Fraud crores name army recruitment used to call himself colonel STF caught the former army man सेना में भर्ती के नाम पर की करोड़ों की धोखाधड़ी, खुद को बताता था कर्नल, STF ने पूर्व सैन्यकर्मी को धर दबोचा, Uttar-pradesh Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUP NewsFraud crores name army recruitment used to call himself colonel STF caught the former army man

सेना में भर्ती के नाम पर की करोड़ों की धोखाधड़ी, खुद को बताता था कर्नल, STF ने पूर्व सैन्यकर्मी को धर दबोचा

एसटीएफ ने सेना में भर्ती के नाम पर करोड़ों रुपये वसूलने वाले गिरोह के मास्टरमाइन्ड रविकांत यादव को गुरुवार शाम विभूतिखंड से गिरफ्तार कर लिया। रविकांत वर्ष 2018 में सेना के सिपाही पद पर भर्ती हुआ था।

Dinesh Rathour हिन्दुस्तान, लखनऊ, प्रमुख संवाददाताThu, 8 May 2025 10:36 PM
share Share
Follow Us on
सेना में भर्ती के नाम पर की करोड़ों की धोखाधड़ी, खुद को बताता था कर्नल, STF ने पूर्व सैन्यकर्मी को धर दबोचा

एसटीएफ ने सेना में भर्ती के नाम पर करोड़ों रुपये वसूलने वाले गिरोह के मास्टरमाइन्ड रविकांत यादव को गुरुवार शाम विभूतिखंड से गिरफ्तार कर लिया। रविकांत वर्ष 2018 में सेना के सिपाही पद पर भर्ती हुआ था। उस समय वह गांव व आस पास खुद को कर्नल बताकर बेरोजगारों से वसूली करने लगा था। तब ही उसे फर्जीवाड़े में चंदौली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। जेल से छूटने के बाद उसने वर्ष 2022 में इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उसने 22 युवकों को अग्निवीर भर्ती और सेना के नर्सिंग स्टॉफ में भर्ती कराने का झांसा देकर 22 करोड़ों रुपये की वसूली की। इन लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया था। इस शिकायत पर ही एसटीएफ ने कार्रवाई की। रविकांत के साथी सेना में सूबेदार ध्रुव की तलाश की जा रही है।

एसटीएफ के एएसपी विशाल विक्रम सिंह के मुताबिक रविकांत चंदौली के रायपुर गांव का रहने वाला है। फतेहगढ़ निवासी शेर सिंह ने उसके खिलाफ पिछले साल फर्रुखाबाद में एफआईआर दर्ज कराई थी कि उनके बेटे व 21 अन्य युवकों से रविकान्त ने खुद को भारतीय सेना में कर्नल बताकर रुपये वसूले थे। इसमें उसके साथ ध्रुव कुमार राजपूत भी था। इन लोगों ने वर्ष 2023 में नर्सिंग व अग्निवीर पद पर भर्ती कराने का झांसा दिया था। एएसपी का दावा है कि इन 22 लोगों से एक करोड बारह लाख वसूले गए थे।

हाईस्कूल पास है मास्टरमाइंड

रविकांत ने वर्ष 2018 में हाईस्कूल परीक्षा पास की थी। इसके बाद वह सेना में सिपाही पद पर भर्ती हो गया था। वर्ष 2021 में वह छुट्टी लेकर घर आया था। आसपास के लोगों को बताया कि वह सेना में कर्नल है और सेना में भर्ती करा सकता है। इसके बाद उसने चार युवकों से 20 लाख रुपये ले लिए थे। नौकरी न मिलने पर पीड़ितों ने चंदौली में एफआईआर दर्ज करा दी थी। इसमें उसे जेल जाना पड़ा था। वह वाराणसी जेल में बंद रहा। इसी दौरान मध्य प्रदेश में भी उसके खिलाफ फर्जी नियुक्ति पत्र देने का मुकदमा दर्ज हो गया। उसने दिसम्बर 2022 में सेना को रिकवरी के 11 लाख 85 हजार रुपये देकर इस्तीफा दे दिया था। वर्ष 2023 में उसके दोस्त सेना में सूबेदार ध्रुव ने फर्रुखाबाद निवासी शेर सिंह व अन्य युवकों से मिलवाया था। इन लोगों से उसने सेना के नर्सिंग विभाग में 11 लाख व अग्निवीर में पांच लाख में भर्ती कराने की बात तय की थी।