बिजली और पानी का मुद्दा ही छाया रहा
Gangapar News - कोरांव/गिरगोंठा। समस्याओं का समाधान कागजों पर हो रहा है लेकिन स्थल पर यथावत है। राजस्व

समस्याओं का समाधान कागजों पर हो रहा है लेकिन स्थल पर यथावत है। राजस्व के समाधान तो और भी मनमानी को दर्शाते हैं। यही हाल पानी और बिजली का भी है। शनिवार को कोरांव तहसील के सम्पूर्ण समाधान दिवस में आई 262 शिकायतों में लगभग चार दर्जन शिकायतें राजस्व से सम्बंधित रहीं। इनमें महुली की निर्मला की शिकायत थी कि उसके पड़ोसी उसकी पुस्तैनी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं।ऐसी ही शिकायत देवीबांध की सावित्री की रही। ये महिलाएं पिछले नौ-दस समाधान दिवसों में अपनी समस्या का दुखड़ा रो रहीं हैं लेकिन आरोप है कि राजस्वकर्मी मौके पर न जाकर बैठे - बैठाए रिपोर्ट लगातार लगा रहे हैं।
पीने के पानी की मांग, नहीं पहुंचे एक भी टैंकर कोरांव तहसील की ओर से सात गावों बेलवनिया, बेलहट, लतीफपुर, केड़वर, बड़ोखर, बभनपटटी और जमुहरा के लिए जिला प्रशासन से टैंकर की मांग की है लेकिन दस दिन बीतने के बाद भी एक भी टैंकर नहीं मिले। जबकि सीडीओ और डीएम के अनुसार टैंकर भेजे जा चुके हैं। पथरताल गांव की नटवा बस्ती, लतीफपुर और विधायक के गांव धौखर की कोल बस्ती के लोग शनिवार के सम्पूर्ण समाधान दिवस में पानी की मांग लेकर पहुंचे लेकिन उसके लिए भी राजस्व कर्मियों के लिए आदेशित कर दिया गया। कोरांव टाउन के संजय केशरी की शिकायत थी कि उसने बिजली का कनेक्शन नहीं लिया लेकिन उसे 2004 से बकायेदार दिखाते हुए विभाग ने पांच लाख सैंतीस हजार का लम्बा-चौड़ा बिल भेज दिया। वह बराबर अधिकारियों के पास दौड़ रहा है लेकिन उसकी कोई सुनने वाला नहीं है।
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