यूपी में हिली धरती, इन जिलों में महसूस हुए झटके तो घरों से बाहर भागे लोग, घनघनाने लगे फोन
- नेपाल के पश्चिमी क्षेत्र में शुक्रवार शाम को लगातार दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेपाल में आए भूकंप का असर यूपी के तीन जिलों में भी देखने को मिला है।

नेपाल के पश्चिमी क्षेत्र में शुक्रवार शाम को लगातार दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेपाल में आए भूकंप का असर यूपी के तीन जिलों में भी देखने को मिला है। गोरखपुर, सिद्धार्थनगर और महाराजगंज में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए हैं। सिद्धार्थनगर की बात करें तो यहां 7.56 बजे भूकंप का झटका महसूस किया गया। झटके का अहसास होते ही लोग घरों के बाहर भागने लगे और सुरक्षित स्थान पर काफी देर रुके रहे। इसी दौरान फोन की एक-दूसरे का हालचाल लेने के लिए फोन की घंटियां घनघनाने लगीं। कुछ ही सेकेंड भूकंप रहने के बाद खत्म हो गया।
घरों से बाहर निकले लोग काफी देर इंतजार करने के बाद स्थिति सामान्य होने पर घरों के अंदर गए। शहर में जिन लोगों को भूकंप का झटका महसूस हुआ वह तुरंत घरों से बाहर निकल गए। वहीं बहुत से लोगों का अहसास ही नहीं हुआ। सिद्धार्थनगर जिले के रहने वाले राजकुमार अग्रहरि ने बताया कि वह घर में बैठकर टीबी देख रहे थे। अचानक तेज झटके का अहसास हुआ। परिवार के सदस्यों को भूकंप आने की सूचना देकर सभी को बाहर निकलने की बात कह कर वह निकल गए। काफी देर बाहर रहने के बाद स्थिति सामान्य होने पर वापस घर में लौटे।
गोरखपुर में रिक्टर स्केल पर तीव्रता पांच मापी गई
गोरखपुर में भूकंप का झटका महसूस होते ही शुक्रवार की रात आठ बजे लोगों के फोन घनघनाने लगे। लोग एक-दूसरे से पूछते रहे कि भूकंप आया क्या? सामने वाले भी यह बताते रहे कि मुझे भी महसूस हुआ। करीब 35 सेकेंड धरती हिली। बिस्तर व कुर्सी पर बैठे लोगों को ऐसा अहसास हुआ, जैसे कोई उनकी कुर्सी व बिस्तर को हिला रहा है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5 मापी गई। हालांकि, पुलिस व प्रशासन को कहीं पर भी कोई कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। दरअसल, हाल के दिनों में म्यानमार सहित कुछ देशों में भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। इस वजह से हल्के से झटके ने लोगों को डरा दिया है।
गोलघर के व्यापारी दीपक जायसवाल ने बताया कि पहले तो उन्होंने समझा कि कोई हिला रहा है। दुकान के कर्मचारी शोर मचाने पर हम लोग बाहर निकले। तब तक भूकंप का झटका थम चुका था। शाहपुर निवासी श्वेता सिंह ने बताया कि पति के लिए वह चाय बना रही थीं। अचानक उन्हें लगा कि धरती हिल रही है। जैसे ही वह शोर मचाती हुई किचन से बाहर निकली तब तक सब सामान्य हो चुका था। तिवारीपुर निवासी शमशाद ने बताया कि वह लेटे थे, अचानक उन्हें लगा कि कोई उनका बिस्तर हिला रहा है। जब तक उठकर भागे स्थित सामान्य हो गई। कोतवाली, तिवारीपुर, गोरखनाथ, रुस्तमपुर क्षेत्र में दशहतजदा लोग दोबारा भूकंप आने के डर से देर रात तक सड़क पर टहलते रहे।
भूकंप आने के बाद सोशल मीडिया पर हलचल
भूकंप आने के बाद सोशल मीडिया पर भी हलचल बढ़ गई। कुछ लोग भूकंप के झटकों को काफी तेज बता रहे थे। कुछ का कहना था कि उन्हें पता ही नहीं चला कि भूकंप आया है। कई लोगों ने ट्वीट करके सवाल भी किया क्या आपने भूकंप के झटके महसूस किए हैं।
25 अप्रैल 2015 को आए थे तेज झटके
अप्रैल 2015 में एक ही दिन में सात घंटे में चार बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। पहली बार 7.8 थी तीव्रता। नेपाल में भारी तबाही मची थी। गोरखपुर जोन में छह की मौत हो गई थी। इसके बाद 2016 और फिर 2020, वर्ष 2023 में भूकंप आया था।
अचानक कुत्ते भौंकने लगे
भूकंप आने से चंद मिनट पहले कुत्ते भोंकने लगे थे। रुस्तमपुर के उमाशंकर बताते हैं, वह अपने दुकान पर बैठे थे। अचानक कुछ सेंकेड के लिए झटका महसूस हुआ, लेकिन यह नहीं समझ पाए कि भूकंप था। बाद में पता चला कि भूकंप आया था। लेकिन, अचानक कुत्ते भौंकने लगे थे।
भूकंप आए तो भूलकर न करें ये गलतियां
- अगर भूकंप आता है तो गलती से भी घर में या ऐसी जगह पर न रहें जहां ऊपर छत है। जैसे, दफ्तर, घर, दुकान आदि
- लिफ्ट का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए इसकी जगह पर आप सीढ़ियों से बाहर खुली जगह पर चले जाएं
- कई लोग अपना जरूरी सामान लेने लगते हैं, ऐसी गलती न करें और सीधे घर से बाहर चलें जाएं
- बाहर खुली ऐसी जगह पर न खड़े हों जहां पर बिजली की लाइनें हों
- अगर आपके आसपास बहुत सारे पेड़ हैं तो ऐसी जगह पर खड़े होने से भी बचना चाहिए
- छोटे बच्चों को भूकंप आने पर अकेले न छोड़ें और उन्हें साथ लेकर जाएं।
इन बातों का रखें विशेष ध्यान
- भूकंप आने पर अगर आप घर के अंदर हैं और बाहर नहीं निकल सकते हैं तो किसी मजबूत टेबल या किसी फर्नीचर के नीचे छिप जाएं। हालांकि, कंपन कम होने पर या बंद होने पर धीरे-धीरे घर से बाहर जरूर निकल जाएं
- कमरे के किसी कोने में या दरवाजे की चौखट के नीचे खड़े होकर सुरक्षित रह सकते हैं
- अगर भूकंप आता है तो घर से तुरंत बाहर निकलें और सीढ़ियों का इस्तेमाल करके सीधे किसी खुली जगह पर जाएं
- अगर आप चलती गाड़ी में हैं तो अपनी गाड़ी को तुरंत रोकें और गाड़ी में ही रह सकते हैं
- किसी पुल या रैंप पर गाड़ी खड़ी करके न रुकें, इसकी जगह पर किसी नॉर्मल सड़क पर गाड़ी को रोकें।