सीवर और बारिश के पानी के लिए करना होगा अलग-अलग इंतजाम
Lucknow News - राजधानी में अब भवन स्वामियों को बारिश, सीवर और किचन के पानी की निकासी के लिए अलग-अलग व्यवस्था करनी होगी। यह पहल जलभराव की समस्या को रोकने के लिए की जा रही है। गोमती नगर से शुरू होकर अन्य क्षेत्रों में...

राजधानी में अब भवन स्वामियों को बारिश, सीवर और किचन के पानी की निकासी के लिए अलग-अलग व्यवस्था करनी होगी। शासन के निर्देश पर यह नई पहल शुरू की जा रही है। ताकि जलभराव की समस्या को रोका जा सके और नालियों पर दबाव कम किया जा सके। शहर में सबसे पहले इसकी शुरुआत गोमती नगर से होने जा रही है। बाथरूम, किचेन तथा बारिश के पानी को अलग अलग करने की कार्ययोजना जलकल विभाग ने तैयार कर ली है। इसके अनुसार, बाथरूम, वाश बेसिन और किचन का पानी सीवर लाइन में जाएगा, जबकि छत, आंगन और खुले स्थानों का बारिश का पानी केवल नालियों में ही जाएगा। इसके लिए हर मकान में नई प्लंबिंग व्यवस्था करनी होगी। इस पर अमल के लिए शासन ने हर 5000 की जनसंख्या पर एक प्लंबर इंपैनल्ड करने का निर्देश दिया है। ताकि लोगों को इस कार्य के लिए कुशल श्रमिक उपलब्ध हो सकें।
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गोमती नगर में पहले होगा काम, फिर अन्य इलाकों में विस्तार
शासन की ओर से इस परियोजना का पहला चरण गोमती नगर में लागू किया जाएगा। वहां सफलता के बाद यह मॉडल शहर के अन्य हिस्सों में भी अपनाया जाएगा। अपर नगर आयुक्त ललित कुमार ने कहा कि घरों के बाहर की प्लंबिंग का खर्च विभाग खुद उठाएगा, जबकि घरों के अंदर की प्लंबिंग की जिम्मेदारी भवन स्वामी की होगी। बाहर की निकासी की व्यवस्था जैसे कि पाइपलाइन को सीवर और नालियों से जोड़ने का काम जलकल की टीम करेगी। लेकिन हर घर के अंदर पानी के तीन स्रोतों किचन, बाथरूम, बारिश के लिए अलग-अलग पाइपलाइन और कनेक्शन भवन स्वामी को कराना होगा।
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जलभराव से राहत, बेहतर सीवरेज सिस्टम के लिए कवायद
अधिकारियों के मुताबिक नई व्यवस्था से मानसून के दौरान सड़कों पर जलभराव की समस्या कम होगी और सीवर पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ेगा। साथ ही, बारिश का पानी अलग होकर वर्षा जल संचयन रेन वाटर हार्वेस्टिंग की दिशा में भी उपयोगी होगा। अपर नगर आयुक्त का कहना है कि यह कदम भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
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बाथरूम, किचेन व बारिश के पानी को अलग अलग अलग करने का शासन ने निर्देश दिया है। इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गयी है। पहले चरण में इसकी शुरुआत गोमतीनगर से होने जा रही है। यहां अभियान चलाकर प्रत्येक मकान के बाथरूम, किचेन के पानी को सीवर लाइन में जोड़ा जाएगा। बाकी छत, आंगन, लॉन व अन्य खुले स्थान के पानी का कनेक्शन नाले नालियों में होगा।
ललित कुमार, अपर नगर आयुक्त
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