Sambhal to be Developed as a Spiritual Tourism Hub Meeting Held to Review Plans विकसित होंगे 87 देव तीर्थ स्थल और 24 कोसी परिक्रमा मार्ग, Sambhal Hindi News - Hindustan
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विकसित होंगे 87 देव तीर्थ स्थल और 24 कोसी परिक्रमा मार्ग

Sambhal News - संभल को आध्यात्मिक पर्यटन के वैश्विक मानचित्र पर प्रतिष्ठित करने के लिए जिलाधिकारी डॉ. राजेन्द्र पैंसिया की अध्यक्षता में बैठक हुई। इस बैठक में कल्कि नगरी के विकास, 87 देव तीर्थ स्थलों और 24 कोसी...

Newswrap हिन्दुस्तान, संभलMon, 14 April 2025 06:24 PM
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विकसित होंगे 87 देव तीर्थ स्थल और 24 कोसी परिक्रमा मार्ग

संभल। संभल को आध्यात्मिक पर्यटन के वैश्विक मानचित्र पर प्रतिष्ठित करने की दिशा में सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी डॉ. राजेन्द्र पैंसिया की अध्यक्षता में 'संभल कल्कि देव तीर्थ समिति' की बैठक आयोजित की गई। बैठक में संभल को कल्कि नगरी के रूप में विकसित करने की दिशा में डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) की समीक्षा की गई और आगामी कार्ययोजना पर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ। बैठक में 87 देव तीर्थ स्थलों और 24 कोसी परिक्रमा मार्ग के पुनरुद्धार व विकास पर विशेष जोर दिया गया। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग सुनील प्रकाश को परिक्रमा पथ के निर्माण व मरम्मत को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। साथ ही परिक्रमा मार्ग के समीप सुविधाओं के विकास के लिए उपजिलाधिकारी संभल डा. वंदना मिश्रा को भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। डीएम डॉ. पैंसिया ने कहा कि परिक्रमा मार्ग के प्रत्येक कोस पर संभल महात्म्य से जुड़ी ऐतिहासिक और धार्मिक जानकारियों को विशेष पिलरों के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा, जिससे श्रद्धालु न केवल परिक्रमा का पुण्य लाभ ले सकें, बल्कि तीर्थ की ऐतिहासिक गरिमा से भी परिचित हो सकें। परिक्रमा मार्ग पर वंश गोपाल, चंदेश्वर, क्षेमनाथ नैमिषारण्य, भवानीपुर जैसे प्रमुख पड़ाव स्थलों के अलावा अन्य छोटे तीर्थ पड़ावों को भी भव्य स्वरूप में विकसित करने की योजना पर चर्चा हुई। साथ ही, आठ भव्य तीर्थ द्वारों के निर्माण और मार्ग पर सत्संग भवन, शौचालय, प्रकाश व्यवस्था, पीए सिस्टम और सीसीटीवी कैमरों जैसी सुविधाओं की व्यवस्था पर भी दिशा निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने यह भी अवगत कराया कि सूरजकुंड, कुरुक्षेत्र, विजय तीर्थ, श्वेत दीप, ज्ञान कोश, चतुर्थ सागर, एकांकी तथा पंच गो तीर्थ जैसे स्थलों के साथ-साथ दो पवित्र कूपों के विकास हेतु प्रस्ताव वंदन योजना के अंतर्गत शासन को भेजे जा चुके हैं, जिनकी स्वीकृति के उपरांत क्रियान्वयन आरंभ होगा।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गोरखनाथ भट्ट, अपर जिलाधिकारी प्रदीप वर्मा, उप जिलाधिकारी सम्भल वंदना मिश्रा, भूमि संरक्षण अधिकारी ओंकार सिंह, खंड विकास अधिकारी प्रेमपाल सिंह, अधिशासी अभियंता सुनील प्रकाश, नैमिषारण्य क्षेमनाथ तीर्थ के महंत बाल योगी दीनानाथ, कैला देवी मंदिर के महंत ऋषिराज गिरि महाराज, संजय पोली, सौरभकांत शर्मा सहित समिति के अनेक सदस्य उपस्थित रहे।

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