गृहकर की कार्यशाला में जीआई सर्वे का विरोध, हंगामा
Meerut News - मेरठ में नगर निगम की गृहकर कार्यशाला में पार्षदों ने जीआईएस सर्वे और मनमाने गृहकर निर्धारण पर हंगामा किया। पार्षदों ने आरोप लगाया कि सर्वे रिपोर्ट में फर्जीवाड़ा है और निगम अधिकारियों पर जनता के साथ...

मेरठ। बुधवार को नगर निगम की ओर से गृहकर को आयोजित कार्यशाला में पार्षदों ने जीआईएस सर्वे और मनमाने गृहकर निर्धारण को लेकर हंगामा कर दिया। पार्षदों ने कहा कि नगर निगम को शहर की जनता के साथ मनमानी करने नहीं दी जाएगी। पहले निगम अधिकारी आश्वस्त हो लें कि सब ठीक है तो कार्यशाला आयोजित करें। उधर, निगम अधिकारी आश्वस्त करते रहे कि गृहकर को लेकर यह कार्यशाला है, न कि नगर निगम की बोर्ड बैठक। बुधवार को घंटाघर स्थित टाउन हाल में गृहकर को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में नगर निगम की ओर से लगाए जाने वाले आवासीय और अनावासीय स्वकर को लागू किये जाने की जानकारी देने के लिए पार्षदों को बुलाया गया था।
कार्याशाला में अपर नगरायुक्त लवी त्रिपाठी ने स्वकर की जानकारी देने के लिए जीआईएस टीम से कहा। कार्यशाला के शुरु होते ही कुछ पार्षदों ने कार्यशाला में नगरायुक्त और मेयर के नहीं आने की बात कही, जिसके बाद अन्य पार्षदों ने कार्यशाला में हंगामा करना शुरु कर दिया। अपर नगरायुक्त ने कहा कि यह गृहकर और स्वकर निर्धारण की जानकारी के लिए कार्यशाला आयोजित की गई है। सदन की बैठक नहीं है। ---------------------- इस तरह पार्षदों ने लगाये आरोप - पार्षद अरुण मचल ने कहा कि उसके वार्ड में जो टीम जीआई सर्वे के लिए गई थी तो टीम ने फर्जी तरीके से सर्वे की रिपोर्ट तैयार की। वार्ड में पांच सौ मकान है। एक भी मकान का टैक्स नहीं आता। गृहकर को लेकर जो आपत्ति दी गई है तो उनका भी निस्तारण नहीं किया जाता। -पार्षद विक्रांत ढाका ने भी जीआईएस सर्वे का विरोध किया। कहा कि गलत तरीके से सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की गई है, सर्वे से वह संतुष्ट नहीं है। -पार्षद प्रशांत कसाना ने कहा कि जीआईएस सर्वे रिर्पोट का कही कोई डाटा नगर निगम के पास उपलब्ध नही है। सर्वे को चार महीने पूरे हो गए लेकिन आज तक गृहकर लगा ही नहीं। -पार्षद अनिल वर्मा ने पूछा कि जिस मकान में टावर लगा होता है तो उस मकान पर लगने वाला टैक्स किस आधार पर लगाया जाता है। -पार्षद प्रवीण अरोड़ा ने कहा कि जीआईएस सर्वे क्यों कराया गया। जब सब कुछ ठीक है तो जो आपत्ति दर्ज करायी जाती है। उसके बाद टैक्स कम क्यों किया जाता है। मकान मालिक को पता ही नही टैक्स क्यों लग गया। -पार्षद रिज़वान अंसारी ने गृह कर विभाग पर आरोप लगाते हुए बताया कि एक संपत्ति पर दो गृहकर लगा दिया गया। - पार्षद शाहिद अंसारी ने कहा कि उनके वार्ड में एक 400 गज की व्यावसायिक संपत्ति पर मात्र 2815 रुपए कर लगा है। - पार्षद रेशमा दिलशाद सैफी ने गंभीर मामला बताया कि उनके वार्ड में भवन संख्या 673 समर गार्डन पर वर्तमान बिल 18,81,516. 88 रुपए है। इस बिल में लिपिक संदीप शर्मा के द्वारा छेड़छाड़ करके वह कंप्यूटर से इसे डिलीट कर दिया गया है। -पार्षद फजल करीम ने कहा कि कार्यशाला का आयोजन करने वालों को ही गृहकर के संबंध में कुछ जानकारी नहीं है। महानगर की जनता पर जबरन जीआईएस सर्वे थोपा जा रहा है। --------------- हर हफ्ते लगाया जाएगा गृहकर समाधान दिवस कार्यशाला में अपर नगरायुक्त लवी त्रिपाठी ने बताया कि गृहकर की समस्या के समाधान के लिए नगर निगम में हर हफ्ते गृहकर समाधान दिवस शिविर लगाया जाएगा। मौके पर ही समस्या को सुनकर उसका निस्तारण कराया जाएगा। हर जोन के अधिकारी शिविर मे मौजूद रहेंगे। गृहकर के बिल में नाम परिवर्तन, स्वकर के साथ ही आपत्तियों का निस्तारण जैसी समस्या सुन कर उनका समाधान किया जाएगा। ------------ यह रहे मौजूद नगरायुक्त सौरभ गंगवार, अपर नगरायुक्त लवी त्रिपाठी, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी शिव कुमार गौतम, कर निर्धारण अधिकारी चंद्रशेखर यादव, अतुल कुमार, विनय शर्मा के साथ ही राजस्व निरीक्षक कार्यशाला में मौजूद रहे।
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