रेनों को दुर्घटनाग्रस्त करने की साजिश के मामले सामने आए थे। उस वक्त इस ट्रैक भी इस तरह की घटना हुई थी। तब एडीजी रेलवे प्रकाश डी ने रेलवे लाइन किनारे सुरक्षा बढ़ाने और आसपास रहने वाले लोगों की जन्मकुंडली खंगालने का आदेश दिए थे।