नगर पंचायत हैंसर के टेम्हा मोहल्ले को विकास कार्यों की है दरकार
Santkabir-nagar News - संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले के नगर पंचायत हैंसर बाजार धनघटा के टेम्हा मोहल्ला

संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले के नगर पंचायत हैंसर बाजार धनघटा के टेम्हा मोहल्ला दो साल से विकास कार्यों से वंचित है। इसे विकास कार्यों के हैवी डोज की दरकार है। मोहल्ले वासी आज भी ग्रामीण परिवेश में जीवन जी रहे हैं। टूटे हुए रास्ते और बजबजाती नालियों के कारण लोगों को आने-जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क पर पानी बह रहा है। वार्ड की बजबजाती नालियां, चारो तरफ फैली गन्दगी, टूटी हुई गलियों की सड़के यहां के वासियों के लिए मुसीबत बन गई हैं। मोहल्ले में जगह-जगह गन्दगी फैली है। साफ सफाई के अभाव में नालियां जाम हैं।
गंदे पानी की निकासी न हो पाने से गन्दा पानी गलियों में जमा हो रहा है। यहां पर लगे हैण्डपम्म दूषित पानी दे रहे हैं। गन्दगी व जलजमाव से मच्छरों का प्रकोप काफी तेजी के साथ बढ़ गया है। मोहल्ले में जाने वाले मुख्य मार्ग पर जगह-जगह गड्ढा बना हुआ है। गंदगी से उठ रही दुर्गंध से लोगों का रहना दूभर हो गया है। जिसके चलते बीमारियों के फैलने की आशंका बढ़ गई है। नगर पंचायत हैंसर बाजार धनघटा के वार्ड नम्बर 16 टेम्हा के निवासी बदहाली का जीवन जी रहे हैं। बरसात आते ही मोहल्ले में जगह-जगह जलजमाव हो जाता है जिसके चलते लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मोहल्ले की सफाई के अभाव एवं जल निकासी की व्यवस्था न होने से कस्बा वासियों को गंदे पानी की वजह से उठ रही दुर्गंध का सामना हर समय करना पड़ रहा है और मच्छरों का प्रकोप भी तेजी से बढ़ रहा है। नगर पंचायत हैंसर बाजार-धनघटा बनने के बाद भी यहां के लोग वार्ड की दुर्दशा को लेकर काफी परेशान हैं। मुहल्ले में सड़क व नाली की समस्या लम्बे समय से चली आ रही है। जिसका निराकरण होता नहीं दिख रहा है। मोहल्ले के लोग बदहाल जीवन जी रहे हैं। बारिश में जल निकासी न होने से होती है समस्या इस मोहल्ले से जल निकासी की समस्या काफी दिनों से चली आ रही है। नगर पंचायत बनने से पूर्व ग्राम पंचायत द्वारा ही विकास कार्य करवाया गया था उसके बाद से आज तक कोई विकास कार्य नहीं कराया गया। बरसात का पानी मोहल्ले से बाहर बड़ी मुश्किल से जा पाता है। इससे बरसात में जलभराव हो जाता है। जलभराव के कारण यहां आने-जाने वाले राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। बरसात के सीजन में जल निकासी न होने के कारण आने जाने वालों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इससे भी अधिक समस्या स्कूल जाने वाले बच्चों को होती है। मोहल्ले में पीने का शुद्ध पानी मयस्सर नहीं इस मोहल्ले में निवासियों को पीने के लिए शुद्ध पेयजल की सुविधा उपलब्ध नहीं है। नगर पंचायत के तरफ से वाटर सप्लाई की व्यवस्था नहीं की गई है। इसके कारण लोग मजबूर होकर हैंडपंप का पानी पी रहे हैं। कुछ लोग जो साधन संपन्न हैं वे आरओ का पानी खरीद कर पी रहे हैं। पूर्व में लगे इंडिया मार्का हैंडपंप भी रीबोर के अभाव में दूषित पानी दे रहे हैं। इसके अलावा लोगों ने अपनी सुविधा के लिए देशी हैंडपंप लगवा रखे हैं। इसी देशी हैंडपंप का पीने