Traffic Jam Issues in Sirsa Town Affecting Business and Education बोले प्रयागराज : 25 हजार की आबादी के लिए अपर्याप्त सुविधाएं, Gangapar Hindi News - Hindustan
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बोले प्रयागराज : 25 हजार की आबादी के लिए अपर्याप्त सुविधाएं

Gangapar News - सिरसा नगर पंचायत में आवागमन की समस्या गंभीर है। बाजार में जाम के कारण ग्राहक दूर-दूर से आने में हिचकिचाते हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में भी कमी है। अस्पताल में डॉक्टरों की अनुपस्थिति और छात्रावास...

Newswrap हिन्दुस्तान, गंगापारSat, 3 May 2025 03:55 PM
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बोले प्रयागराज : 25 हजार की आबादी के लिए अपर्याप्त सुविधाएं

सिरसा नगर पंचायत अंग्रेजों के जमाने से व्यापारिक केंद्र रहे सिरसा बाजार में मेजा तहसील ही नहीं कोरांव व गंगापार के हंडिया, सैदाबाद सहित विभिन्न स्थानों से लोग आभूषण कपड़ा, सहित अन्य सामग्री की खरीदारी करते रहे हैं। सबसे बड़ी समस्या कस्बे में पहुंचने की होती है। सिरसा मेजारोड मार्ग पर अक्सर जाम लगा रहता है। जगह-जगह जाम की समस्या होने से दूर दराज से बाजार में खरीदारी करने वाले ग्राहक एक बार कस्बे में आने के बाद दूसरी बार आना पसंद नहीं करते। कस्बे में नौनिहालों की शिक्षा के लिए राजकीय कन्या उच्चतर माध्यम विद्यालय, लाला रामलाल अग्रवाल इंटर कॉलेज, लाला लक्ष्मीनारायण डिग्री कॉलेज, रामप्रताप इंटर कॉलेज, जिला पंचायत बालिका इंटर कॉलेज सहित एक संस्कृत विद्यालय स्थित है।

