ग्राम चौपालें बनीं खानापूर्ति,नहीं पहुंचे नामित अधिकारी
Lakhimpur-khiri News - मैगलगंज में ग्राम चौपाल योजना औपचारिकता बन गई है। यहाँ न तो अधिकारी आए और न ही कर्मचारियों ने गंभीरता दिखाई। ग्रामीणों का कहना है कि चौपालों के आयोजन की कोई सूचना नहीं दी जाती और केवल कुछ महिलाएं...

मैगलगंज। ग्रामीणों की छोटी छोटी समस्याओं के त्वरित समाधान के उद्देश्य से शासन द्वारा शुरू की गई ग्राम चौपाल योजना अब अपने उद्देश्य से भटकती नजर आ रही है। विकास खंड पसगवां की ग्राम पंचायत मैगलगंज और नयागांव में शुक्रवार को आयोजित ग्राम चौपाल महज औपचारिकता बनकर रह गई, जहां न तो नामित अधिकारी पहुंचे और न ही अधीनस्थ कर्मचारियों ने गंभीरता दिखाई। त्येक शुक्रवार को विभिन्न ग्राम पंचायतों में ग्राम चौपाल का आयोजन किया जाना है, जिसमें संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहकर जनता की समस्याएं सुनते हैं और उनका मौके पर ही समाधान करते हैं। परंतु मैगलगंज के लिए नामित किए गए बीडीओ पसगवां और नयागांव के लिए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी चौपालों में नहीं पहुंचे।
विभागीय जिम्मेदारों ने भी रुचि नहीं दिखाई। जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगी थी, वे भी केवल उपस्थिति दर्ज कराकर औपचारिकता पूरी करते नजर आए। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि दोनों गांवों के ग्राम प्रधान और सचिव की ओर से भी न तो चौपाल के आयोजन की कोई सूचना दी जाती है, न ही प्रचार-प्रसार किया जाता है। ग्रामीणों को कार्यक्रम की जानकारी तक नहीं होती। अक्सर कुछ आंगनबाड़ी कार्यकत्री, आशा बहुएं और चुनिंदा महिलाएं बुला ली जाती हैं, दो-चार फोटो खींचकर रिपोर्ट बनाकर भेज दी जाती है। ग्रामीणों ने शासन से मांग की है कि ग्राम चौपालों की स्वतंत्र निगरानी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही, जो अधिकारी या कर्मचारी तय कार्यक्रम में अनुपस्थित रहते हैं, उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए।
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