आठ सालों में 142 स्लीपिंग माडयूल गिरफ्तार, एक आतंकी को ढेर किया
Lucknow News - आईएसआईएस, आईएसआई, अल-कायदा, जमात उल मुजाहिदीन, पीएफआई व सिमी से जुड़े थे स्लीपिंग माडयूल आतंकी

-आईएसआईएस, आईएसआई, अल-कायदा, जमात उल मुजाहिदीन, पीएफआई व सिमी से जुड़े थे स्लीपिंग माडयूल -आतंकी संगठनों को फंडिंग करने में 11 लोगों को पकड़ा, 2017 से यूपी में हुई कई आतंकी वारदातें -173 रोहिंग्या-बांग्लादेशी पकड़े गए, धर्मान्तरण में लिप्त 20 गिरफ्तार लखनऊ, प्रमुख संवाददाता आठ सालों में यूपी के अंदर एटीएस, एसटीएफ और यूपी पुलिस के अन्य संगठनों ने अपराधियों का सफाया करने के साथ ही आतंकवादी संगठनों पर करारा प्रहार किया है। इस अवधि में आतंकियों के 142 स्लीपिंग माडयूल को गिरफ्तार कर लिया गया जबकि एक आतंकी को मुठभेड़ में मार गिराया गया। इसी तरह आतंकी संगठनों को आर्थिक मदद मुहैया कराने वाले 11 लोगों को भी जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया गया।
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि यूपी में इन आठ सालों में 230 बड़े अपराधियों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालते ही अपराधियों व आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसी कड़ी में एटीएस ने पूरे प्रदेश में अभियान चलाया। उसने आतंकी संगठनों के स्लीपिंग माड्यूल पर कहर ढाना शुरू कर दिया। एटीएस की पड़ताल में कई स्लीपिंग माडयूल ऐसे मिले जिन्होंने कई जगह अपनी गहरी पैठ बना ली थी। ये लोग आतंकवादी संगठनों को जरूरी गोपनीय जानकारी मुहैया करा रहे थे। एटीएस ने इनके इस नेटवर्क को तोड़ा। कई आतंकी संगठनों के सम्पर्क में थे स्लीपिंग माडयूल आतंकियों को पनपाने वाले संगठन आईएसआईएस, आईएसआई, अल-कायदा, जमात उल मुजाहिदीन, पीएफआई व सिमी के सम्पर्क में कई स्लीपिंग माडयूल थे। यूपी एटीएस ने इन संगठित आतंकवादी के नेटवर्क को जड़ से उखाड़ने में अहम भूमिका निभाई। टेरर फंडिंग को पूरी तरह से खत्म कर दिया। एटीएस और एसटीएफ ने जाली मुद्रा चलाने वाले गिरोह के 41 लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें पास 47 लाख रुपये के नकली नोट मिले हैं। राम मंदिर के नाम पर धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश पिछले साल अयोध्या में राम मंदिर बनने पर आतंकवादी संगठनों ने धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश की। ऐसे मामलों को एटीएस ने नाकाम किया। इसमें भी एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। आठ सालों में योगी सरकार ने आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्र में काफी अच्छा काम किया है। एटीएस ने अवैध तरीके से रह रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ भी कार्रवाई की। इस अवधि में 173 ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया गया जो देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते थे। इसके साथ ही धर्मातरण कराने के आरोप में 20 से अधिक लोग पकड़े गए। साइबर फ्रॉड में लिप्त 19 आरोपितों को पकड़ा गया। इसमें चार चीनी नागरिक और 15 भारतीय थे।
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