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बोले मुजफ्फरनगर : समस्याओं से घिरा पुराना तहसील मार्केट

Muzaffar-nagar News - बोले मुजफ्फरनगर : समस्याओं से घिरा पुराना तहसील मार्केट

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फर नगरSat, 24 May 2025 01:06 AM
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बोले मुजफ्फरनगर : समस्याओं से घिरा पुराना तहसील मार्केट

शहर का पुराना तहसील मार्केट अव्यवस्थाओं से जूझ रहा है। करीब 25 साल पूर्व हुए निर्माण के बाद से इस मार्केट की एमडीए या नगरपालिका ने कोई सुध नहीं ली है। मार्केट में करीब 226 दुकानें हैं, जहां हर माह करोड़ों का कारोबार होता है, जिसका मोटा राजस्व भी सरकार को जाता है, लेकिन मार्केट की सुध लेने को कोई तैयार नहीं है। मार्केट में दो सार्वजनिक शौचालय स्वीपर की तैनाती न होने से बंद पड़े हैं, जो कूड़ाघर में तब्दील हो चुके हैं। वाहन पार्किंग स्थल पर अवैध रूप से कुछ लोगों द्वारा शुल्क वसूला जा रहा है, तो अतिक्रमण, सफाई और स्ट्रीट लाइटों की कमी से भी यह मार्केट बदहाल है।

