प्राईवेट स्कूलों में बढ रही फीस वसूली की समस्या को सौंपा ज्ञापन
Shamli News - आज़ाद अधिकार सेना के पदाधिकारियों ने राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने प्राइवेट विद्यालयों में हो रहे अन्याय, अत्याचार और उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई। ज्ञापन में कहा गया कि छात्रों से...

आज़ाद अधिकार सेना के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर को सौंपा। जिसमें उन्होने प्राइवेट विघ्द्यालयों में किए जा रहे विभिन्न अन्याय, अत्याचार और उत्पीड़न को रोकने की मांग की है। शुक्रवार को दिए ज्ञापन में उन्होने कहा कि देश के विभिन्न बोर्ड के प्राइवेट विघ्द्यालयों में किए जा रहे विभिन्न अन्याय, अत्याचार और उत्पीड़न के संबंध में जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। कहा कि बच्चों से मासिक शुक्ल के रूप में मनमाने ढंग से धनराशि की वसूली हो रही है। स्कूलों द्वारा फीस के नाम पर के 3000 से के 25000 प्रति माह तक मासिक वसूला जा रहा है। स्कूलों घ्द्वारा बोर्ड की कम दर की अधिकृत पुस्तकों को ना लेकर विघ्द्यार्थियों को निजी पुस्तक प्रकाशको से अनावश्यक रूप से अत्यंत महंगी पुस्तकें खरीदने को बाध्य किया जा रहा है। इसी प्रकार पोशाक के नाम पर मनमाने शुल्क वसूले जा रहे हैं और जो पोशाक बाहर आधे दाम पर मिल जाएगी, उसे मनचाही दुकानों से कमीशन लेकर दुगुने-तिगुने दर पर खरीदवाया जा रहा है। एडमिशन चार्ज के नाम पर एक भारी धनराशि वसूली जा रही है। शिक्षा का अधिकार कानून का पालन नहीं किया जा रहा है तथा गरीबों को इसका कोई लाभ नहीं दिया जा रहा है। यह सब तथ्य अत्यंत गंभीर हैं और प्रत्येक घर को और प्रत्येक परिवार को प्रभावित करते हैं। इसलिए इनके संबंध में तत्काल ध्यानाकर्षण नितांत आवश्यक है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।