बोले प्रयागराज: अतिक्रमण और जाम से तहसील पस्त, तंग हुई गलियां, सड़कें अस्त व्यस्त
Gangapar News - हंडिया कस्बा इंट्रो- अब भले ही भदोही में हो लेकिन पहले तहसील हंडिया पंडित
हंडिया कस्बा अब भले ही भदोही में हो लेकिन पहले तहसील हंडिया पंडित नेहरू के संसदीय क्षेत्र का हिस्सा रही है। जीटी रोड पर प्रयागराज-वाराणसी के बीच का भी यह मुख्य स्थान है। शिक्षा के क्षेत्र में इसकी अलग पहचान रही है। लेकिन विकास के नाम पर यह कस्बा अब भी बहुत पीछे हैं। कस्बे के लोगों का कहना है कि कुछ वार्ड की हालत तो गांव से भी बदतर है। वार्डों में जगह-जगह अतिक्रमण है जिसकी वजह से गलियां तंग हो गईं हैं। इधर से एक चार पहिया गुजर रही हो तो दूसरी तो निकल ही नहीं हो सकती है। मुख्य जीटी रोड पर फ्लाईओवर के नीचे पटरी दुकानदारों का कब्जा है। वहां से वाहनों का गुजरना मुश्किल हो जाता है। कई ऐसे वार्ड हैं जहां गर्मी में भी जलभराव रहता है तो कई ऐसी जगह जहां पानी का अकाल है। स्वच्छता मिशन के नाम पर बने शौचालय बंद पड़े हैं। जगह-जगह लगे सौर उर्जा खराब पड़े हैं। लोगों का कहना है कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री के बाद इस विधान सभा से जीतने वाले कई जनप्रतिनिधि प्रदेश की कैबिनेट में शामिल रहे और उनका अपना रसूख रहा लेकिन खासकर हंडिया कस्बे के लिए किसी ने कुछ नहीं किया। मंगलवार को हंडिया के कुछ वार्ड के लोगों ने आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान से अपनी परेशानियां साझा की।
प्रयागराज से वाराणसी या वाराणसी से प्रयागराज जाना हो तो हंडिया कस्बा मिलेगा ही। फ्लाईओवर बन जाने से तेज रफ्तार में वाहन इधर से उधर निकल जाते हैं उन्हें कस्बे की दुश्वारियां पता ही नहीं चलती लेकिन जो कस्बे में जाना चाहें। या फ्लाईओवर से उतरकर उन्हें जंघई जौनपुर जाना हो तो सड़क पर पटरी दुकानदारों के कब्जे से उनका निकलना मुश्किल हो जाता है। रही बात कस्बे के अंदर की तो वहां का तो और बुरा हाल है। वार्ड दो के ढेढ़ा को ही ले लें तो यहां की हालत गांव से भी बदतर है। टूटी फूटी फूटी सड़कें, बड़े-बड़े गड्ढों पर चलना मुश्किल है। गली की नालियां लोगों ने ही जगह-जगह पाट ली है जिससे जलभराव रहता है। इसी वार्ड के कुछ हिस्से ऐसे भी हैं जहां पानी का इतना अभाव है कि पेयजल छोड़िए लोग गेहूं की फसल की उपज भी नहीं ले पाते। ऐसे भी कुछ वार्ड हैं जहां जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। बारिश में इतना जलभराव हो जाता है कि धान की फसलें डूब जाती है। कुछ किसान सबमर्सिबल के सहारे खेती करते हैं। देखा जाए तो वार्ड दो में कुल 1200 मतदाताओं की बस्ती है। स्वच्छता मिशन के नाम पर बने शौचालय बंद पड़े हैं। जगह-जगह लगे सौर उर्जा खराब पड़े हैं जल निकासी न होने का प्रमुख कारण रोड के किनारे तथा कस्बा में बने बड़े नाला नाली पूरी तरह जाम है।
गांव से भी बदतर हैं हालात
हंडिया टाउन एरिया के अधीन वार्ड दो ढेढ़ा कहने को तो टाउन की बस्ती है किंतु यहां की दशा ग्रामीण अंचल से भी खराब है। राजकीय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के बगल से हाईवे से होकर वार्ड में जाने वाली काली सड़क वर्षों से पूरी तरह टूट चुकी है और बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं। मकानों के बगल में बनी नाली को लोग पाट कर मकान की सीढ़ी बना लिए है जहां नाली बची भी है वहां पर पानी वर्षों से जमा पड़ा है इतना ही नहीं यहां पर रहने वाले किसान परिवार धान तथा गेहूं की फसल चाह कर भी पैदा नहीं कर पाता। आरोप है की बारिश के समय में जल निकासी की व्यवस्था न होने से सैकड़ों एकड़ फसल धान का बर्बाद हो जाती है। गेहूं की फसल की बुवाई तो की जाती है किंतु कोई भी सरकारी ट्यूबवेल ना होने से सिंचाई नहीं हो पाती जिससे फसल सूख जाती है। कुछ घरों में लगे सबमर्सिबल के सहारे खेती होती है।
