Illegal Crusher Plants in Bhatoti Hills Cause Fatal Accidents and Environmental Concerns पत्थर की खदान में गिरने से अधेड़ की गई जान, Gangapar Hindi News - Hindustan
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पत्थर की खदान में गिरने से अधेड़ की गई जान

Gangapar News - पत्थर की खदान में गिरने से अधेड़ की मौत मेजा। भटौती स्थित पहाड़ी पर पत्थर तोड़ने के लिए दो दर्जन से अधिक क्रसर प्लान्ट संचालित हैं। विभागीय लचर व्यवस्था

Newswrap हिन्दुस्तान, गंगापारSat, 3 May 2025 03:03 PM
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पत्थर की खदान में गिरने से अधेड़ की गई जान

भटौती स्थित पहाड़ी पर पत्थर तोड़ने के लिए दो दर्जन से अधिक क्रशर प्लांट संचालित हैं। विभागीय लचर व्यवस्था के चलते क्रशर प्लांट संचालक मानक विहीन पत्थर की निकासी कर रहे हैं। भटौती पहाड़ी पर दर्जनों से अधिक ऐसे गड्ढे हैं, जो काफी गहरे व खतरनाक हैं। इन गड्ढों में जानवर व अंजान व्यक्ति गिरकर हादसे का शिकार हो जाते हैं। कुछ इसी तरह की घटना भसुंन्दरकला गॉव के 54 वर्षीय हीरामणि पटेल के साथ हुई। वह पहाड़ी पर शौच के लिए गए थे, गड्ढे के पास से गुजर रहे थे, पैर फिसलने से वह गड्ढे में गिर गए। शरीर में गहरी चोट आने से उनकी मौत हो गई।

खोजबीन के बाद जब उनका शव गड्ढे में मिला तो परिजन आक्रोशित हो उठे। शव के पास पहुंच चीख पुकार करने लगे। घटना की जानकारी पुलिस को हुई तो वह मौके पर पहुंच शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए ले गई। इस घटना से भसुन्दर के लोगों में भारी आक्रोश है। धरावल गांव के राम प्रताप पांडेय ने बताया कि भटौती पहाड़ी पर तालाब के शक्ल में दर्जनों से अधिक गड्ढे हैं, इन गड्ढों को पाटकर यदि पौध रोपण कर दिया जाए तो हरित क्रान्ति का सपना साकार हो सकता है। चल रहे अवैध क्रशर प्लांट मेजा। खनन विभाग की ओर से मेजा तहसील क्षेत्र के कोहड़ार, सीकीकला, भटौती सहित विभिन्न पठारी इलाकों में गिट्टी व पत्थर निकालने के लिए दो दर्जन से अधिक क्रशर प्लान्ट को अनुमति दी गई है। सूत्रों की मानें तो इनमें कुछ ऐसे हैं, जिनके पास पर्यावरण की एनओसी तक नहीं है, फिर भी अधिकारियों की अनदेखी से धड़ल्ले से पत्थर निकाल रहे हैं। इन पत्थर निकालने के लिए मानक विहीन विस्फोट करते हैं, जिससे आसपास के गांवों के मकान व जमीन दहल जाती है। इस बात की शिकायत लोगों ने कई बार स्थानीय प्रशासन से की, लेकिन जॉच के नाम पर सिर्फ खानपूर्ति की गई। पत्थर लादकर तेज गति से चलते हैं ट्रक मेजा। भटौती, कोहड़ार सहित विभिन्न पहाड़ियों से गिट्टी व पत्थर लादकर जब भी चार पहिया वाहन सड़कों पर फर्राटा भरते हैं। इनकी गति बहुत तेज होती है। भटौती मेजारोड मार्ग पर इन वाहनों की टक्कर से कई निरीह लोगों की जान जा चुकी है। कई बार लोगों ने इन वाहनों के खिलाफ चक्का जाम कर विरोध जताया, लेकिन इनकी तेज गति में कोई कमी नहीं आयी। सूत्रों की माने तो मिर्जापुर प्रयागराज मार्ग पर मुंगारी टोल टैक्स बचाने के चक्कर में पत्थर लदे चार पहिया वाहन कोहड़ार पुल से होकर रामपुर करछना हाईवे पर पहुंच जाते हैं। इस बात की शिकायत भी कोहड़ार बाजार के लेागों ने एसीपी मेजा रवि कुमार गुप्ता सहित अन्य जिम्मेदार अधिकारियों से कर रखी है। शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए एसीपी रवि कुमार गुप्ता ने कोहड़ार पुलिस चौकी प्रभारी को सचेत कर दिया है। बताते चले कि मेजा इलाके में पत्थर व बालू का खनन धड़ल्ले से चल रहा है। करोड़ों के कारोबार में स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक के कुछ अधिकारियों का हांथ मिला हुआ है। जिससे यह धंधा धड़ल्ले से फल फूल रहा है।

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