-------- दुर्दशा मुजफ्फरनगर। शहर की हृदयस्थली शिवचौक के पास व शहर कोतवाली से सटे हुए ग्राउंड में पहले तहसील हुआ करती थी, जिसे करीब 25 साल पूर्व मेरठ रोड पर स्थानांतरित कर दिया गया था। इसके बाद खाली हुए तहसील परिसर में एमडीए द्वारा तीन मंजिला मार्केट का निर्माण कराया गया था, जिसमें कुल 226 दुकानें हैं, जिन पर वर्तमान में हर माह करोड़ों का कारोबार होता है। मार्केट में मुख्य रूप से स्पोर्ट्स, लगेज, शूज, कपड़ा, ज्वैलरी व घड़ी की दुकानें हैं, जिनसे तीन हजार से अधिक लोगों के परिवारों की आजीविका निर्भर है। पुरानी तहसील मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष ब्रजकुमार गर्ग का कहना है कि शहर की प्राइम लोकेशन पर होने के बावजूद इस मार्केट में अव्यवस्थाओं का पूरी तरह से बोलबाला है। यहां न तो साफ-सफाई सुदृढ़ है और न ही पार्किंग की सहूलियत। मार्केट में दो-दो सार्वजनिक शौचालय हैं, लेकिन न तो एमडीए और न ही नगरपालिका ने इनमें स्वीपर की नियुक्ति की, जिससे ये दोनों ही बंद हो गए और वर्तमान में कूड़ाघर में तब्दील हो चुके हैं, जिनसे उठने वाली बदबू से पूरी मार्केट में दुकानदारों का बैठना मुश्किल हो गया है। मार्केट में पीछे की तरफ कोतवाली के पास पार्किंग स्थल है, लेकिन उस पर कुछ लोगों द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया है, जिसमें मनमर्जी से शुल्क वसूली कर वाहनों की पार्किंग कराई जा रही है। इस पार्किंग स्थल में मार्केट के दुकानदारों व खरीदारी के लिए आने वाले ग्राहकों से भी शुल्क वसूला जाता है, जिसकी कोई रसीद आदि भी नहीं दी जाती है। मार्केट में स्ट्रीट लाइटें या पोल लाइटें भी नहीं हैं, जिससे रात्रि में यहां पूरी तरह अंधेरा रहता है, जिसके चलते यहां रात में असामाजिक तत्वों का बोलबाला रहता है। -- मार्केट में अवैध अतिक्रमण सबसे बड़ी समस्या अतिक्रमण भी इस मार्केट के लिए बड़ी समस्या है, क्योंकि कुछ लोगों द्वारा अपनी दुकानों के बाहर भी कई-कई फीट तक सामान निकालकर रख दिया जाता है, जिससे एक ओर जहां मार्केट में आने वाले ग्राहकों को आने-जाने में परेशानी उठानी पड़ती है, वहीं अतिव्यस्त होने के कारण यह अतिक्रमण भगतसिंह रोड पर भी जाम का कारण बनता है। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन के जिलाध्यक्ष राकेश त्यागी व नगर उपाध्यक्ष हरिओम शर्मा ने बताया कि उनके द्वारा पुलिस-प्रशासन द्वारा हर माह आयोजित होने वाली क्राइम मीटिंग में इन सभी समस्याओं को कई बार उठाते हुए इनके समाधान की मांग की गई है, लेकिन अफसर इस मार्केट की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। ---------- मार्केट में ईरिक्शा का संचालन बंद होने से भी परेशानी मुजफ्फरनगर। शहर की प्राइम लोकेशन पर मौजूद पुरानी तहसील मार्केट में बड़ी संख्या में होलसेल विक्रेता भी हैं। वहीं, मार्केट के ठीक बगल में गुदड़ी बाजार है, जहां जूते-चप्पलों का थोक कारोबार होता है। इसके चलते यहां गांव-देहात से बड़ी संख्या में छोटे दुकानदार भी माल खरीदने आते हैं, जिन्हें अपने माल वाहन टाउन हाल पार्किंग स्थल पर खड़े करने होते हैं। वहीं, पुलिस-प्रशासन द्वारा शिवचौक व भगतसिंह रोड पर ई-रिक्शाओं का संचालन पूरी तरह से बंद किया हुआ है। गुदड़ी बाजार व पुरानी तहसील मार्केट से माल खरीदकर टाउन हाल पार्किंग स्थल तक ले जाने के लिए गांव-देहात के ग्राहकों को ई-रिक्शा की जरूरत पड़ती है, लेकिन पुलिसकर्मियों द्वारा यहां ई-रिक्शाओं को आने नहीं दिया जाता, जिससे काफी परेशानी होती है। मार्केट के व्यापारी सुधांशु गुप्ता ने बताया कि पूर्व में प्रशासन ने कुछ ई-रिक्शाओं को चिन्हित कर उन्हें सर्शत शिवचौक व भगतसिंह रोड पर संचालन की अनुमति दी थी, जिससे समस्या का समाधान हो गया था, लेकिन अब फिर से ई-रिक्शाओं का संचालन इस क्षेत्र में पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। कारोबार की दृष्टि से प्रशासन को इस क्षेत्र में संचालन के लिए पूर्व की ही भांति कुछ ई-रिक्शाओं को अधिकृत किया जाना चाहिए, ताकि कारोबारियों का नुकसान न हो। -------- --- शिकायतें और सुझाव --- शिकायतें --- - प्राइम लोकेशन पर होने के बावजूद पुरानी तहसील मार्केट में सार्वजनिक शौचालयों में स्वीपर नियुक्त नहीं हैं, जिससे वे कूड़ाघर बन गए हैं। - पुरानी तहसील मार्केट में अपनी पार्किंग है, जिस पर कुछ लोगों द्वारा अवैध कब्जा करते हुए अवैध रूप से वाहन पार्किंग कराई जा रही है। - मार्केट में अतिक्रमण गंभीर समस्या है, जिससे अतिव्यस्त रहने वाले भगतसिंह रोड पर भी बार-बार जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। - स्ट्रीट लाइटें न होने के कारण रात्रि में पूरी मार्केट में अंधेरा छा जाता है, जिससे मार्केट