बोले मैनपुरी: नगरिया वार्ड की बड़ी कठिन है डगरिया
Mainpuri News - मैनपुरी। बदहाल सड़कें और जगह-जगह गंदगी ने लोगों का जीवन जीना दुश्वार कर रखा है।

बदहाल सड़कें और जगह-जगह गंदगी ने लोगों का जीवन जीना दुश्वार कर रखा है। नगर पालिका क्षेत्र का हिस्सा होने के बाद भी नगरिया का इलाका मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। शौचालय तो बनाया गया मगर उसमें न तो बिजली का कनेक्शन हुआ और न ही पानी की लाइन डाली गई। इसके चलते डेढ़ साल से ये शौचालय सफेद हाथी बना हुआ है। इस इलाके में प्रकाश व्यवस्था के दृष्टिगत गांव जैसे हालात हैं। पानी की समस्या इस कदर है कि लोग सुबह से लेकर देर रात तक पीने के पानी की चिंता में डूबे रहते हैं। पालिका की सप्लाई लोगों तक नहीं पहुंच पाती जिससे लोग परेशान रहते हैं। हिन्दुस्तान के बोले मैनपुरी संवाद में यहां के लोगों ने पालिका प्रशासन की लापरवाही के कई किस्से सुनाए।
नगर पालिका के नगरिया वार्ड में आठ हजार से अधिक आबादी रहती है। यहां के लोगों के सामने सबसे बड़ी समस्या बदहाल सड़कों की है। कुछ इलाके तो ऐसे हैं जहां वर्षों से सड़कों को नहीं बनाया गया है। ऊबड़-खाबड़ इलाके नगरिया को गांव जैसे हालातों से जोड़ते हैं। यहां के लोगों का कहना है कि शाम होते ही गलियों में अंधेरा फैल जाता है। पालिका प्रशासन को कई बार इस इलाके में पर्याप्त स्ट्रीट लाइटों को लगाने के लिए कहा गया मगर कभी भी अंधेरा दूर करने की कोशिश नहीं की गई। यहां के निवासी रूपकिशोर, ध्यान चंद्र, हीरा लाल, बलवीर, राजेंद्र, विनय कुमार आदि का कहना है कि इस वार्ड के साथ हमेशा सौतेला व्यवहार होता है। यहां के लोगों पर हाउस टैक्स, वाटर टैक्स तो लगाया जाता है लेकिन सुविधाएं नहीं दी जाती।
गर्मी के दिनों में इंडिया मार्का हैंडपंप पानी देना बंद कर देते हैं। कुछ हैंडपंप रीबोर होने हैं लेकिन उन्हें रीबोर नहीं करवाया जा रहा है। इसी इलाके में जो दलित बस्ती है वह सालभर जलभराव का सामना करती है। दलितों के उत्थान का दावा करने वाली सरकार और उसकी नगर पालिका यहां के लोगों को नारकीय जीवन जीने पर मजबूर कर रही है। इसी इलाके में राजा का ताल भी है। इस ऐतिहासिक तालाब को पर्यटन विभाग ने सौंदर्यीकरण के लिए चुना था लेकिन पर्यटन विभाग इसके सौंदर्यीकरण का काम भूल गया।
पालिका प्रशासन इस तालाब की जमीन पर हो रहे अवैध कब्जे के प्रति फिक्रमंद नहीं है। यही वजह है कि यह तालाब अस्तित्व की लड़ाई लड़ने लगा है। इस तालाब का विकास इस इलाके को नई पहचान दिला सकता है लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है। इस इलाके में जो गलियां हैं उसमें लोगों ने छज्जे निकाल लिए, सीढ़ियां बना ली हैं, स्थाई निर्माण करके अतिक्रमण कर लिया है जिससे आवागमन में परेशानी होती है। इलाके की 60 प्रतिशत बदहाल हैं। कुछ गलियां तो ऐसी हैं जिनमें पैदल आवागमन भी दूभर हो गया है।
बोले लोग
वार्ड 28 नगरिया व नगला कैथ की कुल आबादी 15 हजार से अधिक है। 6 हजार मतदाताओं ने वोटिंग करते समय सभासद से कई उम्मीदें लगाई थी। मूलभूत सुविधाओं की काफी कमी है।
-ज्ञान श्री, सभासद
भीषण गर्मी का मौसम आ गया है लेकिन वाटर कूलर नहीं लगे हैं। सरकार ने वादा किया था कि वह वाटर कूलर लगवाएंगे लेकिन अभी तक नहीं लगे हैं। अब तो गर्मी में पानी की समस्या का हल किया जाए।
-सोनेलाल
वोट मांगते समय सभासद ने वादा किया था कि इसे शहर जैसी सारी सुवधिाएं दी जाएंगी। 3 वर्ष बीतने को आए हैं लेकिन अभी मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पाई है। विकास की रफ्तार बढ़ाई जाए।
-रामप्रकाश
वार्ड के अधिकांश इलाका ग्रामीण अंचल का है। उन्हें अपनी बेटियों के विवाह के लिए बारात घर की आवश्यकता है। सरकार द्वारा बारात घर बनाने के लिए बजट जारी किया जाए।
-बसंती
वार्ड में एक भी नाले का निर्माण नहीं है, जिससे बारिश के मौसम में गलियों में जलभराव हो जाता हैं और लोग घर में कैद हो जाते हैं। पानी निकासी के लिए नाले का निर्माण कराया जाए।
-सुघर सिंह
पूरे वार्ड में अभी तक पानी टंकी का निर्माण नहीं कराया गया है। जिससे हमेशा पानी की किल्लत बनी रहती हैं। अगर बड़ी पानी टंकी का निर्माण हो जाए तो 15 हजार लोगों का पानी मिल सकेगा।
-ऊषा देवी
वार्ड के लोगों का स्वास्थ्य सुविधा का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। अगर स्वास्थ्य कैंप लगने लगे तो बुजुर्ग, महिला व बच्चों को नियमित उपचार व दवाएं मिलती रहे। साप्ताहिक स्वास्थ्य कैंप लगाया जाए।
-राजेश्वरी
वार्ड के अधिकांश ऐसे लोग हैं जो बड़ी बीमारी से जूझ रहे हैं। इलाज कराने के लिए अधिक रुपयों की आवश्यकता है। कैंप लगाकर उन्हें आयुष्मान योजना से जोड़ा जाए।
-किशन लाल
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।