आपरेशन कब्जा मुक्ति: रुद्रपुर के बारडीहा पहुंची डीएम, लोगों ने किया स्वागत
Deoria News - देवरिया में 'आपरेशन कब्जा मुक्ति' के तहत डीएम दिव्या मित्तल ने अतिक्रमण हटाने के लिए ग्रामीणों का स्वागत किया। ग्रामीणों ने स्वेच्छा से अपनी भूमि दान दी, जिससे 40 साल पुराने विवाद का समाधान हुआ।...
देवरिया, निज संवाददाता। जिले में संचालित हो रहे आपरेशन कब्जा मुक्ति के तहत डीएम दिव्या मित्तल शनिवार को रुद्रपुर तहसील के बारडीहा पहुंची, डीएम का ग्रामीणों ने ढोल-तासा के साथ न केवल स्वागत किया, बल्कि खुद ही अतिक्रमण हटा लिया। साथ ही साथ स्वेच्छा से अपनी भूमि भी सड़क के लिए दान दी। जिससे एक दर्जन से अधिक परिवारों को पहली बार मार्ग मिला और 40 वर्ष पुराने विवाद का समाधान हो गया। बेहतर प्रयास करने वाले ग्रामीणों का डीएम ने फूल-माला पहनाकर स्वागत किया। डीएम ग्रामीणों के इस कार्य से खुश नजर आई। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन कब्जामुक्ति अभियान को जन सहभागिता के माध्यम से बड़ी सफलता मिली है। अब तक जिले के 501 गांवों में 885 से अधिक गाटों को अवैध अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है। सलेमपुर तहसील में 138 ग्रामों के 180 गाटे, रुद्रपुर तहसील में 111 ग्रामों के 174 गाटे, देवरिया सदर तहसील में 93 ग्रामों के 201 गाटे, बरहज तहसील में 82 ग्रामों के 190 गाटे तथा भाटपाररानी तहसील में 77 ग्रामों के 140 गाटे कब्जा मुक्त कराए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि अभियान शांतिपूर्ण रहा और लोगों का अपार समर्थन मिला। कहीं भी बल प्रयोग की स्थिति नहीं आई और लोगों ने स्वप्रेरणा से अपने कब्जे हटाए अभियान के तहत कई ऐसे मार्गों से अवैध अतिक्रमण को हटाया गया जो लोगों के स्मृति से ही लुप्त हो चुके थे। एसडीएम रुद्रपुर हरिशंकर लाल, तहसीलदार चंद्रशेखर समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
अभियान से सुलझे वर्षों पुराने मामले
आपरेशन कब्जा मुक्ति अभियान न केवल भूमि को कब्जा मुक्त कराने में सफल रहा, बल्कि जनता के सहयोग से वर्षों पुराने विवादों का भी निस्तारण हुआ। भाटपाररानी के रघुनाथपुर में स्थित चकमार्ग संख्या 184 से अतिक्रमण हटाया गया। इस कार्रवाई से ग्राम कोढिलवा, धरहनिया, रुस्तम बहियारी एवं सुकवा की लगभग 10 हजार की आबादी को सलेमपुर-मै़रवा मुख्य मार्ग से जोड़ने का मार्ग सुलभ हो गया। इसी तरह सलेमपुर तहसील के पुरैना में 70 वर्ष से चले आ रहे अवैध कब्जे को जनसहयोग से हटाया गया। यह मार्ग पुरैना, जमुआ, जमई और पतालपुर कोल्हुआ गांवों को सीधे देवरिया-सलेमपुर बाईपास से जोड़ेगा। इसी तरह खरदहा घनश्याम में चकबंदी पूर्व से अवैध कब्जा हटाया गया।
रुद्रपुर तहसील के विट्ठलपुर में चकमार्ग गाटा संख्या 190, 204, 210 और 225 पर जोत के रूप में वर्षों से कब्जा था, जिसे कब्जेदारों द्वारा स्वप्रेरणा से खाली कराया गया। इससे विट्ठलपुर, मठिया, भरोहिया एवं सोनबरसा गांवों के लिए वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध हो गया, जिससे लगभग 3500 लोग लाभान्वित होंगे। वहीं बांकी सिंगही के गाटा संख्या 743 पर स्थित चकमार्ग से भी अवैध कब्जा हटाया गया। इस मार्ग के साथ-साथ भूमिगत नाली का भी निर्माण कराया गया, जिससे आवागमन व जल निकासी की वर्षों पुरानी समस्या का समाधान हो गया। बरहज तहसील के बनकटिया में गाटा संख्या 37 का चकमार्ग चकबंदी के समय से ही कब्जे में था। इस कब्जामुक्ति से मिर्जापुर, खेरिया और मोहांव के लगभग 4500 लोग लाभान्वित हुए हैं। देवरिया तहसील के चरियांव बुजुर्ग में चकमार्ग गाटा संख्या 740 पर जोत के रूप में कब्जा था। वहां पिछले 12 वर्षों से सीमांकन को लेकर विवाद चल रहा था। जनसहयोग से मार्ग को कब्जामुक्त कर विशुनपुरा व चरियांव बुजुर्ग के लगभग 1500 लोग गौरी बाजार-हाटा मुख्य मार्ग से जुड़ सकेंगे।
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