अखिलेश की जमीन खिसक गई है, ओपी राजभर का पलटवार; दलितों की उपेक्षा करने का लगाया आरोप
सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव पर मुख्यमंत्री रहते हुए जाति आधारित पक्षपात करने और दलितों व अल्पसंख्यकों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है।

उत्तर प्रदेश के मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर मुख्यमंत्री रहते हुए जाति आधारित पक्षपात करने और दलितों व अल्पसंख्यकों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। हाल ही में अखिलेश यादव द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की गई टिप्पणी, जिसमें उन्होंने सत्ता में आने पर जाति जनगणना कराने की अपनी पार्टी की प्रतिबद्धता दोहराई पर प्रतिक्रिया देते हुए राजभर ने इसे विपक्षी नेता का पाखंड करार दिया।
योगी सरकार में मंत्री ओपी राजभर ने कहा, “यह आश्चर्य की बात है कि जो लोग दूसरों के अधिकार छीनते हैं, वही अब ऐसी बातें कर रहे हैं। अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री के रूप में अपने पांच साल के कार्यकाल में पुलिस, ग्राम सेवक, लेखपाल जैसी सेवाओं में जाति के आधार पर नियुक्तियां कीं... उन्होंने 86 में से 56 एसडीएम जातिगत आधार पर बनाए।”
राजभर ने आगे आरोप लगाया कि पिछली समाजवादी पार्टी सरकार के दौरान प्रशासनिक नियुक्तियों में भी जातिगत पक्षपात देखने को मिला। उन्होंने कहा, “अगर अखिलेश यादव वास्तव में पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) में विश्वास रखते, तो इन वर्गों से कम से कम किसी एक व्यक्ति को नियुक्त करते।” राजभर ने यह भी कहा, “दरअसल, जाति जनगणना के कारण अखिलेश यादव की जमीन खिसक गई है, वे अब भ्रमित हैं... उन्हें अब यह समझ में नहीं आ रहा कि आगे क्या होगा, क्योंकि उन्हें जाति जनगणना के संभावित नतीजों का अंदाज़ा हो चुका है।” गौरतलब है कि ओपी राजभर उत्तर प्रदेश में भाजपा नेतृत्व वाली सरकार के सहयोगी हैं।
इसी बीच शुक्रवार को अखिलेश यादव ने वादा किया कि अगर उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनती है, तो लखनऊ के गोमती रिवरफ्रंट पर महाराजा सुहेलदेव की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा, “समाजवादी पार्टी की सरकार बनने के बाद हम गोमती रिवरफ्रंट पर महाराजा सुहेलदेव की एक बड़ी प्रतिमा स्थापित करेंगे। उनका हथियार अष्टधातु से बना होगा।” महाराजा सुहेलदेव ने श्रावस्ती पर शासन किया था और वर्ष 1034 में बहराइच के युद्ध में महमूद गजनवी के भतीजे गाजी सैय्यद सालार मसूद को पराजित किया था। सपा प्रमुख ने आगे कहा कि उन्हें 2027 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में महाराजा सुहेलदेव समुदाय का पूर्ण समर्थन मिलने की उम्मीद है।