बंद पड़े हैं शौचालय, सौर ऊर्जा की लाइट भी खराब
देखा जाए तो यहां पर कुल 1200 वोटों की बस्ती है। यहां स्वच्छता मिशन के नाम पर बने शौचालय बंद पड़े हैं। सौर उर्जा भी खराब पड़े हैं। जल निकासी न होने का प्रमुख कारण रोड के किनारे तथा कस्बा में बने बड़े नाला नाली पूरी तरह जाम है। सर्वाधिक पर अवैध कब्जा कर लिए गए हैं जिससे बारिश का पानी निकल ही नहीं पता। यह भी आरोप है कि कीमती जमीन होने के चलते जो नए मकान बनाए जा रहे हैं यदि उनके बगल सरकारी जमीन है चाहे चकमार्ग हो या नाली सब पर अवैध कब्जा किया जा रहा है। सबसे मजे की बात तो या है कि पूरे कस्बा में महीनो से जल निगम पानी की सप्लाई बंद कर दिया है जिससे पूरा कस्बा के लोग पानी के लिए परेशान चल रहे हैं। हाईवे की सड़क अत्यधिक ऊंची हो जाने से भी जल निकासी नहीं हो पाती। इसके चलते लगभग 300 से अधिक किसानों के धान की फसल बर्बाद होती है। इतना ही नहीं कई निचले वार्डों में पानी भी भरा रहता है।
हमारी भी सुनें
1 पूरे वार्ड में जल निगम पानी की सप्लाई बंद कर दिया गया है। लोग किसी हैंडपंप पर घंटों लाइन लगाते हैं तो एक बाल्टी पीने का पानी मिलता है। हर घर जल मिशन का भी यहां अब तक कोई नामोनिशान नहीं है।
2 कस्बे की सड़क ही चलने लायक नहीं है। वार्ड की मुख्य सड़क का तो डामरीकरण होना चाहिए। ताकि लोगों का आवागमन सुगम हो सके। इसके लिए वार्ड सभासद के साथ-साथ नगर पंचायत अध्यक्ष और ईओ को ध्यान देने की जरूरत है।
3 वार्ड के कुछ हिस्से ऐसे हैं जहां खेती होती है लेकिन सिंचाई के साधन नहीं है। नगर पंचायत अध्यक्ष को चाहिए कि खेती बाड़ी वाले इलाके में किसानों के लिए ट्यूबवेल की बोरिंग कराई जाए ताकि फसल की पैदावार किसान कर सकें।
4 स्वच्छता मिशन के नाम पर धोखा ना दिया जाए। वार्ड में बनाए गए शौचालय बंद पड़े हैं। इसको खोला जाए और इसकी नियमित साफ सफाई कराई जाए। प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छता मिशन का यहां कोई असर नहीं दिखता है।
5 शाम होते ही वार्ड की गलियां अंधेरे में डूब जाती हैं। सौर ऊर्जा के माध्यम से रोशनी देने वाली स्ट्रीट लाइट बंद पड़ी है। प्रमुख जगहों पर भी सोलर पैनल से लगी स्ट्रीट लाइट खराब हो हो गई हैं। इसकी मरम्मत कराई जाए या फिर से लगवाए जाए ताकि अंधेरा हट सके।
6 वार्ड के बहुत बड़े इलाके को डूबने से बचाने के लिए बारिश के पहले इंतजाम होना चाहिए। नालों की सफाई ईमानदारी से कराया जाए बासूपुर में बंद नाला को खुलवाया जाए। यह नाला खुल जाएगा तो लोगों की फसल डूबने से बच जाएगी।
7 वार्ड में जो भी नाली, चक रोड पर अवैध कब्जा है उसे खाली कराया जाए। अतिक्रमण करने वालों पर नगर पंचायत कार्रवाई करें तो अन्य वार्ड में कब्जा अपने आप बंद हो जाएगा। कब्जे की वजह से ही कई गलियों में जलभराव है।
8 बारिश में नाले के पानी से फसले डूब जाती हैं। प्रभावित किसानों के फसल का नुकसान का लाभ दिलवाया जाए, जलभराव की वजह से वर्षों से किसान खेती से वंचित होता जा रहा है। इस पर नगर पंचायत प्रशासन तनिक भी ध्यान नहीं देता।
