Sahara India Fraud Victims Demand Justice Unfulfilled Promises from Government बोले मैनपुरी: ठगों के जाल में फंसकर हो गए बर्बाद, अब खा रहे ठोकर, Mainpuri Hindi News - Hindustan
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बोले मैनपुरी: ठगों के जाल में फंसकर हो गए बर्बाद, अब खा रहे ठोकर

Mainpuri News - मैनपुरी। खून पसीने की कमाई जब हाथ से फिसलती है तो बहुत दर्द होता है। रात में नींद नहीं आती। दिन में चैन नहीं मिलता।

Newswrap हिन्दुस्तान, मैनपुरीSun, 25 May 2025 06:55 PM
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बोले मैनपुरी: ठगों के जाल में फंसकर हो गए बर्बाद, अब खा रहे ठोकर

खून पसीने की कमाई जब हाथ से फिसलती है तो बहुत दर्द होता है। रात में नींद नहीं आती। दिन में चैन नहीं मिलता। विभिन्न कंपनियों के हाथों अपनी मेहनत गवा चुके लोगों को कब न्याय मिलेगा, यह तो समय बताएगा लेकिन यह लोग न्याय मांगते-मांगते पूरी तरह थक चुके हैं। कोई सहारा इंडिया की जमा योजना में ठगी का शिकार हुआ तो किसी को किसी अन्य कंपनी ने अपना शिकार बना लिया। कोई हजारों तो कोई लाखों की ठगी का शिकार होने के बाद इस बात का इंतजार कर रहा है कि आखिर वह कौन सी घड़ी रहेगी जब उसे उसका धन वापस मिल जाएगा।

लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने सहारा इंडिया से पैसा वापस दिलाने के लिए वादा किया। लेकिन यह वादा आज तक पूरा नहीं हुआ है। हिन्दुस्तान के बोले मैनपुरी संवाद के दौरान इन पीड़ितों ने कहा कि कुछ भी करें सरकार उनकी जमा पूंजी वापस दिला दे। वे लोग बहुत परेशान हैं। उन्हें अब न्याय चाहिए। जनपद के लोगों का सर्वाधिक नुकसान सहारा इंडिया की विभिन्न जमा योजनाओं ने किया है। सहारा इंडिया के मैनपुरी में कई ऑफिस खोले गए थे। सैकड़ो एजेंट बनाए गए। जिनके जरिए आम जनता के खून पसीने की कमाई अधिक ब्याज का लालच देकर जमा कराई गई। लोगों ने दिल खोलकर सहारा इंडिया की योजनाओं में पैसे लगाए। लेकिन धीरे-धीरे इस प्राइवेट कंपनी ने अपना कारोबार समेट लिया। पिछले कई सालों से जनपद के लोग अपनी जमा पूंजी हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कई बार धरना प्रदर्शन किए गए हैं। अधिकारियों की चौखट पर फरियाद की गई है। लेकिन करोड़ों रुपये लेकर गायब हुई इस कंपनी के लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही और न हीं लोगों का जमा पैसा वापस दिलाया जा रहा है। अब तो लोग यह भी कहने लगे हैं कि उनका जमा पैसा ही मिल जाए। इसके अलावा विभिन्न स्तर पर कई अन्य प्राइवेट कंपनियों ने भी यहां के लोगों को अधिक ब्याज देने के नाम पर लूटा है। लेकिन उन पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। खास बात यह है कि प्राइवेट कंपनियों के इस लूट कांड में वह तबका भी शामिल है जो 10 से 20 रुपये एकत्रित कर इन कंपनियों में इस लालच में जमा कर रहा था कि उसे एक दिन इकट्ठी धनराशि मिल जाएगी और उसका कोई बड़ा काम हो जाएगा। पीड़ित रघुनंदन सिंह, अशोक कुमार, राजकुमार, रमेश, बालमुकुंद, हरीश, राजा, माधवी, सुमन आदि का कहना है की सरकार ने वादा किया था कि पैसे वापस दिलाए जाएंगे। इसलिए सरकार अब अपना वादा निभाएं। ताकि उनके खून पसीने की कमाई उन्हें वापस मिल जाए। बोले पीड़ित पूरे जिले में ठगी पीड़ित परिवार के संगठन के बैनरतले एक हजार एजेंटों ने आम आदमी से करोड़ों रुपये प्राइवेट कंपनियों में जमा कराए थे। मगर अब वह कंपनियां सरकार द्वारा बंद कर दी गई हैं। जिससे एजेंटों को जमाकर्ता परेशान कर रहे हैं। -मोहनलाल, जिलाध्यक्ष 2023 से ठगी पीड़ित परिवार संगठन का गठन किया गया। लगातार संगठन 2 साल से जमाकर्ताओं को समझा रहे हैं कि आप परेशान न हो। सरकार ने आश्वासन दिया है कि सभी का पैसा वापस मिलेगा। -विनोद कुमार एजेंटों को जमाकर्ताओं द्वारा प्रताड़ित करने के चलते कई एजेंटों ने आत्महत्या कर ली है। आखिर इन मौतों का जिम्मेदार कौन होगा। सरकार ने प्राइवेट कंपनियां एक साथ बंद कर दी। सरकार एजेंटों को सहायता राशि व नौकरी दे। -विजय प्रकाश उ.प्र. में कई जनपद जैसे फर्रुखाबाद, एटा आदि में जमाकर्ताओं की फॉर्म जमा करने के बाद ऑनलाइन सूची तैयार की गई है लेकिन मैनपुरी जिले में इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। सबकी ऑनलाइन सूची तैयार की जाए। -अनिल सक्सेना एजेंटों के घरों पर जमाकर्ता कब्जे की धमकी दे रहे हैं। जमाकर्ता भी आखिर क्या करे। बेटी की शादी बच्चों की पढ़ाई व परिवार के भरण पोषण में अपनी सारी जमा पूंजी निवेश कर दी। परिवार पर भरण पोषण का संकट खड़ा हो गया है। -याशीन अहमद हर महीने एजेंट मैनपुरी के जिला मुख्यालय पहुंचते हैं। प्रदर्शन करने के बाद अपनी मांग पर मुख्यमंत्री को भी शिकायत भेजते हैं। मगर सरकार बिल्कुल भी उनकी मांग पर ध्यान नहीं दे रही है। जिससे सभी एजेंट परेशान चल रहे हैं। -राजकुमार प्राइवेट कंपनियों से रुपये वापस दिलाए जाने को लेकर मैनपुरी जिले से 2 लाख फॉर्म भरवाए गए हैं। बैंक की पासबुक, प्राइवेट कंपनियों के बोंड, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड जमा किया गया है। अब उम्मीद है कि रुपया वापस मिलेगा। -नितिन आर्य एक प्राइवेट कंपनी में जमकर लोगों ने पूंजी जमा कर दी। रियल स्टेट में पैसा 2 करोड़ से ऊपर लगाया। एजेंटों ने उस समय आश्वासन दिया था कि पैसा सुरक्षित है और जो भी पैसा जमा होगा उसके एवज में फ्लैट दिलाया जाएगा। -शैलेंद्र सिंह

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