परंपरागत हुनर को मिलेगा राष्ट्रीय मंच, शिल्पकारों को केंद्र सरकार देगी सम्मान
Sambhal News - संभल की हस्तशिल्प परंपरा को सम्मान देने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। शिल्पकारों को शिल्प गुरु हस्तशिल्प अवार्ड और नेशनल अवार्ड से नवाजा जाएगा। इस पहल का उद्देश्य पारंपरिक कला को बचाना और...

संभल की समृद्ध हस्तशिल्प परंपरा को सम्मान देने और परंपरागत शिल्पकारों को मुख्यधारा में लाने के लिए केंद्र सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। केंद्र सरकार के टैक्सटाइल्स मंत्रालय द्वारा पारंपरिक हस्तशिल्प में महारत रखने वाले शिल्पकारों को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके तहत योग्य शिल्पियों को शिल्प गुरु हस्तशिल्प अवार्ड और नेशनल अवॉर्ड से नवाजा जाएगा। संभल की हैंडीक्राफ्ट हस्तकला न केवल सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है, बल्कि 20 हजार से अधिक शिल्पकारों की आजीविका का आधार भी है। इन्हीं पारंपरिक शिल्पों को सहेजने और नई पीढ़ी तक पहुंचाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने यह निर्णय लिया है। टैक्सटाइल्स मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार इस वर्ष 6 शिल्प गुरु अवार्ड और 19 नेशनल अवार्ड दिए जाएंगे। इसके लिए संभल के हैंडीक्राफ्ट शिल्पकारों को भी आवेदन करने का मौका मिला है। इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल कौशल वार्ष्णेय ने बताया कि इस योजना के तहत शिल्पकारों के आवेदन कराए जाएंगे, जिससे अधिक से अधिक शिल्पकारों की प्रतिभा देशवासियों के सामने आ सके।
गुरु-शिष्य परंपरा को भी मिलेगा बल
संभल। हैंडीक्राफ्ट की परंपरागत कला में दक्षता के साथ-साथ अनुभव और शिक्षा को महत्व देते हुए केंद्र सरकार गुरु-शिष्य परंपरा को भी सशक्त करने का प्रयास कर रही है। शिल्प गुरु अवार्ड के माध्यम से ऐसे वरिष्ठ शिल्पियों को सम्मानित किया जाएगा, जो अपनी कला को पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ा रहे हैं। इस घोषणा के बाद संभल जिले के हड्डी-सींग, शीप, लकड़ी नक्काशी आदि क्षेत्रों से जुड़े पारंपरिक कारीगरों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। वे इसे अपनी कला को राष्ट्रीय मंच पर ले जाने का सुनहरा अवसर मान रहे हैं। यह पहल न केवल परंपरागत शिल्पकारों को राष्ट्रीय पहचान देगी, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत को भी नया जीवन देगी।
जानिए आवेदन की शर्तें
- शिल्प गुरु अवार्ड के लिए आवेदक की न्यूनतम आयु 50 वर्ष होनी चाहिए।
- शिल्प गुरु अवार्ड के लिए जरूरी है कि आवेदक को पूर्व में नेशनल अवार्ड मिल चुका हो।
- नेशनल अवार्ड के लिए जरूरी है कि शिल्पकार को राज्य सरकार द्वारा स्टेट अवार्ड प्राप्त हो।
- शिल्पकार को अपनी परंपरागत कला में सिद्धहस्त होना चाहिए।
आवेदन की प्रक्रिया शुरू
संभल। शिल्प गुरु एवं नेशनल अवॉर्ड हेतु आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इच्छुक और योग्य शिल्पकार किसी भी कार्य दिवस में अपनी कलाकृति के साथ उपायुक्त उद्योग के कार्यालय में उपस्थित होकर आवेदन कर सकते हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त उद्योग योगेश कुमार ने बताया कि संबंधित दिशा-निर्देश हाल ही में प्राप्त हुए हैं और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
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