अनियमितता में प्रधान का वित्तीय व प्रशासनिक पॉवर सीज
Santkabir-nagar News - संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले के विकास खंड बघौली के ग्राम पंचायत भगवानपुर

संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले के विकास खंड बघौली के ग्राम पंचायत भगवानपुर में शिकायत पर हुई जांच में अनियमितता पाए जाने पर डीएम ने दोषी प्रधान का वित्तीय एवं प्रशासनिक पॉवर सीज कर दिया। इसक साथ ही दोषी पाए गए ग्राम पंचायत सचिव के खिलाफ कार्रवाई के लिए डीपीआरओ को निर्देश दिया है। डीएम ने प्रकरण की अंतिम जांच उप कृषि निदेशक को सौंपी है।
विकास खंड बघौली के भगवानपुर के रहने वाले शैलेश कुमार राजभर पुत्र जवाहिर ने 18 अक्तूबर 2024 को 18 परियोजनाओं पर रनिंग पेमेंट के नाम पर बिना निर्माण कार्य कराए ही ग्राम पंचायत भगवानपुर में लाखों रुपये हड़पे जाने का आरोप लगाते हुए शिकायत की गई थी। डीएम ने लोक निर्माण विभाग के एई विमल कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी महेंद्र कुमार व उपायुक्त श्रम रोजगार डॉक्टर प्रभात द्विवेदी की समिति गठित कर जांच कराई। जांच में ग्राम प्रधान और सचिव के जरिए वित्तीय अनियमितता किया जाना पाया गया। 27 जनवरी 2025को डीपीआरओ ने सचिव प्रेम चंद यादव और डीएम ने 29 जनवरी को प्रधान रामवृक्ष को नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण मांगा। सचिव प्रेमचंद यादव के जरिए अपने स्पष्टीकरण में अवगत कराया गया कि बिंदु संख्या 1, 9, 10 व 17 का कार्य शिवमूरत मौर्या तत्कालीन सचिव के जरिए कराया गया है। 31 मार्च को 2025 को तत्कालीन सचिव शिवमूरत मौर्या को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया। ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सचिव के जरिए उपलब्ध कराए गए स्पष्टीकरण का परीक्षण हुआ।
डीपीआरओ मनोज यादव ने बताया कि बिंदु संख्या 01 में शिकायत है कि धनुषधारी के घर से कन्हैया के घर तक भमिगत नाली का निर्माण 08 मई 2023 को धनराशि 58780 रुपये आहरित किया। जांच आंख्या के अनुसार सत्यापन में उक्त कार्य मौके पर नहीं पाया गया। पूछने पर ग्राम प्रधान ने अवगत कराया कि विवाद के कारण मौके पर कार्य नहीं हो सका। सत्यापन के दौरान 250 मिमी व्यास 2.00 मीटर लंबाई का ह्यूम पाइम 25 अदद प्राथमिक विद्यालय परिसर में दिखाया, बिना कार्य कराए उक्त धनराशि आहरित की गई है। जबकि बिंदु संख्या 09 की जांच में पाया गया कि ग्राम पंचायत सचिव के जरिए उपलब्ध कराए गए अभिलेख के अनुसार हलीम के घर के सामने हैंडपंप का रिबोर कार्य टैक्स इनवाइस में दर्ज है। मौके पर उपलब्ध सचिव के जरिए बताया गया कि इस कार्य का स्थल परिविर्तत किया गया है। सत्यापन में पाया गया कि निर्माणाधीन आरसीसी के पास रिबोर का कार्य कराया जा रहा है। जबकि धनराशि का आहरण पूर्व में किया जा चुका है। जांच में प्रधान एवं सचिव के जरिए 112116 रुपये का प्रथम दृष्टया वित्तीय अनियमितता किया जाना पाया गया।
डीएम महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि वित्तीय अनियमितता में ग्राम पंचायत भगवानपुर के प्रधान रामवृक्ष का वित्तीय एवं प्रशासनिक पॉवर सीज कर दिया गया है। प्रकरण की अंतिम जांच उप कृषि निदेशक को सौंपी गई है। संबंधित सचिव के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए डीपीआरओ को निर्देश दिया है। बीडीओ बघौली से ग्राम पंचायत के निर्वाचित सदस्यों की सूची डीपीआरओ कार्यालय में उपलब्ध कराने को कहा है।
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