पीएम श्री की तर्ज पर विकसित हो रहे संभल श्री विद्यालय
Sambhal News - प्रधानमंत्री श्री स्कूलों की तर्ज पर संभल में 144 संभल श्री विद्यालयों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। यह विद्यालय बच्चों के भविष्य को संवारने के साथ-साथ सरकारी शिक्षा व्यवस्था पर लोगों का...

प्रधानमंत्री श्री (पीएम श्री) स्कूलों की तर्ज पर जनपद संभल में शिक्षा की एक नई और प्रेरणादायक कहानी लिखी जा रही है। यहां के 144 संभल श्री विद्यालय अब आधुनिक सुविधाओं से लैस होकर न सिर्फ बच्चों के भविष्य को संवार रहे हैं, बल्कि सरकारी शिक्षा व्यवस्था पर लोगों का विश्वास भी मजबूत कर रहे हैं। संभल श्री विद्यालयों को प्रशासन व शिक्षा विभाग पीएम श्री की तर्ज पर विकसित कर रहा है। पीएम श्री स्कूलों में मिलने वाली सभी सुविधाएं बच्चों को संभल श्री विद्यालय में मिलेगी। जहां पहले सरकारी स्कूलों को उपेक्षा की दृष्टि से देखा जाता था, वहीं अब संभल श्री विद्यालयों की नई पहचान बनी है, बेहतर भवन, स्मार्ट क्लास, डिजिटल लर्निंग, स्वच्छता, खेल-कूद, नवाचार और पर्यावरणीय जागरूकता का संगम।
जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया और सीडीओ गोरखनाथ भट्ट के नेतृत्व में यह अभियान दिन-प्रतिदिन नई ऊंचाइयों को छू रहा है। जनपद के 16 पीएम श्री स्कूल राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर मॉडल के रूप में पहचाने जा रहे हैं। इन्हीं की तर्ज पर 144 संभल श्री स्कूलों में भी उसी तरह का ढांचा और सुविधाएं दी जा रही हैं। इन स्कूलों में अब सीसीटीवी कैमरे, डिजिटल क्लासरूम, सुंदर शौचालय, हैंडवॉश यूनिट, फर्नीचर, पुस्तकालय, प्रयोगशालाएं, विज्ञान व पर्यावरण वाटिकाएं, रंगीन पेंटिंग, खेल के मैदान और झूले बच्चों के लिए प्रेरणा का केंद्र बन गए हैं। संख्या नहीं, गुणवत्ता पर जोर बीएसए अलका शर्मा ने बताया कि संभल श्री स्कूलों में न केवल ढांचागत सुधार हो रहा है बल्कि शिक्षण गुणवत्ता में भी उल्लेखनीय सुधार देखने को मिल रहा है। बच्चों के अधिगम स्तर को बढ़ाने के लिए शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। शिक्षक अब बच्चों को रटने के बजाय समझाने और प्रयोग के जरिये सिखाने पर जोर दे रहे हैं। शिक्षकों की मांग पर संभल श्री स्कूलों का चयन किया गया है। आईएसओ प्रमाणपत्र और राष्ट्रीय पहचान जनपद के पीएम श्री स्कूलों को पहले ही आईएसओ प्रमाणपत्र मिल चुका है और अब संभल श्री विद्यालय भी उसी स्तर को छूने के प्रयास में हैं। शिक्षा विभाग का मानना है कि यह पहल न केवल स्थानीय बच्चों के भविष्य को संवार रही है बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में संभल को देशभर में पहचान भी दिला रही है। पर्यावरण और नवाचार की अनूठी पहल हर स्कूल में हरिशंकरी और मोलश्री जैसे पौधे लगाए जा रहे हैं, जो बच्चों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बना रहे हैं। साथ ही, नटखट रोबोट, खगोलीय प्रयोगशाला, और एजुकेशनल पार्क जैसी पहलें बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को जन्म दे रही हैं। आकर्षक मैदान व वाल पेंटिंग भी लुभा रही संभल श्री विद्यालयों में आकर्षक खेल मैदान व वाल पेंटिंग भी छात्र-छात्राओं समेत उनके अभिभावकों को लुभा रही है। रंगरोगन और स्कूल की बदली तस्वीर के कारण विद्यालय अलग ही दिखाई दे रहे हैं। राष्ट्रीय पक्षी, फल, फूल, पशु, पेड़ लगाओ जीवन बचाओ, जल बचाओ, स्वच्छता अपनाने समेत महापुरुषों की पेंटिंग सुंदरता में चार चांद लगा रही है। इससे लोगों का सरकारी विद्यालयों पर भरोसा बढ़ रहा है। जिलाधिकारी के निर्देशन में जिले के 144 संभल श्री विद्यालयों को पीएमश्री विद्यालयों की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। पीएम श्री स्कूलों में मिलने वाली सभी बुनियादी सुविधाएं संभल श्री स्कूलों में बच्चों को मिलेगी। पहले यह संख्या 21 थी जो अब बढ़कर 144 हो गई है। गोरखनाथ भट्ट, सीडीओ, संभल।
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