9 सफाईकर्मियों से नियमित वार्ड की सफाई कराई जाए जिससे आदर्श वार्ड बन सके। जगह-जगह गंदगी के अंबार से संक्रमण का खतरा हमेशा बना रहता है। नगर पंचायत और स्वास्थ्य विभाग को मिलकर इस पर काम करने की जरूरत है।
10 वार्ड में सरकारी हॉस्पिटल है। जिसकी वजह से यहां देर रात भी लोगों का आना जाना रहता है। लेकिन वार्ड में पुलिस की कोई पिकेट नहीं रहती। अस्पताल के मरीज-तीमारदार और मोहल्लेवासियों की सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात होनी चाहिए।
महीनों से बंद ही जलापूर्ति
वार्ड दो के सभासद संतोष वर्मा का कहना है कि जल निगम पानी की सप्लाई महीनों से बंद है। शिकायत की गई तो भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जल निगम कर्मी कहते हैं कि मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत किया गया था इसलिए अब जो भी कनेक्शनधारी हैं उन्हीं के घर पानी की सप्लाई होगी। इस रवैया से सब परेशान हैं। कस्बा में जल निकासी की व्यवस्था के लिए जिला पंचायत की ओर से नए नाले का निर्माण करवाया जा रहा है जो लगभग पूरा है।
2 गंदगी से वार्ड भरा है नालियों पर अतिक्रमण है सफाई कर्मी आते ही नहीं घरों में लगे सब मर्सिबल पंप से सड़कों पर पानी बहाया जा रहा है जिन्हें चिन्हित करके उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए ओंकार नाथ तिवारी।
3 वार्ड में जाने वाली काली सड़क काफी दिनों से टूटी है उसे जल्द बनवाना चाहिए जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं जो जानलेवा है रात में लोग बाइक लेकर गिर पड़ते हैं कस्बा से बेहतर गांव है। अरविंदत्रिपाठी।
शिकायतें -
1 अधिकारियों को बार-बार ज्ञापन देने के बावजूद कोई फर्क नहीं होता और ना ही सड़क का निर्माण कराया जा रहा है और ना ही शासन का पूर्ण लाभ मिल रहा है।
2 जनप्रतिनिधि भी वोट लेने के बाद इस वार्ड की ओर लौटते ही नहीं और ना ही समस्या पर ध्यान देते हैं।
3 समुचित नाली की व्यवस्था न होने से पानी भरा रहता है जिससे बीमारियां फैलने लगती हैं।
4 स्ट्रीट लाइट न होने से मोहल्ले में अंधेरा रहता है आवागमन में लोगों को काफी दिक्कतें होती हैं कोई ध्यान नहीं देता।
5 कुछ लोगों को चिन्हित करके उन्हें शासन का लाभ मिलता है जो गलत है समान रूप से विकास का कार्य किया जाना चाहिए।
सुझाव-
1 जो भी निर्माण हो रहा है इसका नियमित जांच होनी चाहिए और मानक पूरे होने चाहिए।
2 निर्धारित समय सीमा के भीतर काम न पूरा करने वाले ठेकेदारों पर नियमानुसार कठोर कार्रवाई होनी चाहिए ताकि किसी काम में लापरवाही ना हो सके।
3 वार्ड में जो भी निर्माण कार्य हुए हैं उनकी जांच होनी चाहिए। गलत पाए जाने पर सख्त कार्यवाही हो और फिर से काम कराया जाए।
4 जो भी इंटरलॉकिंग सड़क बनी है मानक के खिलाफ है कम जगह में ईंट लगाकर ज्यादा जगह दिखाकर धन लिया गया है।
5 जो भी ठेकेदार गलत काम कर कर धन प्राप्त किए हैं उनसे वसूली होनी चाहिए और उनका रजिस्ट्रेशन समाप्त करवाना चाहिए।
बोले जिम्मेदार
पिछले कार्यकाल के समय पूरे टाउन में कोई भी समुचित विकास का कार्य नहीं किया गया था सिर्फ शासन के धन का दुरूपयोग हुआ। अब मेरे द्वारा जल निकासी के लिए नाला नाली का निर्माण तथा इंटरलॉकिंग सड़क का कार्य किया जा रहा है। किसानों की फसल जो बारिश में डूबती है इसकी समुचित जल निकासी के लिए नए नाले का निर्माण को मुकम्मल कराया जा रहा है। जो भी अवैध अतिक्रमण में जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी और तहसील प्रशासन उसे खाली कराएगा।
-अहमद अंसारी चेयरमैन हंडिया
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