को नगर वासी मजबूर हैं। गड्ढे में तब्दील हैं मुख्य मार्ग व गलियां मोहल्ले का मुख्य मार्ग हो या यहां की गलियां सभी पर जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं जिसके चलते आवागमन में दिक्कतें हो रही हैं। बड़े व छोटे वाहन हिचकोले खाते हुए चलते हैं। बीमार लोगों को लाने-ले जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। साफ सफाई न होने से फैली है गंदगी मोहल्ले में जगह-जगह साफ सफाई के अभाव में गंदगी फैली हुई हैं। इस चिलचिलाती धूप व भयंकर गर्मी असर से इन कूड़ा-करकटों में जहरीले जंगली कीड़े- मकोड़े का खतरा बना रहता है। कभी भी कोई अप्रिय हादसा हो सकता है। गलियों में लोगों के घरों के सामने भी नियमित सफाई नहीं हो पाती है। अधिकांश रास्तों पर गन्दगी फैली रहती है। वहीं जाम नालिया भी लोगों के परेशानी का मुख्य कारण है। मोहल्ले में नहीं है सार्वजनिक शौचालय इस मोहल्ले में सार्वजनिक शौचालय नहीं बना है। सार्वजनिक शौचालय न होने के कारण लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। लोगों को सड़कों के किनारे खुले में शौच जाना पड़ता है। बरसात के मौसम में अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जिसके चलते जगह-जगह सड़कों के किनारे गंदगी फैली रहती है। पूर्व में घरों में बने निजी शौचालय बदहाली का शिकार हो गए हैं। शादी विवाह में बारात आने पर व अन्य कार्यक्रम में शौचालय की आवश्यकता बढ़ जाती है। ऐसे कार्यक्रमों के दौरान यहां के निवासियों को भारी परेशानी होती है। बजबजाती नालियों के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ा इस मोहल्ले में सफाई की कमी होने और बजबजाती नालियों के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। अप्रैल माह में संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया गया था। इस अभियान में सभी विभागों को मिलकर काम करना था। इसमें नालियों व झाड़ियों की सफाई भी करानी थी। यहां देखकर नहीं लगता है कि अभियान चलाया गया है। इसके चलते मच्छर जनित रोगों के फैलने की आशंका बनी हुई है। जब से नगर पंचायत बना है तबसे अब तक केवल एक बार दवाओं का छिड़काव हो पाया है। वार्ड में नालियों की होनी चाहिए साफ सफाई वार्ड में जल निकासी की समुचित साफ-सफाई की व्यवस्था न होने के कारण जगह-जगह नालियां पूरी तरह से भारी पड़ी हुई है। जिसके चलते मच्छर जनित संक्रामित बीमारियों के फैलने की आशंका बढ़ गई है। जिसको लेकर नगर वासियों ने बताया कि जिम्मेदारों को पहले नाली की व्यवस्था करनी चाहिए और समय-समय से दावाओं का छिड़काव भी करना जरूरी है। नगर पंचायत अध्यक्ष रिंकू मणि ने कहा कि नगर पंचायत को आदर्श नगर पंचायत बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे नगर के विकास के लिए शासन से भी बात की गई है। नई नगर पंचायत होने से सभी कार्यक्रम से कराए जा रहे हैं। कोई वार्ड मोहल्ला सुविधाओं से वंचित नहीं रहेगा। सभी का समुचित विकास होगा। एडीएम जयप्रकाश ने कहा कि नई नगर पंचायतों का तेजी से विकास कराया जा रहा है। हैंसर बाजार-धनघटा भी नई नगर पंचायत है। वहां कार्य अधिक होने हैं। धन की उपलब्धता के अनुसार क्रम से कार्य कराए जा रहे हैं जल्द ही सभी समस्याओं को दूर कराया जाएगा।
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