तारों का मकड़जाल, नगरों में लगे हाइड्रेंट जमींदोज
Shravasti News - बद इंतजामी -भिनगा व इकौना में कुल 19 हाईड्रेंट का पता नहीं -अग्निकांड के

बद इंतजामी -भिनगा व इकौना में कुल 19 हाईड्रेंट का पता नहीं -अग्निकांड के दौरान बुझाने को तलाशना पड़ता है पानी श्रावस्ती, संवाददाता। गर्मी का सीजन है और अग्निकांड की संभावनाएं बढ़ गई हैं। नगर क्षेत्र में आग बुझाने के लिए दमकल टीम को पानी तलाशना पड़ता है। विभागीय कागजों में मौजूद फायर हाईड्रेंट जमीदोज हो चुके हैं जिनका अता पता नहीं है। वहीं पोल पर तारों का मकड़जाल फैला हुआ है। जिसके कारण आग जैसी घटनाओं से बचाव में परेशानी होती है। जिले में एक मुख्य अग्निशमन स्टेशन जिला मुख्यालय भिनगा में व एक अस्थाई सब स्टेशन इकौना नगर पंचायत में है।
जिनके पास दो छोटे व दो बड़े वाहन उपलब्ध है। करीब 13 लाख से अधिक की आबादी की आग से सुरक्षा इन्हीं दो फायर स्टेशनों के भरोसे है। जिले में दो मुख्य शहर हैं। एक भिनगा नगर पालिका परिषद व दूसरा नगर पंचायत इकौना। दोनों में ही घनी आबादी के साथ सैकड़ों दुकाने हैं। ऐसी भी गली हैं जहां अग्निकांड की घटनाएं होने पर वाहन आसानी से नहीं पहुंचते। सबसे बड़ी बदइंतजामी पानी की है। भिनगा नगर में 14 फायर हाईड्रेंट प्वाइंट व इकौना में पांच हाईड्रेंट प्वाइंट हैं। लेकिन जब फायर वाहनों में पानी भरने की जरूरत होती है तो यह नाकाफी साबित होते हैं। क्योंकि सभी के सभी हाईड्रेंट जमीदोज हो चुके हैं। कुछ अतिक्रमण के चलते जमीन में गायब हो गए तो कुछ सड़क चौड़ी करण में जमीन के अन्दर दब गए। हाइड्रेंट प्वाइंट के जमींदोज होने की कमी विभाग को भी खल रही है। उसे यह अच्छे से पता है कि शहरों में अग्निकांड की घटना के दौरान पानी की कमी खलेगी। क्योंकि चार वाहन हैं जिसमें किसी में दो हजार लीटर तो किसी में 400 से 500 लीटर पानी ही आता है। एक बार वाहन का टैंक खाली होने के बाद या तो तालाब का सहारा लेना पड़ेगा या फिर फायर स्टेशन जाकर पानी की व्यवस्था हो सकेगी। हालाकि अभी तक जिले के दोनों नगरों में कभी भी बड़ी अग्निकांड की घटना सामने नहीं आई हैं। लेकिन सवाल यह है कि यदि कभी बड़ी अग्निकांड की घटना हुई तो उस पर काबू पाने में हाईड्रेंट की जरूरत पड़ेगी। तब जमीदोज हुए हाईड्रेंट की कमी साफ खलेगी। तारों का फैला रहता है मकड़जाल भिनगा नगर पालिका व इकौना नगर पंचायत में कई स्थान ऐसे हैं जहां पर बिजली खंभों पर तारों का मकड़जाल फैला हुआ है। इसके कारण आग की घटनाएं होने की आशंका बनी रहती है। कई स्थान ऐसे हैं जहां पर पोल झुके हुए हैं। तारों के मकड़जाल से भी लोगों को मुक्ति नहीं मिल पा रही है। वहीं आग की घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। कोट- भिनगा में 14 व इकौना में पांच हाइड्रेंट है। लेकिन सभी हाईड्रेंट अकार्यशील हैं। जिसे ठीक कराने की जिम्मेदारी नगर पंचायत व नगर पालिका की है। लगातार पत्राचार किया जा रहा है। लेकिन अभी ठीक नहीं कराए गए हैं। हाईड्रेंट न होने से आग लगने के दौरान मौके पर पानी नहीं मिल पाता। संजय जायसवाल, अग्निशमन अधिकारी
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