यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में फिर गरजे बुलडोजर, 25 अवैध कॉलोनियां ढहाईं; 52 लोगों पर मुकदमा दर्ज
यमुना प्राधिकरण ने गुरुवार को अलीगढ़ के टप्पल क्षेत्र में अवैध रूप से विकसित की जा रही कॉलोनियों के खिलाफ बुलडोजर वाला बड़ा अभियान चलाया। इस दौरान 25 अवैध कॉलोनी को ध्वस्त कर दिया गया। अवैध निर्माण कराने पर 52 लोगों पर मुकदमा कराया गया है।

यमुना प्राधिकरण ने गुरुवार को अलीगढ़ के टप्पल क्षेत्र में अवैध रूप से विकसित की जा रही कॉलोनियों के खिलाफ बुलडोजर वाला बड़ा अभियान चलाया। इस दौरान 25 अवैध कॉलोनी को ध्वस्त कर दिया गया। अवैध निर्माण कराने पर 52 लोगों पर मुकदमा कराया गया है।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि इस अभियान के माध्यम से लगभग 250 करोड़ रुपये मूल्य की अधिसूचित भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है। कार्रवाई के दौरान कुल 15 जेसीबी मशीनों की सहायता से 25 अवैध कॉलोनियों को ध्वस्त किया गया।
प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि इस प्रकार की कार्रवाई आगे भी हर मंगलवार को निरंतर रूप से जारी रहेगी। इस अभियान का नेतृत्व प्राधिकरण के विशेष कार्य अधिकारी एवं अपर जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने किया।
बता दें कि टप्पल में लंबे समय से अवैध अतिक्रमण और निर्माण की शिकायत मिल रही थीं। दूसरी ओर, कार्रवाई के दौरान यमुना एक्सप्रेसवे विकास प्राधिकरण के आलाधिकारियों को लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा।
ग्रेटर नोएडा में अवैध विला पर बुलडोजर चला
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने वैदपुरा गांव में अवैध रूप से बन रहे विला पर गुरुवार को बुलडोजर चलाया। अवैध कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन की कीमत लगभग 50 करोड़ रुपये आंकी गई है। यह जमीन प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में है। प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में बिना अनुमति के किसी तरह का निर्माण नहीं किया जा सकता है। इसके बावजूद अधिसूचित क्षेत्र के वैदपुरा गांव में संस्कार सिटी के नाम से कॉलोनी बसाने की कोशिश की जा रही थी। कॉलोनाइजर द्वारा यहां 50 से अधिक विला का निर्माण किया जा रहा था। प्राधिकरण को इस संबंध में शिकायत मिली। सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर प्राधिकरण की टीम ने गुरुवार को वैदपुरा गांव में कार्रवाई की।
प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह ने बताया कि वैदपुरा गांव के खसरा संख्या 279 की लगभग 20 हजार वर्गमीटर जमीन पर अवैध रूप से विला का निर्माण किया जा रहा था। बिना नक्शा पास कराए अवैध निर्माण पर रोक लगाने के लिए प्राधिकरण की तरफ से कई बार नोटिस जारी किए गए, लेकिन कॉलोनाजर चोरी-छिपे बनाने की कोशिश कर रहे थे। प्राधिकरण की टीम ने पांच जेसीबी और तीन डंपर की मदद से तीन घंटे में अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई का ओएसडी गुंजा सिंह ने भी जायजा लिया।
प्राधिकरण से जानकारी लेने के बाद जमीन खरीदें : एसीईओ का कहना है कि वैदपुरा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की अधिसूचित क्षेत्र में है। प्राधिकरण की अनुमति के बिना या फिर बिना नक्शा पास कराए अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एसीईओ ने लोगों से अपील की है कि ग्रेटर नोएडा में कहीं भी जमीन खरीदने से पहले प्राधिकरण से संपर्क कर उक्त जमीन के बारे में पूरी जानकारी जरूर प्राप्त कर लें।