कानून बदला, नहीं रुकी एक भी छात्र की कक्षोन्नति
Prayagraj News - प्रयागराज में आरटीई 2009 के संशोधन का असर बच्चों के प्रदर्शन पर नहीं पड़ा। कक्षा पांच और आठ की वार्षिक परीक्षा में सभी 89,000 से अधिक छात्र पास हुए हैं। यहां तक कि जो छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हुए,...

प्रयागराज। आरटीई 2009 में संशोधन का असर बच्चों के प्रदर्शन पर नहीं पड़ा। पहले कक्षा एक से आठ तक के सभी छात्र-छात्राओं को कक्षोन्नति दे दी जाती थी। केंद्र सरकार ने 21 दिसंबर 2024 को आरटीई में संशोधन करते हुए कक्षा पांच और आठ की वार्षिक परीक्षा में असफल विद्यार्थियों को एक और मौका देने के निर्देश दिए थे। दूसरी बार भी प्रोन्नति मानदंड को पूरा करने में असफल छात्र या छात्रा को कक्षा पांच या आठ में रोकने की व्यवस्था की गई है। रोचक बात है कि प्रयागराज में कक्षा पांच और आठ की परीक्षा देने वाले 89 हजार से अधिक छात्र-छात्रा में से किसी की कक्षोन्नति नहीं रोकी गई है। यहां तक की जो छात्र या छात्रा वार्षिक परीक्षा में शामिल नहीं हुए उन्हें भी क्लास टेस्ट और अर्द्धवार्षिक परीक्षा के आधार पर पास कर दिया गया है। आरटीई की नोडल अधिकारी नीलम शाक्यवार का कहना है कि किसी भी बच्चे को फेल करने की शिकायत किसी अभिभावक ने नहीं की है। गौरतलब है कि जिले के 2832 परिषदीय विद्यालय (1832 प्राथमिक, 394 उच्च प्राथमिक और 604 कंपोजिट) में कक्षा पांच में 52,769 और आठ में 36,428 छात्र-छात्रा पंजीकृत थे। इनमें से सभी पास हो गए हैं।
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