Corruption Exposed in Anganwadi Recruitment Officials Dismissed and Suspended आंगनबाड़ी कार्यकत्री पद से बर्खास्त, कनिष्ठ लिपिक निलंबित, Hamirpur Hindi News - Hindustan
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आंगनबाड़ी कार्यकत्री पद से बर्खास्त, कनिष्ठ लिपिक निलंबित

Hamirpur News - 0 आंगनबाड़ी के 163 पदों पर हुई भर्ती में धांधली का मामला0 दो सदस्यीय टीम की रिपोर्ट आने के बाद डीएम ने की कार्रवाई 0 सुपरवाइजर, सीडीपीओ और प्रभारी डीपी

Newswrap हिन्दुस्तान, हमीरपुरSat, 24 May 2025 01:12 AM
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आंगनबाड़ी कार्यकत्री पद से बर्खास्त, कनिष्ठ लिपिक निलंबित

हमीरपुर, संवाददाता। आंगनबाड़ी भर्ती में व्यापक पैमाने पर अनियमितताओं की शिकायतों की जांच के बाद अब गाज गिरने का सिलसिला शुरू हो गया है। पहले चरण में अभ्यर्थियों से फोन पर भर्ती के नाम पर रुपयों की मांग करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्री को दोषी मानते हुए पद से बर्खास्त कर दिया गया है। विभाग के कनिष्ठ लिपिक को निलंबित किया गया है। सुपरवाइजर, सीडीपीओ और प्रभारी डीपीओ को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि देते हुए कार्रवाई के लिए विभागीय निदेशक को पत्र लिखा गया है। इस कार्रवाई ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भर्ती के नाम पर होने वाले भ्रष्टाचार को उजागर किया है। अभ्यर्थी से भर्ती कराने के नाम पर रिश्वत मांगने का वायरल हुआ था ऑडियो बीते माह जनपद में 163 पदों पर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भर्ती हुई थी।

जिन्हें समारोह पूर्वक नियुक्ति पत्र भी बांटे गए थे। इसके बाद से ही भर्ती में धांधली की शिकायतें होनी शुरू हो गई थी। शिकायकर्ताओं ने मेरिट की अनदेखी करते हुए भर्ती के नाम पर उगाही करने के आरोप लगाए थे। एक अभ्यर्थी ने तो विभागीय आंगनबाड़ी द्वारा भर्ती के नाम पर 1.70 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी, जिसका ऑडियो भी वायरल हुआ था। एडीएम न्यायिक और डीसी मनरेगा ने की थी जांच लगातार शिकायतों के बाद डीएम ने इस प्रकरण की जांच के लिए एडीएम (न्यायिक) की अध्यक्षता एवं डीसी मनरेगा की दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थी। जांच कमेटी ने कल ही डीएम को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसमें भर्ती के नाम पर भ्रष्टाचार की पुष्टि हुई। रिपोर्ट आते ही डीएम ने इस प्रकरण में दोषी बदनपुर गांव में तैनात आंगनबाड़ी कार्यकत्री अर्चना पाल को बर्खास्त कर दिया। इसी कार्यकत्री का अभ्यर्थियों से भर्ती के नाम पर 1.70 लाख रुपये की मांग करने का ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। इसके अलावा विभाग के कनिष्ठ लिपिक पवन कुमार को निलंबित किया गया है। सुपरवाइजर कामिनी पाल और सीडीपीओ प्रीती भीलवाडे और प्रभारी डीपीओ शैलेंद्र प्रताप सिंह को विशेष प्रतिकूल प्रविष्ट देते हुए उक्त तीनों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए निदेशक बाल विकास पुष्टाहार को पत्र लिखा गया है।

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