एयरफोर्स इंजीनियर हत्या में पुलिस के खुलासे पर उठे सवाल, सीएम योगी ने जांच को बनाई एसआईटी
प्रयागराज में एयरफोर्स इंजीनियर की हत्या में पुलिस के खुलासे पर सवाल उठ गए हैं। खुद इंजीनियर की पत्नी ने इसे लेकर सीएम योगी से शिकायत की। इसके बाद जांच के लिए एसआईटी बना दी गई है।

प्रयागराज में एयरफोर्स के इंजीनियर एसएन मिश्रा की सनसनीखेज हत्या की जांच के लिए अब एसआईटी गठित कर दी गई है। मृतक की पत्नी वत्सला मिश्रा को पुलिस के खुलासे पर भरोसा नहीं था। उन्होंने हत्या के खुलासे पर संदेह व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी। शासन के निर्देश पर डीजीपी प्रशांत कुमार ने हत्याकांड की जांच के लिए आईजी प्रेम कुमार गौतम के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम गठित की है। टीम पूरे घटनाक्रम की गहनता से जांच कर अनसुलझे सवालों की पड़ताल करेगी।
बमरौली स्थित मध्य वायु सेना के हाई सिक्योरिटी परिसर के अंदर 29 मार्च की भोर में कमांडर वर्क्स इंजीनियर एसएन मिश्रा की उनके आवास में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। चार अप्रैल को पुलिस ने हत्यारोपी सौरभ पासी सहित उनके पिता शिवकुमार व माता सुनीता को गिरफ्तार कर लूट में नाकाम होने पर गोली मारकर हत्या का खुलासा किया था।
पुलिस के खुलासे पर सवाल उठाते हुए मृतक की पत्नी वत्सला मिश्रा ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी। वत्सला मिश्रा ने घटना के पीछे लूट व चोरी की बजाए सुपारी किलिंग होने की आशंका व्यक्त की है। डीजीपी प्रशांत कुमार ने आईजी रेंज प्रयागराज प्रेम कुमार गौतम के नेतृत्व में जांच के लिए एसआईटी गठित की है। इसमें एडीसीपी कानून व्यवस्था डॉ. अजयपाल शर्मा और एसीपी धूमनगंज अजेंद्र यादव भी शामिल हैं।
कई अधूरे सवालों की परत खोलेगी एसआईटी
सीडब्ल्यूई एसएन मिश्रा की पत्नी वत्सला मिश्रा ने 14 मार्च की रात भी आवास पर घुसपैठ करने की कोशिश और 15 मार्च को एयरफोर्स के सीओ को शिकायती पत्र देने की बात कही है। उस दौरान एसएन मिश्रा ने अपने व परिवार की सुरक्षा को लेकर खतरे की आशंका व्यक्त की थी। यहां तक कि आरोपियों के भागते समय परिसर के अंदर जूता व औजार मिला था। इसके बावजूद एयरफोर्स के अधिकारियों ने घटना को गंभीरता से नहीं लिया। पहली घटना के बाद एसएन मिश्रा ने खुद ही अपने आवास पर सीसीटीवी कैमरे लगवाया था। सूत्रों की मानें तो आखिर पहली घटना के बाद सुरक्षा के कड़े इंतजाम और पुलिस तक सूचना क्यों नहीं दी गई, इसको लेकर भी संबंधित लोगों से पूछताछ की जाएगी।
पांच वायु सेना सेक्टर का था कार्यभार
सीडब्ल्यूई एसएन मिश्रा के पास प्रयागराज के साथ ही वाराणसी, गोरखपुर व पटना सहित पांच वायु सेना सेंटर के सिविल वर्क की जिम्मेदारी थी। सिविल वर्क में करोड़ों रुपये का टेंडर व काम होता है। जांच टीम प्रयागराज सहित इन जिलों के संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों से भी पूछताछ कर सकती है। कहीं ऐसा तो नहीं कि विभागीय कार्य को लेकर किसी तरह का विवाद सामने आया था? ऐसे कई पहलू हैं, जिन सवालों के जवाब अभी अधूरे हैं।