Kaptanganj Railway Overbridge Construction Delayed Local Residents Demand Solutions गुजर गया दो साल का समय, अब मुसीबत बना ओवरब्रिज का अधूरा निर्माण, Kushinagar Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsKushinagar NewsKaptanganj Railway Overbridge Construction Delayed Local Residents Demand Solutions

गुजर गया दो साल का समय, अब मुसीबत बना ओवरब्रिज का अधूरा निर्माण

Kushinagar News - सरकार जाम से राहत के लिए फ्लाईओवर और अंडरपास का निर्माण कर रही है। कुशीनगर जिले के कप्तानगंज में ओवरब्रिज का निर्माण पिछले दो वर्षों से अधूरा है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़...

Newswrap हिन्दुस्तान, कुशीनगरWed, 16 April 2025 05:36 AM
share Share
Follow Us on
गुजर गया दो साल का समय, अब मुसीबत बना ओवरब्रिज का अधूरा निर्माण

सरकार महानगर, उपनगर व कस्बों को जाम से छुटकारा दिलाने के मकसद से फ्लाईओवर व अंडरपास का निर्माण करा रही है। कुशीनगर जिले में भी कसया व कप्तानगंज में ओवरब्रिज का निर्माण हो रहा है, जिसमें कसया का ओवरब्रिज बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन कप्तानगंज का रेलवे ओवरब्रिज दो साल का समय बीत जाने के बाद भी अधूरा पड़ा है, जो यहां के लोगों के लिए परेशानी का सबसे बड़ा कारण बना हुआ है। 'हिन्दुस्तान' से बातचीत कर स्थानीय लोगों ने अपनी परेशानियों को साझा किया और समाधान की मांग की। कप्तानगंज कस्बा, तहसील मुख्यालय के साथ ही जनपद का सबसे बड़ा रेलवे जंक्शन है। 16 जनवरी, 2023 के दिन जब सांसद विजय कुमार दुबे व गो सेवा आयोग के उपाध्यक्ष अतुल सिंह द्वारा संयुक्त रूप से कप्तानगंज में रेलवे ओवरब्रिज निर्माण का शिलान्यास किया गया था तो लोगों के खुशी का ठिकाना नहीं था। लोगों के मन में खुशी का गुब्बारा फूट रहा था कि अब उनके कस्बे की भी ओवरब्रिज वाले कस्बे के रूप में पहचान होगी। उस समय ओवरब्रिज निर्माण करने वाली कंपनी और एनएचआई के अधिकारियों और जिम्मेदारों द्वारा बताया गया था कि एक वर्ष के भीतर ओवरब्रिज निर्माण का कार्य पूरा हो जाएगा और इससे गाड़ियों का संचलन प्रारंभ हो जाएगा। लगभग 78 करोड़ की लागत से बन रहे ओवरब्रिज मे रेलवे क्रासिंग के दोनों तरफ निर्माण कार्य करीब 80 से 90 फीसदी पूरा हो चुका है। रेलवे लाइन के ऊपर वाले हिस्से पर स्टील गार्डर लॉन्चिंग का काम रेलवे की इजाजत नहीं मिलने के कारण मामला विलंबित हो रहा है। सेतु निगम द्वारा स्टील गार्डर करीब एक वर्ष पूर्व से रेलवे क्रासिंग पर रेल लाइन के किनारे रखा भी गया है, पर रेलवे द्वारा गार्डर शिफ्टिंग के लिए इजाजत देने में अनावश्यक विलंब क्यों हो रहा है? लोगों के समझ से परें है। एनएचआई के एक्सईएन ध्रुव अग्रवाल ने बताया कि गार्डर लॉन्चिंग हेतु रेलवे से इजाजत मांगी गई है। रेलवे द्वारा इस संबंध में अपनी आवश्यक तैयारी की जा रही है। इजाजत मिलते ही गार्डर लॉन्चिंग का काम प्रारंभ कर दिया जाएगा और इसके साथ ही ओवरब्रिज भी चालू हो जाएगा। दूसरी तरफ इस संबंध में रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि रेलवे द्वारा रेलवे लाइन के ऊपर गार्डर लांचिंग की टेक्निकल वेरीफिकेशन का कार्य किया जा रहा है। सिग्नल, तार संयोजन इत्यादि का व्यवस्थापन के बाद गार्डर लॉन्चिंग हेतु रेलवे अपनी इजाजत शीघ्र ही दे देगी और फिर ओवरब्रिज का कार्य पूरा हो जाएगा। निर्माण के कारण कप्तानगंज में सुभाष नगर मोहल्ले से लगायत ढाला पार परतावल रोड पर कप्तानगंज नगर पंचायत की सीमा तक तोड़फोड़ और सड़क के गढढो की दुश्वारियां सहते- सहते अब तक करीब सवा दो वर्ष बीत चुके हैं और यह खुशी की जगह परेशानियों का सबब बन गया है। टूटी फूटी गढढो में तब्दील सड़क के साथ-साथ ओवरब्रिज के दोनों तरफ सर्विस लेन कंप्लीट नहीं होने और अधकचरा बनी नालियां इस कदर मुसीबत खड़ी करती है कि जहां एक तरफ भयंकर जाम लगता है। वहीं, दूसरी तरफ धूल का गुबार तथा गंदे पानी के बदबू से लोगों का जीवन दुभर हो गया है। इसका सीधा असर दुकानदारी पर भी पड़ रहा है तथा लोगों का व्यवसाय दुकान लगभग ठप्प हो चुका है। एक अनुमान के मुताबिक ओवरब्रिज निर्माण में विलंब की वजह से कप्तानगंज के व्यवसाईयों का व्यवसाय करीब 100 करोड़ कम हो चुका है। ग्रामीण क्षेत्र के साथ-साथ दूर दराज के लोगों का जाम और प्रदूषण के कारण कप्तानगंज आना- जाना करीब बंद हो चुका है। ओवरब्रिज के बनकर चालू हो जाने से जहां एक तरफ महाराजगंज, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती जनपद के साथ-साथ नेपाल तक के लोगों का आना-जाना सुचारू रूप से होना चालू हो जाएगा। वहीं, दूसरी तरफ कुशीनगर सहित जनपद देवरिया और बिहार तक के लोगों के आने जाने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। इससे जहां व्यापार में बढ़ोतरी होगी।

