भांजी-भतीजी की शादी छोड़ सीमा की रक्षा को लौटे जवान, फोन आते ही जिसे जो साधन मिला उसी से हुए रवाना
शादी से 2 दिन पहले जवान के ड्यूटी पर जाने से परिवार के साथ ही पड़ोस के लोगों की भी आंखें भर आईं। दो दिन बाद शादी के जोड़े पहनने वाली भतीजी की आंखों से आंसू नहीं थम रहे थे। एक गांव के BSF जवान की तैनाती गुजरात सीमा पर है। भांजी की शादी के लिए वह 25 मई तक की छुट्टी लेकर घर आ गया था।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाक के बीच बढ़े तनाव के कारण जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। सहालग के इस मौसम में प्रयागराज, प्रतापगढ़ और कौशाम्बी के जो जवान बड़े अरमान से भाई, भांजी, भतीजी या किसी अन्य रिश्तेदार की शादी में शामिल होने घर आए थे, उन्हें अब सरहद कूच करना पड़ रहा है। कमांड से फोन आते ही जवान जो भी साधन मिला उससे सीमा की रक्षा के रवाना हो रहे हैं।
प्रतापगढ़ के पट्टी इलाके सदहा बाजार के पास स्थित एक गांव का जवान अपनी भतीजी की शादी की तैयारी के लिए छुट्टी लेकर एक सप्ताह पहले ही घर आ गया था। शादी 11 को है पर फरमान आते ही वह लौट गया। शादी से दो दिन पहले जवान के ड्यूटी पर जाने से परिवार के साथ ही पड़ोस के लोगों की भी आंखें भर आईं। दो दिन बाद शादी के जोड़े पहनने वाली भतीजी की आंखों से आंसू नहीं थम रहे थे। लालगंज के एक गांव के बीएसएफ जवान की तैनाती गुजरात सीमा पर है। भांजी की शादी के लिए वह 25 मई तक की छुट्टी लेकर घर आ गया था। शादी से एक दिन पहले ही उसे सीमा की रक्षा के लिए निकलना पड़ा। भुज में तैनात इसी तहसील के एक और जवान को 15 मई तक की छुट्टी पूरी होने से पूर्व ही रवाना होना पड़ा।
जयमाल के वक्त आया फोन, फौरन रवाना
प्रतापगढ़ में रानीगंज के एक गांव के रहने वाले जवान की तैनाती दिल्ली में नायक के पद पर है। उसके छोटे भाई की शादी पांच मई को थी। वह दो मई को घर आ गया था, पांच मई की आधीरात जयमाल का कार्यक्रम चल रहा था। सेना के जवान ने वर और वधु को आशीर्वाद दिया। तभी उसका फोन बज गया। तत्काल ड्यूटी के लिए बुलावा आ गया। वह आनन फानन में 6 मई की सुबह ड्यूटी पर निकल गया। जम्मू में तैनात रानीगंज के रहने वाला एक जवान दिल्ली तक गया। फ्लाइट न मिलने पर उसने अधिकारी से बात की तो उसे ट्रेन से आने को कहा गया। कोहंडौर बाजार के करीब के एक गांव के रहने वाले आईटीबीपी, सीआरपीएफ के सात जवान छुट्टी रद्द कर गुरुवार और शक्रवार को ड्यूटी पर रवाना हो गए।
प्रयागराज के उरुवा विकास खंड के एक गांव के जवान की तैनाती बीएसएफ में है। अपने छोटे भाई के विवाह समारोह में शामिल होने वह घर आया था। शादी 17 मई को होनी है लेकिन उसे वापस लौटना पड़ा। इसी गांव के एक और जवान को भी छुट्टी रद्द कर रवानगी करनी पड़ी। इसी इलाके एक और गांव का जवान अपने भतीजे की शादी में शामिल होने के लिए आया था, भतीजा भी एयरफोर्स में है। उन्हें भी शादी छोड़ वापस जाना पड़ा।