राजस्थान से पकड़ाया डॉक्टर डेथ कासगंज की हजारा नहर के मगरमच्छों को खिलाता था लाशें, जांच शुरू
एक बार फिर डॉक्टर डेथ पकड़ लिया गया है। सैकड़ों लोगों की हत्या का आरोपी डॉक्टर ज्यादातर लाशों को यूपी के कासगंज की हजारा नहर में फेंकता और मगरमच्छों को खिला देता था।

दौसा राजस्थान के आश्रम में साधु बनकर रह रहा सीरियल किलर डॉक्टर डेथ देवेंद्र शर्मा किडनी रैकेट चलाते हुए टैक्सी चालकों की हत्या कर कासगंज की हजारा नहर में लाशों को फेंक देता था। कासगंज की यह हजारा नहर सीरियल किलर देवेंद्र शर्मा के गृह क्षेत्र छर्रा अलीगढ़ से काफी पास पड़ती है। क्राइम ब्रांच की पूछताछ में सीरियल किलर डॉक्टर डेथ ने यह खुलासा किया कि लोगों की हत्या करने के बाद उनके शवों को मगरमच्छों को खाने के लिए कासगंज की हजारा नहर में फेंक देता था। पूछताछ में यह खुलासा करने के बाद क्राइम ब्रांच की जांच में कासगंज की हजारा नहर भी आ गई है। वहीं इस बात की जानकारी सामने आने के बाद कासगंज में हजारा नहर के आसपास इलाकों में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। आपको बता दें कि कासगंज में होकर बहने वाली हजारा नहर में काफी संख्या में मगरमच्छ हैं।
दिल्ली की पुलिस की क्राइम ब्रांच ने टैक्सी चालकों की हत्या कर कासगंज की हजारा नहर में मगरमच्छों को खिलाने वाले सीरियल किलर आयुर्वेदिक डॉक्टर देवेन्द्र शर्मा को गिरफ्तार किया। अपराधिक दुनिया में उसे डॉक्टर डेथ के नाम से जाना जाता है। पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी देवेंद्र पर हत्या के अलावा किडनी रैकेट में शामिल होने का आरोप है।
125 से अधिक किडनी प्रत्यारोपण का भी आरोप
उस पर दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 50 से अधिक टैक्सी चालकों की हत्या करने के साथ 1994 से 2004 के बीच अवैध रूप से 125 से अधिक किडनी प्रत्यारोपण करवाने का भी आरोप है। देवेंद्र शर्मा पेरोल लेकर फरार होने के बाद राजस्थान के दौसा के एक आश्रम में पुजारी बनकर रह रहा था। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर उसके नेटवर्क को खंगाल रही है।
पुलिस के हत्थे चढ़ा 67 वर्षीय देवेंद्र शर्मा अलीगढ़ छर्रा का रहने वाला है। उसके खिलाफ हत्या, अपहरण, लूट समेत 27 अपराधिक मामले दर्ज हैं। उसे दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा में सात अलग अलग मामलों में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। क्राइम ब्रांच की पूछताछ में आरोपी ने 50 से अधिक लोगों की हत्या की वारदात कबूल की है। अपराधिक मामलों के सार्वजिनक होने के बाद 2004 में उसकी पत्नी बच्चों ने उसे छोड़ दिया था। वह वर्ष 2023 में तिहाड़ जेल से पेरोल मिलने के बाद फरार हो गया था।
कई मामलों में उम्रकैद और फांसी की सजा
वर्ष 1998 से 2004 के बीच इसने 125 लोगों का अवैध रूप से डॉ. अमित के साथ मिलकर किडनी ट्रांसप्लांट भी करवाया। 2004 में इसकी गिरफ्तारी के बाद सीरियल किलिंग व किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट का खुलासा हुआ। देवेंद्र के खिलाफ 21 हत्याओं के मामले में आरोप पत्र दाखिल हो चुके हैं। दिल्ली के सात मामलों में उसे उम्र कैद और गुरुग्राम के एक मामले में फांसी की सजाई सुनाई जा चुकी है।
पैरोल पर बाहर आया, बाबा बन आश्रम में छिपा
दो साल पहले डॉक्टर डेथ दो माह के लिए पैरोल पर बाहर आया था। इसके बाद उसने सरेंडर नहीं किया। बाद में वह राजस्थान के दौसा में एक आश्रम में बाबा बनकर रह रहा था। अपराध शाखा की टीम ने उसे दौसा से गिरफ्तार किया है। डॉ.देवेंद्र बीएएमएस डॉक्टर है। करीब एक दशक उसने राजस्थान में अपना खुद का अस्पताल भी चलाया था।
छह महीने बाद पुलिस को मिली लोकेशन
3 अगस्त 2023 को उसे जेल में सरेंडर करना था। टीम ने अलीगढ़, जयपुर, दिल्ली के अलावा कई दूसरे राज्यों में जाकर पड़ताल की। करीब छह माह तक टीमें जयपुर, दिल्ली, अलीगढ़, आगरा और प्रयागराज की खाक छानती रहीं। इस बीच उसकी लोकेशन दौसा राजस्थान की मिली। एक टीम को फौरन दौसा भेजा गया।
पहले भी तोड़ चुका है पैरोल
आरोपी वहां एक आश्रम में बाबा बनकर रह रहा था। उसकी पहचान को पुखता करने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वर्ष 2020 में भी वह पैरोल लेकर गायब हो गया था। उस समय छह माह बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर वापस जेल अधिकारियों के हवाले कर दिया था।