इंकलाब सिरसिवी की अदबी सेवाओं को किया याद
Sambhal News - प्रसिद्ध शायर इंक़लाब सिरसिवी की बरसी के अवसर पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्तियों ने शायर की साहित्यिक सेवाओं को याद किया और उनके जीवन पर चर्चा की। इंक़लाब...

प्रसिद्ध शायर इंक़लाब सिरसिवी की बरसी के अवसर पर हकीम मौहम्मद अब्बास एजुकेशन सोसायटी के तत्वावधान में मुनव्वर मंज़िल, मोहल्ला चौधरियान, सिरसी पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सिरसी और आसपास के कई नामचीन शख्सियतों ने भाग लेकर शायर की साहित्यिक सेवाओं को याद किया। शोकसभा की अध्यक्षता जनाब ज़हीर अनवर ने की। उन्होंने इंक़लाब सिरसिवी के जीवन और काव्य यात्रा पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जन्म सन् 1945 में सिरसी के एक प्रतिष्ठित इल्मी परिवार में सैय्यद वजीहउल हसन के घर हुआ था। प्रारंभिक शिक्षा सिरसी में प्राप्त करने के बाद, उन्होंने आगे की पढ़ाई अपने चचा मंज़ूरुल हसन मरहूम के पास रहकर आज़ाद इंटर कॉलेज, बरेली से की। बाद में वह फिर सिरसी लौटे और अपने दादा मौलाना हकीम मौहम्मद अब्बास (बर्क़ सिरसिवी) से तालीम हासिल की। अपने शेरों की इस्लाह वे मौलाना अली हादी (जौहर सिरसिवी) मरहूम से लेते रहे। उन्होंने अपनी क़ाबलियत और मेहनत से दिल्ली में एक नई पहचान बनाई और कई शागिर्दों को मार्गदर्शन दिया। रिटायरमेंट के बाद सन् 2009 में वह पुनः सिरसी लौटे और अंतिम सांस तक शागिर्दों को इस्लाह देते रहे। यह सिलसिला 3 मई 2024 को उनके इंतिक़ाल के साथ समाप्त हो गया। कार्यक्रम में मौलाना शमीम हैदर (शौज़ब सिरसिवी), मौलाना सफ़ी असग़र (नजमी सिरसिवी), मारूफ़ सिरसिवी, तासीर सिरसिवी, काज़िम सिरसिवी, मास्टर शुऐब रज़ा, और सैय्यद ज़फ़र इक़बाल सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। संचालन तासीर सिरसिवी ने किया और अंत में प्रबंधक कमाल अख़्तर नक़वी ने सभी आगंतुकों का आभार प्रकट किया। मरहूम की मग़फ़िरत के लिए दुआ की गई और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। यह कार्यक्रम न सिर्फ़ एक शायर की याद में आयोजित श्रद्धांजलि थी, बल्कि एक ऐसे अदबी सफर की भी कहानी थी, जो आज भी बहुत से नौजवानों को प्रेरणा दे रहा है।
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