सरयू की कटान रोकने के लिए रिपोर्ट का इंतजार
Mau News - दोहरीघाट-बड़हलगंज के बीच सरयू नदी पर बने नए पुल पर कटान का खतरा मंडरा रहा है। पिछले आठ माह में विशेषज्ञों की टीम ने सर्वे किया और बचाव कार्य कराया गया। एनएचएआई ने दूसरी बार विशेषज्ञों की समिति बनाई...

दोहरीघाट। वाराणसी-गोरखपुर फोरलेन पर दोहरीघाट-बड़हलगंज के बीच सरयू नदी पर नईबाजार के पास बने नए पुल पर कटान का खतरा मंडरा रहा है। नदी उस पार नए पुल के एप्रोच के पास कटान होने से खतरा बढ़ गया है। इसे रोकने के लिए आठ माह पूर्व विशेषज्ञों की टीम ने सर्वे किया था, जिसके बाद बचाव कार्य कराया गया है। वहीं, सुरक्षा उपायों को जांचने के लिए एनएचएआई ने एक बार फिर दूसरी बार विशेषज्ञों की समिति बनाई है। इसकी रिपोर्ट पर बचाव कार्य शुरू होगा। दोहरीघाट क्षेत्र के नईबाजार के पास सरयू नदी पर बने वाराणसी-गोरखपुर फोरलेन पुल पर साढ़े तीन साल पहले भी कटान की चपेट में आ गया था।
इसके बाद इसके आठ पिलरों की संख्या बढ़ाते हुए लंबाई बढ़ा दी गई थी। और सरयू नदी पर करीब 1400 मीटर लंबे पुल का निर्माण कराया गया है। इसके दोनों लेन पर आवागमन भी शुरू हो गया है, लेकिन बीते वर्ष 2024 जुलाई माह में कटान एक बार फिर से शुरू हुई तो अधिकारियों के माथे पर पसीना आ गया था। उसके बाद एनएचएआई ने विशेषज्ञों की टीम गठित की थी, लेकिन अधिकारियों ने पत्राचार और जांच में आठ माह बीता दिए। अब रिपोर्ट के अनुसार कार्य कराने के लिए शासन से अनुमति मिलेगी तो डेढ़ माह में कार्य कराने की चुनौती है। विभाग में चर्चा है कि यदि मौसम ने साथ नहीं दिया तो नदी क्षेत्र में कार्य कराना कठिन होगा। शासन से नामित विशेषज्ञों की समिति ने तकनीकी सर्वेक्षण किया, लेकिन पत्राचार के दौरान कार्य नहीं हो पाया। उसके बाद एनएचएआई, सिंचाई एवं सेतु विशेषज्ञों ने सर्वे किया है। रिपोर्ट के करीब 20 दिन बाद भी कार्य शुरू नहीं हो पाया है, हालांकि एनएचएआई ठेकेदार ने एप्रोच पर बोल्डर लगाने कार्य किया है, लेकिन एक बार फिर से जांच के लिए विशेषज्ञों की टीम बनाई गई है। रिपोर्ट के अनुसार नहीं हुआ कार्य, पीचिंग की कोशिश दोहरीघाट। वाराणसी-गोरखपुर सहित कई जनपदों को जोड़ने वाले दोहरीघाट-बड़हलगंज सरयू नदी पर बने पुल के एप्रोच (बड़हलगंज की तरफ) को नदी की कटान से बचाने के लिए बोल्डर-पिचिंग का कार्य कराया जा रहा है, जबकि बाढ़ से बचाव के लिए आवश्यक कार्यों की रिपोर्ट आनी है। पुल के पिलरों के पास चारों तरफ जेसीबी के साथ बोल्डर-पिचिंग का कार्य कराया जा रहा। सरयू नदी की धारा मुड़ने के चलते पुल के एप्रोच के पास कटान की आशंका थी। इसको देखते हुए विभाग ने एप्रोच के आसपास बोल्डर-पिचिंग करना शुरू किया है। कटान का जोखिम विशेषज्ञों ने रिपोर्ट दी है कि बड़हलगंज की तरफ अब सरयू नदी से कटान का ज्यादा जोखिम नहीं है। दूसरी बार विशेषज्ञों की समिति बनाई गई है। रिपोर्ट के अनुसार कार्य की स्वीकृति मिलने पर आवश्यक कार्य तत्काल शुरू कर दिया जाएगा। -ललित प्रताप पाल, पीडी, एनएचएआई
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