बारिश के बीच यूपी के इस जिले में कई मकानों में आई दरार, एक पर चला बुलडोजर; चिंता में कई परिवार
तड़क-चमक के साथ गरजते बादल सुबह से ही लोगों को डरा रहे हैं तो वहीं निर्माणाधीन गोड़धोईया नाले के किनारे के कई मकानों में दरार ने परिवारों को चिंता में डाल दिया है। एक मकान पर गुरुवार को प्रशासन को बुलडोजर चलाना पड़ा।

यूपी में पिछले चार दिन से मौसम की उथल-पुथल जारी है। इस बीच गुरुवार को सुबह से ही गोरखपुर में भी जमकर पानी बरस रहा है। तड़क-चमक के साथ गरजते बादल सुबह से ही लोगों को डरा रहे हैं तो वहीं निर्माणाधीन गोड़धोईया नाले के किनारे के कई मकानों में दरार ने परिवारों को चिंता में डाल दिया है। ऐसे ही एक मकान पर गुरुवार को प्रशासन को बुलडोजर चलाना पड़ा। बारिश के बीच मकान की दीवारो में दरार आ गई थी। यह किसी बड़े हादसे का सबब न बन जाए इसलिए प्रशासन ने बुलडोजर से मकान को ध्वस्त करा दिया। मकान गिराने से पहले गुरुवार सुबह प्रशासन ने मकान मालिक को 38.62 लाख रुपए का मुआवजा भी दिया।
गोरखपुर के बशारतपुर की राजनगर कॉलोनी में इस एक्शन के बाद आसपास के मकानों के मालिक और उनके परिवार के लोग चिंता में हैं। उन्हें लग रहा है कहीं भविष्य में उनके मकान गिराने की भी नौबत न आ जाए। जिस मकान को गिराया गया है, वह वीरेंद्र कुमार पांडेय का था। मकान की दीवार फट गई थी।
वीरेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि नाला निर्माण के अंतर्गत आने वाली जमीन की उन्होंने रजिस्ट्री कर दी थी। खुदाई के दौरान मकान के नीचे से मिट्टी कटी तो उन्होंने अधिकारियों से शिकायत की थी,लेकिन उनका मकान बचाने के लिए लोहे के गार्डर नहीं लगाए गए। नतीजतन, मकान की नींव के पास की मिट्टी कट गई। वीरेंद्र कुमार पांडेय का कहना है कि उनके मकान के आसपास के मकानों को भी नुकसान पहुंचने की आशंका है।
क्या बोले अधिकारी
इस मामले में जल निगम के अधिशासी अभियंता पंकज कुमार ने बताया कि वीरेंद्र पांडेय के मकान का मुआवजा देकर गिरा दिया गया। इसके साथ ही अन्य मकानों के लोहे के गार्डर लगाए जाएंगे। अचानक बारिश शुरू होने के कारण दिक्कत आई है, मकान को बचाने और लोगों को बेहतर सुविधा देने की पूरी कोशिश की जा रही है।