-----------------------------------------------------

सड़क पर रखे गर्डर व फल की दुकानों से लगता जाम

रेलवे क्रासिंग पर चल रहे ओवरब्रिज निर्माण के लिए क्रासिंग के पास सड़क पर रखे गर्डर से जाम लग रहा है। सुभाष चौक पर सड़क में ही फलों की दुकानें लगने से कस्बे की यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। जाम में फंसकर राहगीर और स्कूली बच्चे घंटों परेशान हो रहे हैं। कप्तानगंज कस्बे के एनएच-730 सड़क के रेलवे क्रासिंग पर ओवर ब्रिज निर्माण और दोनों तरफ सड़क और नाली का निर्माण कार्य चल रहा है, लेकिन यातायात व्यवस्था को दरकिनार करते हुए ठेकेदार की ओर से कार्य कराया जा रहा है और सड़क पर ही फलों की दुकानें लगने से कस्बे में रोजाना जाम लग रहा है।कस्बे के गोलू मिश्रा, आरके मिश्रा, डा. उपेंद्र सिंह, विनोद कुमार, गोविंद राव, योगेंद्र सिंह, मुकेश सिंह, गौरी शंकर वर्मा, मिथिलेश मिश्रा, मुलायम खरवार, राम प्रीत मद्धेशिया, श्याम सिंह, विनोद मिश्रा, दीनानाथ शुक्ल, पुनीत मिश्रा आदि का कहना है कि रेलवे क्रॉसिंग पर ठेकेदार ने लोहे का गर्डर रखने के लिए रेलवे क्रॉसिंग के पास लगभग आठ माह से सड़क पर रख दिया है। इसके चलते बड़े वाहन मोड़ पर घूमने के दौरान अक्सर फंस जाते हैं। इस कारण घंटों तक गाड़ियां में जाम में फंसी रहती हैं। वहीं कस्बे के सुभाष चौक पर फल दुकानदार अपनी दुकान सड़क पर लगाते हैं, जिसके चलते जाम की समस्या पूरे दिन रहती है।वहीं ठेकेदार की ओर से यातायात व्यवस्था सही ढंग से चलने के लिए कोई समुचित व्यवस्था नहीं किया गया है। इस पर किसी जिम्मेदार का ध्यान नहीं जा रहा है। एनएचएआई गोरखपुर के अवर अभियंता अवधेश गुप्ता ने बताया कि रेलवे क्रॉसिंग पर निर्माण को लेकर भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित किया गया है। रेलवे अपना काम कर रही है।

-----------------------------------------------------------

विधायक विनय ने की थी प्रशासन से रैंप बनवाने की मांग

रामकोला विधायक विनय प्रकाश गौड़, एसडीएम व्यास नारायण उमराव और निर्माण कम्पनी के इंजीनियर के साथ एसडीएम कार्यलय में बैठक की तथा इसमें ओवरब्रिज की डिजाइनिंग पर चर्चा की। कस्बे के लोगों की मांग को देखते हुए विधायक ने सुभाष चौक स्थित पुलिस सहायता केंद्र के पास बने पिलर के आगे दो और पिलर बनाने का सुझाव दिया, जिस पर निर्माण कंपनी के इंजीनियर ने एनएचआई के उच्च अधिकारियों को अवगत कराने की बात कही थी। इसी के तहत इंजीनियरों की सिफारिश पर सुभाष चौक से स्टेट बैंक के पास बने अंडरपास तक दोनों तरफ 5.30 मीटर चौड़ी और 250 मीटर लम्बी रैंप बनाया गया है। इससे यहां बनने वाले अंडरपास से जाने वाले लोगों को सहुलियत होगी।

---------------------------

मंडल का इकलौता रैंप युक्त है ओवरब्रिज

पडरौना-कप्तानगंज एनएच-730 स्थित कप्तानगंज रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज के निर्माण के साथ बन रहे दोनों तरफ अंडरपास तक रैंप का निर्माण किया गया है, इसके चलते यह गोरखपुर मंडल का इकलौता रैंप युक्त ओवरब्रिज हो जाएगा। इस तरह का ओवरब्रिज अभी तक केवल सिद्धार्थनगर जिले में है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।