में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा हो जाता है। - शिवचौक व भगतसिंह रोड पर ई-रिक्शाओं का संचालन प्रतिबंधित होने के कारण गांव-देहात से आने वाले ग्राहकों को परेशानी होती है। ---- सुझाव --- - पुरानी तहसील मार्केट में दो-दो सार्वजनिक शौचालय हैं, जिनकी सफाई कराकर स्वीपर नियुक्त किए जाएं, ताकि लोगों को परेशानी न हो। - मार्केट पार्किंग को अवैध कब्जे से मुक्त कराकर वहां सुव्यवस्थित तरीके से वाहन पार्किंग करानी चाहिए, ताकि ग्राहकों को सहूलियत मिले। - प्राइम लोकेशन पर मौजूद होने के कारण मार्केट को नियमित रूप से अभियान चलाकर अतिक्रमण से पूरी तरह मुक्त रखा जाता चाहिए। - मार्केट में सुरक्षा के मद्देनजर सभी स्ट्रीट लाइटों के साथ ही बड़ी पोल लाइट भी चालू करानी चाहिए, ताकि असामाजिक तत्वों पर रोक लगे। - भगतसिंह रोड व शिवचौक क्षेत्र में संचालन हेतु कुछ ई-रिक्शाएं अधिकृत की जानी चाहिए, ताकि बाहर से आने वाले ग्राहक परेशान न हो। --------- इन्होंने कहा --- हरेक बाजार की अलग- अलग समस्याएं देखने को मिल रही है। हरेक बाजार में शौचालय की व्यवस्था करानी नगर पालिका प्रशासन की प्राथमिकताओं में है। बाजार में ई रिक्शा का संचालन बंद कराने का काम पुलिस प्रशासन का होगा। जाम की वजह से इस तरह का निर्णय लिया गया होगा। फिर भी व्यपारिक दृष्टिकोण से इन समस्याओं का समााध मीनाक्षी स्वरूप, चेयरपर्सन, नगरपालिका ----- बोले दुकानदार... - पुरानी तहसील मार्केट पूरी तरह अव्यवस्थाओं की शिकार है। न तो पालिका और न एमडीए यहां की समस्याओं का समाधान करने को तत्पर हैं। पुलिस-प्रशासन को मार्केट की समस्याओं का सुनियोजित तरीके से समाधान कराना चाहिए। ब्रजकुमार गर्ग, अध्यक्ष, पुरानी तहसील मार्केट एसोसिएशन ----- - शिवचौक व भगतसिंह रोड कारोबारी प्राचीन मार्केट हैं, जहां प्रशासन को माल लाने-ले जाने के लिए कुछ ई-रिक्शाओं को संचालन के लिए अधिकृत किया जाना चाहिए, ताकि कारोबारियों को परेशानी न हो। राकेश त्यागी, जिलाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन ----- - मार्केट में दो-दो सार्वजनिक शौचालय होने के बावजूद स्वीपर न होने के कारण दोनों बंद पड़े हैं, जो अब कूड़ाघर में तब्दील हो गए हैं, जिससे उठने वाली बदबू से दुकानदार बेहाल रहते हैं। जितेंद्र मदान ----- - मार्केट की पार्किंग पर कुछ अज्ञात लोगों द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया है, जो बिना रसीद दिए ही वहां पैसे लेकर वाहन पार्किंग कराते हैं, जिससे दुकानदारों व ग्राहकों को परेशान होना पड़ता है। राजकुमार जैन ----- - पुरानी तहसील मार्केट में कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमण किया गया है, जिससे ग्राहकों को दुकानों पर आने-जाने में काफी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सुधांशु गुप्ता ----- - मार्केट में स्ट्रीट लाइटों का अभाव है। वहीं पार्किंग स्थल में खड़े पोल पर भी लाइट नहीं जलती, जिससे रात्रि होते ही मार्केट में अंधेरा हो जाता है, जिसमें असामाजिक तत्व सक्रिय हो जाते हैं। शैलेंद्र शर्मा ----- - मार्केट में माल लाने-ले जाने के लिए पुलिस-प्रशासन को कुछ ई-रिक्शाओं को शिवचौक व भगतसिंह रोड पर संचालन के लिए अधिकृत करना चाहिए, जिससे ग्राहकों को परेशानी न हो। सुधीर जैन ----- - मार्केट में रात्रि में असामाजिक तत्वों का आवागमन हो जाता है, जिससे मार्केट में कभी भी कोई घटना हो सकती है। पुलिस को मार्केट में नियमित रूप से गश्त करनी चाहिए। राधेश्याम ----- - मार्केट में आने वाले ग्राहकों के लिए पार्किंग की समस्या सबसे बड़ी है। ग्राहकों को मजबूरन अपने वाहन दुकानों के बाहर खड़े करने पड़ते हैं, जिससे जाम की स्थिति बनी रहती है। अंशुल गुप्ता ----- - मार्केट में सार्वजनिक शौचालय होने के बावजूद नगरपालिका ने यहां स्वीपर नियुक्त नहीं किए हैं, जिससे दोनों शौचालय बंद पड़े हैं, जहां बड़े पैमाने पर कूड़ा डाला जाने लगा है। गुलशन वर्मा ----- - मार्केट में आने वाले ग्राहकों के साथ ही दुकानदारों के वाहन खड़े करने के लिए मार्केट के पीछे स्थित वाहन पार्किंग स्थल को अवैध कब्जे से मुक्त कराया जाना चाहिए। गौतम नामा ----- - मार्केट में कुछ लोगों द्वारा अपनी दुकानों से काफी बाहर तक सामान रखकर अतिक्रमण किया जाता है, जिससे ग्राहकों को दुकानों तक आने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हरिओम शर्मा, नगर उपाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन ----- - पुरानी तहसील मार्केट में पार्किंग व सार्वजनिक शौचालय का अभाव मुख्य समस्या है, जिनका प्रशासन को सुनियोजित तरीके से समाधान कराया जाना चाहिए। फिरोज शेख

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