रायबरेली-परिजनों ने जवान की अंत्येष्टि से रोका
Raebareli News - गदागंज थाने के मनिहर गर्वी गांव में सेना के जवान अंकेश तिवारी का पार्थिव शरीर पहुंचा। परिजनों ने अनहोनी की आशंका जताई और कहा कि उनकी मौत ड्यूटी के दौरान हुई। परिजन अंतिम संस्कार करने से मना कर रहे थे।...

-गांव पहुंचा जवान का पार्थिव शरीर, परिजनों ने शव देखकर अनहोनी की आशंका जताई -जन प्रतिनिधि, अधिकारी व सेना के जवानों ने मनाने का किया प्रयास
-गदागंज थाने के मनिहार गर्वी गांव का रहने वाला था जवान
जगतपुर, संवाददाता।
गदागंज थाना क्षेत्र के मनिहर गर्वी गांव में सेना के जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा तो लोग फफक पड़े। चार दिन बाद पहुंचे शव के अंतिम दर्शन के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। परिजनों ने शव को देखा तो उन्होंने अनहोनी की आशंका जताई। कहा कि उसकी ऑन ड्यूटी मौत हुई है। जबकि सेना वाले नहीं बता रहे हैं। परिजनों ने अंतिम संस्कार से मना कर दिया। सेना के अधिकारियों, स्थानीय पुलिस व प्रशासन ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह विफल रहे। अब गुरुवार को अंत्येष्टि होने की उम्मीद है।
गदागंज थाना क्षेत्र के मनिहरगर्वी गांव के निवासी सेना से सेवानिवृत्त रामप्रकाश तिवारी का 25 वर्षीय बेटा अंकेश तिवारी सेना में जवान था। उसकी तैनाती मेघालय के बॉर्डर में थी। वहां उसकी मौत हो गई थी। बीते रविवार को जवान की मौत की खबर पहुंची तो परिवार में कोहराम मच गया। चार दिनों से शव घर पहुंचने का परिजन इंतजार कर रहे थे। बुधवार दोपहर सेना के वाहन से शव पैतृक गांव पहुंचा तो परिजनों में कोहराम मच गया। जवान के अंतिम दर्शन करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। परिजन बेटे का शव देखते ही अवाक रह गए। जवान के शरीर में मिले चोट के निशान देखकर परिजनों को अनहोनी की आशंका जताई। परिजनों ने शव लेकर आए जवानों से वार्ता की। जवानों ने बताया कि मौत के समय वह ड्यूटी पर नहीं था। जबकि परिजनों का कहना है कि उनके बेटे की मौत ड्यूटी के दौरान हुई। जवान शव लेकर अंतिम संस्कार के लिए निकल पड़े कि ग्रामीणों ने सेना के जवानों का वाहन रोक लिया।
परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। परिजनों का आरोप है कि उनके बेटे की मौत ड्यूटी के दौरान हुई, लेकिन सेना के अधिकारी उनके बेटे की मौत के समय उसे छुट्टी पर रहने की बात कह रहे हैं। परिजन मौत को संदिग्ध मानते हुए मामले की जांच कराए जाने की मांग पर अड़ गए। इससे शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। मौके पर मौजूद ऊंचाहार एसडीएम सिद्वार्थ चौधरी और सीओ अरुण कुमार नौहवार, थाना प्रभारी बालेन्दु गौतम आदि ने परिजनों का समझाने के बाद भी परिजन नहीं माने। इसके बाद शव लेकर आए जवानों के द्वारा अधिकारियों से बातचीत की जा रही है, लेकिन कोई हल नहीं निकला। अब उम्मीद है कि गुरुवार को अंतिम संस्कार होगा।
मंत्री दिनेश सिंह व विधायक मनोज पाण्डेय पहुंचे
सेना के जवान की अंत्येष्टि नहीं होने की जानकारी मिलते ही प्रदेश के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह गांव पहुंचे। उन्होंने परिजनों से वार्ता की। उन्हें समझाने का प्रयास किया। सेना के उच्च अधिकारियों से वार्ता की। वहीं, स्थानीय विधायक डॉ मनोज पाण्डेय भी गांव पहुंचे और अफसरों से चर्चा की। परिजनों से बात की और उन्हें भरोसा दिलाया। कहा कि सरकार आपके साथ है।
गुरुवार को अंतिम संस्कार के लिए परिवार के लोग राजी हो गए। शव लेकर आए सेना के जवान रुके हुए हैं। अंतिम संस्कार कराने के बाद ही वह लोग वापस जाएंगे।
बालेन्दु गौतम, थाना प्रभारी गदागंज
सेना के जवान का मामला है, इसलिए वह लोग इस मामले में कुछ नहीं कर पाएंगे। परिजनों की बात मौजूद सेना के जवानों ने अपने अधिकारियों से बात करा दी है।
सिद्वार्थ चौधरी, एसडीएम ऊंचाहार
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।