वित्तीय घोटाले की जांच करने करने गए अधिकारियों से ग्रामीणों ने की नोकझौंक
Etah News - अवागढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत बराभौंडेला में पिछले चार महीने से भ्रष्टाचार की जांच चल रही है। ग्राम प्रधान के वित्तीय अधिकार खत्म कर दिए गए हैं। ग्रामीणों ने जांच अधिकारियों के साथ नोकझोंक की, जबकि...

अवागढ़ ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत बराभौंडेला पिछले चार महीने से सुर्खियों में है। पिछले महीने भ्रष्टाचार के आरोप में ग्राम प्रधान के वित्तीय अधिकार खत्म कर पंचायत के खातों को सीज किया गया था। साथ ही रिकवरी के लिए तीन सदस्य टीम का गठन किया गया था। जांच अधिकारी पुलिब बल के साथ ग्राम पंचायत पहुंचे तो अधिकारियों की ग्रामीणों से नोकझोंक हुई। ग्राम पंचायत बराभौंडेला में हुए वित्तीय घोटाले की जांच करने लिए डीएम प्रेम रंजन सिंह द्वारा नामित किए गए जिला ग्राम्य विकास अभिकरण परियोजना निदेशक सुरेंद्र कुमार गुप्त, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग एई संतोष कुमार एवं ग्राम पंचायत सचिव संतोष यादव गुरुवार को जांच के सिलसिले में ग्राम पंचायत पहुंचे। ग्रामीणों ने ठीक से जांच न करने का आरोप लगाते हुए अधिकारियों के साथ नोकझोंक की। अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल देख के ग्रामीण शांत हो गए। बताते चले के दिसंबर में दीपक पुत्र राजवीर सिंह ने ग्राम प्रधान जरीना और पंचायत सचिव के खिलाफ विकास कार्यों में अनियमितताएं और भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। इसकी जांच आठ जनवरी को गांव में की गई। इसको लेकर दोनों पक्षों में लाठी-डंडे चले। प्रधान पति राज़ुद्दीन व अन्य लोगों के खिलाफ थाना अवागढ़ पर मुकदमा लिखा गया। जांच टीम ने डीएम को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसके आधार पर ग्राम प्रधान के वित्तीय अधिकार सीज कर दिए गए। जांच को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है।
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