सड़क पर चिपके पाकिस्तानी झंडे को लेकर स्कूल से निकाली गई छात्रा को राहत, हंगामा करने वाले भी बैकफुट पर
सड़क पर चिपके पाकिस्तानी झंडे को उखाड़ने की कोशिश के बाद स्कूल से निकाली गई 11वी की छात्रा को राहत मिल गई है। स्कूल ने उसे दोबारा दाखिला दे दिया है। जिन हिंदुवादी संगठनों ने हंगामा किया था, वह भी बैकफुट पर आ गए हैं और खेद जता दिया है।

यूपी के सहारनपुर में सड़क पर लगे पाकिस्तानी झंडे को हटाने के आरोप में वायरल हुई छात्रा को बड़ी राहत मिल गई है। जांच के लिए गठित स्कूल की कमेटी ने उसे निर्दोष पाया है। कमेटी ने उसका टर्मिनेशन निरस्त करके उसे स्कूल आने की अनुमति दे दी है। उधर, इस मामले में हंगामा करने वाले हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने भी घटना पर खेद जताया है।
मामला गंगोह का है। पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में लोगों ने एक विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान पाकिस्तानी झंडा सड़क पर चिपका कर वाहन उसके ऊपर से गुजारे गए थे। प्रदर्शन के बाद इसी स्थान के एक वायरल वीडियो में स्कूली छात्रा का सड़क पर लगे पाकिस्तानी झंडे को उठाने की कोशिश करती दिख रही थी। वीडियो के वायरल होते ही हिन्दू संगठनों से जुड़े लोगों ने स्कूल में हंगामा कर दिया। लोगों की नाराजगी को देखते हुए स्कूल प्रबंधन ने छात्रा को स्कूल से बर्खास्त कर दिया था। स्कूल प्रबंधन ने जांच के लिए कमेटी भी गठित की थी।
उधर, वीडियो वायरल होने के बाद छात्रा ने भी अपना पक्ष रखा था। उसका कहना था कि वह धार्मिक झंडा समझकर उसे हटाने गई थी लेकिन जैसे ही करीब जाने पर उसे पाकिस्तानी झंडा़ होने का अहसास हुआ, वह उसे वैसे ही छोड़कर चली गई लेकिन किसी ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर जारी कर दिया। उसने कहा था कि वह एक देश भक्त परिवार से आती है और उसका सपना भी भारतीय सेना में शामिल होकर देश की सेवा करना चाहती है। उसके पिता भी एक देशभक्त हैं और श्रीराम मंदिर की सुरक्षा में तैनात है। कमेटी द्वारा की गई जांच और छात्रा से विस्तृत बातचीत के बाद यह निष्कर्ष निकाला कि छात्रा की कोई गलत मंशा नहीं थी।
स्कूल प्रिंसिपल का कहना है कि कमेटी की रिपोर्ट के बाद छात्रा का टर्मिनेशन रद्द कर दिया गया है, छात्रा अब स्कूल आ सकेगी। उधर, छात्रा का कहना है कि इस घटना ने भले ही उसे कुछ समय के लिए मानसिक रूप से परेशान किया हो, लेकिन अब वह दोबारा आत्मविश्वास के साथ अपनी पढ़ाई और सपनों की ओर बढ़ेगी।