Celebration of Lord Parshuram Jayanti by All India Brahmin Unity Council in Deoria समारोह पूर्वक मनाई गई भगवान परशुराम की जयंती, Deoria Hindi News - Hindustan
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समारोह पूर्वक मनाई गई भगवान परशुराम की जयंती

Deoria News - देवरिया में अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद द्वारा भगवान परशुराम की जयंती मनाई गई। मुख्य अतिथि सदर सांसद शशांक मणि ने भगवान के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने भगवान परशुराम के शस्त्र और...

Newswrap हिन्दुस्तान, देवरियाThu, 1 May 2025 12:10 PM
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समारोह पूर्वक मनाई गई भगवान परशुराम की जयंती

देवरिया, हिन्दुस्तान टीम। सोन्दा स्थित शहर के एक मैरेज हाल में अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद के तत्वाधान में बुधवार को भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम की जयंती मनाई गई। मुख्य अतिथि सदर सांसद शशांक मणि ने भगवान परशुराम के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर समस्त समाज के मंगल की कामना की। गोष्ठी में उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम शस्त्र और शास्त्र के महान ज्ञाता थे। भगवान विष्णु के ब्राह्मण योद्धा अवतार के रूप में पूजे जाते हैं। उनकी जयंती प्रार्थनाओं, धार्मिक अनुष्ठानों के साथ मनाई जाती है। उन्होंने कहा कि महाभारत और विष्णुपुराण के अनुसार परशुराम का मूल नाम राम था किन्तु जब भगवान शिव ने उन्हें अपना परशु नामक अस्त्र प्रदान किया तभी से उनका नाम परशुराम हो गया।

पितामह भृगु द्वारा सम्पन्न नामकरण संस्कार के अनन्तर राम कहलाए। वे पुरुषों के लिये आजीवन एक पत्नीव्रत के पक्षधर थे। उन्होंने अत्रि की पत्नी अनसूया, अगस्त्य की पत्नी लोपामुद्रा व अपने प्रिय शिष्य अकृतवण के सहयोग से विराट नारी-जागृति-अभियान का संचालन भी किया था। उन्होंने कहा कि सहस्रार्जुन ने परशुराम के पिता जमदग्नि के आश्रम में एक कपिला कामधेनु गाय को देखा और उसे पाने की लालसा से वह कामधेनु को बलपूर्वक आश्रम से ले गया। जब परशुराम को यह बात पता चली तो उन्होंने पिता के सम्मान के खातिर कामधेनु वापस लाने की सोची और सहस्रार्जुन से उन्होंने युद्ध किया। युद्ध में सहस्रार्जुन की सभी भुजाएँ कट गईं और वह मारा गया। तब सहस्रार्जुन के पुत्रों ने प्रतिशोधवश परशुराम की अनुपस्थिति में उनके पिता जमदग्नि को मार डाला। परशुराम की माँ रेणुका पति की हत्या से विचलित होकर उनकी चिताग्नि में प्रविष्ट हो सती हो गयीं। इस घोर घटना ने परशुराम को क्रोधित कर दिया और उन्होंने संकल्प लिया कि मैं सभी क्षत्रियों का नाश करके ही दम लूंगा। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण सर्व समाज का पथ प्रदर्शक होता है तथा अपने ज्ञान के बल पर समाज को नई दिशा दिखाने का कार्य करता है। इसलिए भगवान परशुराम के आदर्शो को हमे आत्मसात करना चाहिए और उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। संचालन पंकज शुक्ला ने किया। इस दौरान सुनील पांडे, किसान मोर्चा के क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी संजय तिवारी, सनत कुमार पांडे, जिला मीडिया प्रभारी प्रभाकर तिवारी, अजय तिवारी, अर्चना पांडे, मारकंडे पति तिवारी, जयप्रकाश त्रिपाठी, अनिल त्रिपाठी, पंकज शुक्ला, विपिन दुबे, दुर्गेश तिवारी, मारकंडे मिश्रा, विनोद मिश्रा, बादशाह प्रेमी, अनिल चतुर्वेदी, चंदन तिवारी, आलोक रंजन मिश्रा, शरद तिवारी अंटू , बृजनाथ पति तिवारी, मुन्ना मवाली, दिवाकर मिश्रा, मनोज तिवारी मृदुल, अजय उपाध्याय आदि मौजूद रहे

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