सुबह व शाम कॉलेजों के अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को जाम की समस्या से परेशानी उठानी पड़ती है। सिरसा गंगाघाट पर स्थायी पुल न होने से गंगापार व यमुनापार के लोगों को दिक्कतों का सामना करना होता है। लगभग 25 हजार की आबादी वाले नगर पंचायत सिरसा में 11 वार्ड स्थित हैं। इतनी आबादी एक अस्पताल जो नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में जाना जाता है। इस अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग की ओर से दो महिला डाक्टरों की तैनाती की गई, लेकिन दोनों महिला डॉक्टर कभी कभार अस्पताल पहुंच रही हैं, जिससे मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ ठीक ढंग से नहीं मिल पा रहा है। नगर पंचायत सिरसा कस्बे में सबसे बड़ी समस्या आवागमन की है। उपड़ौरा लोहारी के गोपाल यादव ने बताया कि नगर पंचायत सिरसा स्थित एसबीआई के सामने ग्राहकों की भारी भीड़ होती है। धन लेन-देन के चक्कर में ग्राहक सड़क पर अपनी बाइक खड़ी कर बैंक में पहुंच जाते हैं। जब भी कोई चार पहिया वाहन मार्ग से गुजरता है, वाहनों का तांता लग जाता है। इस समस्या के समाधान के लिए लोगों ने कई बार प्रयास किया, लेकिन जाम की समस्या खत्म न हो सकी। ऐसा प्राय: देखने को मिलता है जब भी कोई हिन्दू पर्व होता है तो भारी संख्या में श्रद्धालु गंगाघाट सिरसा स्नान को पहुंचते हैं। श्रद्धालु जब चार पहिया वाहन से आते हैं, जाम की समस्या बढ़ जाती है। बगहा चौकी के एमएल पब्लिक स्कूल के प्रबन्धक दुर्गाप्रसाद गुप्ता दो माह पूर्व परिवार सहित गंगा स्नान करने पहुंचे थे, उनका वाहन जैसे ही पांटून पुल पर पहुंचा पहिया पंक्चर हो गया और देखते ही देखते वाहनों की लंबी कतार लग गई। तहसील मेजा के विभिन्न गॉवों में जब कहीं भी डाक घर नहीं थे, चिट्ठी लोगों तक पहुंचाने में डाकघर के लोगों को काफी दिक्कतें होती थी। उस समय भी सिरसा में डाक घर संचालित था। समय बीतने के साथ उप डाकघर सिरसा उपेक्षा का शिकार हो गया। गुरुवार को सिरसा उप डाकघर पर अपने बेटे का आधार कार्ड बनवाने पहुंचे निर्जला पत्नी संजय कुमार निवासी बरसैता ने बताया कि वह दो दिनों से आधार कार्ड बनवाने के लिए उप डाकघर का चक्कर काट रही हैं, लेकिन आधार कार्ड संशोधन नहीं हो सका। भुईपारा से बच्चों के साथ पहुंची सुधा यादव, रामनगर से पहुंची कृष्णा देवी सहित कई ने बताया कि वह सभी बच्चों का आधार कार्ड संशोधन कराने के लिए कई दिनों से उप डाकघर का चक्कर काट रही हैं, लेकिन आधार कार्ड बनाया नहीं जा सका। उप डाकघर के कर्मचारी सहयोग नहीं कर रहे हैं। आधार कार्ड बनवाने के लिए आना जाना लगा रहता है। व्यापारिक केंद्र रहा है सिरसा बाजार पूर्व नगर पंचायत प्रतिनिधि रतन केशरी, उमाकान्त उर्फ सिन्टू सेठ ने बताया कि उनके घर के बुजुर्ग बताते हैं कि चार दशक पूर्व जब चार पहिया वाहन बहुत कम लोगों के पास था, उस समय सिरसा का व्यापार चरम पर था। व्यापारी कानपुर, वाराणसी, कलकत्ता जैसे महानगरों से नाव द्वारा सामान लाकर दुकानदारी करते थे। आधुनिक युग में जब सुविधाएं बढ़ी हैं, तो खामियां भी नजर आने लगी हैं। बाजार सकरा होने से आवागमन की समस्या बढ़ गई है। ग्राहकों की संख्या में अब पहले जैसा नहीं रह गई है। जिससे सिरसा के अच्छे व्यापारी अन्य बाजारों में पहुंच दुकान स्थापित करने में जुट गए हैं। सिरसा का छात्रावास हुआ जर्जर चार दशक पूर्व जब यमुनापार में शिक्षा के लिए स्कूल कॉलेज का अभाव था, उस समय लाला लक्ष्मीनारायण डिग्री कॉलेज, लाला रामलाल अग्रवाल इंटर कॉलेज, रामप्रताप इंटर कॉलेज शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका अदा कर रहे थे। लाला लक्ष्मीनारायण डिग्री कॉलेज के पास स्थित हास्टल में कोरांव, माण्डा, करछना, हण्डिया सहित विभिन्न स्थानों के छात्र छात्रावास में रहकर अध्ययन का कार्य कर रहे थे। हास्टल की सुविधा गरीब छात्रों को दी जाती थी। अब यह छात्रावास सरकारी अनुदान न मिलने से पूरी तरह जर्जर हो चुका है, जो किसी समय ढह सकता है। बालिकाओं की शिक्षा के लिए राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, जिला पंचायत बालिका इंटर कालेज तो स्थित है, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था का अभाव देखा जा रहा है। बालिकाओं को शिक्षा ग्रहण करने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसे देखते हुए, पुलिस उच्चाधिकारियों ने रामप्रताप इंटर कालेज सहित अन्य शिक्षालयों में पुलिस बूथ की स्थापना करवायी थी, स्थापना के बाद इस बूथ में पुलिस नहीं बैठ सकी। स्वास्थ्य केंद्र में डाक्टरों का अभाव सभी को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए सिरसा कस्बे में नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्थापित किया गया है। इस अस्पताल में विभाग की ओर से डा आदिति पांडेय व डा भावना की नियुक्ति की गई है, लेकिन महिला डाक्टर कभी कभार अस्पताल पहुंच रही है। उपड़ौरा लोहारी गॉव के गोपाल यादव ने बताया कि शुक्रवार को बरसैता गॉव से निर्जला देवी पत्नी संजय कुमार, धर्मशीला देवी सिरसा सहित कई महिलाएं इलाज के लिए नवीन स्वास्थ्य केन्द्र पहुंची थी। दिन के 11 बजे तक महिला डाक्टर नहीं पहुंच सकी थी। महिला मरीज अस्पताल में उपस्थित स्वास्थ्यकर्मियों से बार-बार यही पूछ रहीं थी कि आखिर डॉक्टर साहब अस्पताल में कब पहुंचेगी। नवीन स्वास्थ्य केंद्र में महिला डॉक्टर के अलावा फार्मासिस्ट सत्यभान सिंह, वार्ड व्याय अजय मिश्र, एलटी मनोज तिवारी, मीना बाई, रीतू गौतम सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे। उक्त अस्पताल के ठीक पीछे महिला चिकित्सालय स्थित है, जो कई वर्षो से बंद पड़ा है। पेयजल व्यवस्था के नाम पर दो हैंडपंप तो स्थित है, लेकिन दोनों शो पीस बने हुए हैं। अस्पताल परिसर में कई आवासीय भवन तो हैं, लेकिन जर्जर अवस्था में हैं। देख रेख के अभाव में खिड़की दरवाजे चोर उठा ले गए। अस्पताल के आस-पास गंदगी की भरमार है। अस्पताल के पीछे महिला अस्पताल के आस-पास जुआं खेलने वाले अक्सर मजमा लगाये बैठे रहते हैं। सिरसा कस्बे के सत्यप्रकाश गुप्ता ने बताया कि कस्बा में लोगों के इलाज के लिए तीस बेड का अस्पताल होना जरूरी है। इसके लिए उन्होंने कई बार स्वास्थ्य मंत्री सहित अन्य को पत्र दे रखा है। राजकीय कन्या विद्यालय में सुरक्षा व्यवस्था का अभाव पूर्व सपा विधायक गिरीशचन्द्र उर्फ गामा पांडेय ने बालिकाओं की शिक्षा मजबूत करने के लिए सिरसा कस्बे में राजकीय कन्या उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय की स्थापना करवा रखी है, इस विद्यालय में शिक्षक व शिक्षिकाओं की संख्या तो पर्याप्त है, लेकिन रात्रिकालीन परिचारक की तैनाती न होने से चोर उचक्के व अराजकतत्व पूरी तरह सक्रिय रहते हैं। प्रधानाचार्य सुषमा गुप्ता ने बताया कि ने बताया कि शिक्षा व्यवस्था अच्छी होने से हाईस्कूल का रिजल्ट काफी बेहतर रहा है, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था न होने से समस्याएं बढ़ी हैं। बोले जिम्मेदार नगर पंचायत सिरसा के 11 वार्डो का सर्वांगीण विकास करना मेरी प्राथमिकता है। विकास कार्य में तेजी के साथ जुटा हूं, रही बात एसबीआई सिरसा के सामने सड़क जाम की तो जो ग्राहक अपनी बाइक खड़ी करते हैं, उनके लिए पार्किग की व्यवस्था जल्द होगी। -विपिन कुमार उर्फ लखन केसरी, अध्यक्ष नगर पंचायत सिरसा --------- हमारी भी सुनें नगर पंचायत सिरसा में मेजा सिरसा मार्ग पर दो पहिया व चार पहिया वाहन खड़ा होने से आवागमन में लोगों को परेशानी होती है, इस समस्या का समाधान होना जरूरी है। - राकेश यादव, अधिवक्ता, पुराजगन्नाथ सिरसा नगर पंचायत सिरसा के बभनौटी बस्ती में स्थित राजकीय कन्या उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय में रात के समय परिचारक होना जरूरी है, इस पर विभागीय अधिकारियों को ध्यान देने की जरूरत है। -राज बहादुर यादव उर्फ खन्ना जी नगर पंचायत की आबादी 25 हजार से ऊपर की है, कस्बे में नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की जगह तीस बेड का अस्पताल जरूरी है, इसके लिए उन्होंने प्रयास भी किया था, लेकिन कार्यकाल पूर्ण हो जाने से कार्य पूर्ण नहीं हो सका। -रतन केसरी, पूर्व चेयरमैन प्रतिनिधि सिरसा पुलिस विभाग की ओर से राम प्रताप इंटर कालेज में बालिकाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस बूथ तो बनाया गया था, लेकिन एक भी दिन पुलिस इस बूथ में नहीं बैठ सकी,इस पर पुलिस उच्चाधिकारियों को ध्यान देने की आवश्कता है। -डॉ शिव प्रकाश पाठक, प्रधानाचार्य, राम प्रताप इंटर कॉलेज सिरसा कस्बे में महिला अस्पताल का होना जरूरी है, महिला अस्पताल में कई वर्ष से ताला लटक रहा है, जो ठीक नहीं है, इस मामले पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को ध्यान देना जरूरी है। -पुष्पा यादव, पूर्व शिक्षिका सिरसा गंगाघाट पर पांटून पुल की जगह पक्के पुल का निर्माण जरूरी है। स्थाई पुल न होने से व्यापारियों के व्यापार पर असर पड़ रहा है। इस पर ठोस कार्रवाई होनी चाहिए। - अंकित उर्फ बच्चा केशरी, पूर्व सभासद सिरसा सिरसा कस्बे व आसपास के गांवों की सुरक्षा के लिए आबादी के अनुसार पुलिस चौकी को थाना में बदलने की आवश्कता है, इस मामले पर पुलिस उच्चाधिकारियों को गंभीरता से विचार करने की आवश्कता है। -राणा सेठ, सभासद नगर पंचायत सिरसा

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