Cold Cough Affects One-Third of Children Despite Summer Doctors Warn कोल्ड कफ जकड़ रहा बच्चों का सीना, Pratapgarh-kunda Hindi News - Hindustan
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कोल्ड कफ जकड़ रहा बच्चों का सीना

Pratapgarh-kunda News - प्रतापगढ़ में, गर्मी के मौसम में भी बच्चों में कोल्ड कफ के मामले बढ़ रहे हैं। बाल रोग ओपीडी में एक तिहाई बच्चे इस बीमारी से पीड़ित हैं। डॉक्टरों का कहना है कि वायरस संक्रमण और सफाई की कमी इसके लिए...

Newswrap हिन्दुस्तान, प्रतापगढ़ - कुंडाSat, 12 April 2025 11:06 PM
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कोल्ड कफ जकड़ रहा बच्चों का सीना

प्रतापगढ़, संवाददाता। गर्मी का मौसम आ जाने के बावजूद बच्चों पर कोल्ड कफ भारी पड़ रहा है। बाल रोग की ओपीडी में एक तिहाई बच्चे सिर्फ कोल्ड कफ से पीड़ित मिल रहे हैं। इसके पीछे वायरस संक्रमण और कमजोर सफाई को जिम्मेदार बताते हुए डॉक्टर दवा के साथ एहितयात बरतना बहुत जरूरी बता रहे हैं।

मेडिकल कॉलेज के बाल रोग की ओपीडी में इस समय बीमार बच्चों की संख्या 200 को पार कर जा रही है। डॉ. अनिल सरोज के मुताबिक इसमें से 60 से 70 बच्चे कोल्ड कफ से पीड़ित हैं। मौसम के उतार चढ़ाव के दौरान बीमारी फैलाने वाले वायरस बहुत तेजी से अपनी संख्या और संक्रमित करने की क्षमता बढ़ा लेते हैं। ऐसे में जिन बच्चों की सफाई कमजोर रहती है वे आसानी से वायरस से संक्रमित होकर सर्दी, खांसी, बुखार आदि से पीड़ित हो जाते हैं। डॉक्टर का कहना है कि बच्चों के शरीर के अन्य अंगों की तरह उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) भी पूरी तरह विकसित नहीं हुई होती। ऐसे में वे आसानी से बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। इसलिए जो बच्चे आ रहे हैं उनके परिजनों को समझाया जा रहा है कि बच्चे की इम्युनिटी मजबूत करने के लिए यथा संभव हर उपाय करें। बच्चे के शरीर से लेकर बिस्तर व फर्श तक को वायरस और बैक्टीरिया मुक्त रखने पर ही बच्चों को ऐसे संक्रमण से बचाया जा सकता है।

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बच्चों में कोल्ड कफ के लक्षण

1-गले और सीने में भारीपन

2-खांसी

3-नाक बहना

4-बुखार

5-गले में दर्द

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बच्चों की इम्युनिटी बढ़ाने के उपाय

1-दूध पीने की उम्र वाले बच्चों को मां का दूध जरूर पिलाएं।

2-दूध पिलाने वाली मां को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराएं।

3-भोजन करने वाले बच्चों को पौष्टिक खाना सुनिश्चित करें।

4-बच्चों के हाथ व मुंह बार-बार धुलें।

5-बच्चों के कपड़ों और बिस्तर को साफ रखें।

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इनका कहना है

कोल्ड कफ के मरीजों की संख्या ओपीडी में आने वाले कुल मरीजों के एक तिहाई तक पहुंच गई है। पीड़ित बच्चों के इलाज के साथ उनके परिजनों को इस संक्रमण की वजह बताते हुए उससे बचाव के तरीके समझाए जा रहे हैं।

-डॉ. अनिल सरोज, बाल रोग मेडिकल कॉलेज

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