दुनिया भर में सबसे घातक और तेज होगी लखनऊ की ब्रह्मोस मिसाइल, फैक्ट्री का उद्घाटन कल
ब्रह्मोस मिसाइल की फैक्टरी तैयार है। 11 तारीख को इसका उद्घाटन होना है। पाकिस्तान से तनाव बढ़ने के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने फिलहाल दौरा रद्द कर दिया है। वर्चुअल तौर पर नई दिल्ली से फैक्टरी का उद्घाटन करेंगे। लखनऊ की ब्रह्मोस मिसाइल दुनिया के सबसे घातक मिसाइल में शीर्ष पर होगी।

लखनऊ के डिफेंस कॉरिडोर में बनने जा रही ब्रह्मोस नेक्स्ट जेन की होगी। इसकी वर्तमान ब्रह्मोस से कहीं ज्यादा क्षमता होगी। साथ ही दुनिया के सबसे घातक मिसाइल में शीर्ष पर होगी। डिफेंस कॉरिडोर सरोजनीनगर में ब्रह्मोस मिसाइल की फैक्टरी तैयार है। 11 तारीख को इसका उद्घाटन होना है। पाकिस्तान से तनाव बढ़ने के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने फिलहाल दौरा रद्द कर दिया है। वर्चुअल तौर पर नई दिल्ली से फैक्टरी का उद्घाटन करेंगे।
शुरुआती ब्रह्मोस की रेंज 290 किमी थी। 2017 में 490 किमी रेंज का परीक्षण किया गया। सैन्य सूत्रों के अनुसार इसका अगला संस्करण 1500 किलोमीटर से अधिक दूरी तक मार करने में सक्षम होगा। 4321 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दूरी तय करने की क्षमता होगी। सुखोई 30 एमकेआई के अलावा तेजस एमके 1 ए और राफेल में लैस किया जा सकेगा। वजन करीब 1.5 टन होगा और लम्बाई 6 मीटर। नेक्स्ट जेन ब्रह्मोस मौजूदा मिसाइल से 50 फीसदी हल्की और तीन मीटर छोटी होगी। यह रडार की पकड़ में नहीं आ सकेगी। इस मिसाइल को डीआरडीओ और रूस की एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया कंपनी ने तैयार किया है। मौजूदा ब्रह्मोस एशिया की 10 सबसे खतरनाक और मारक मिसाइलों में एक है।
लखनऊ हर आपदा से निपटने के लिए तैयार
देश की सरहद पर तनाव के बीच सभी सार्वजनिक स्थलों पर जरूरी सतर्कता बढ़ा दी गई है। अस्पतालों में बेड आरक्षित किए गए हैं। डॉक्टरों, कर्मचारियों की आपदा राहत टीम गठित कर दी गई है। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
अमौसी एयरपोर्ट की सुरक्षा बढ़ी
लखनऊ के अमौसी स्थित एयरपोर्ट पर सुरक्षा जांच बढ़ा दी गई है। फ्लाइट से जाने वाले एयरपोर्ट पर डिपार्चर के तीन घंटे पहले पहुंच रहे हैं। आमतौर पर एयरपोर्ट में प्रवेश के समय चेकिंग होती है। इसके बाद चेकइन सुरक्षा काउंटर पर सघन तलाशी ली जाती है। अब जांच का दायरा और बढ़ा दिया गया है। प्रत्येक यात्री की सेकेंडरी लैडर प्वाइंट चेंकिग (एसएलपीसी) शुरू कर दी गई है। ऐसे में लखनऊ एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों से अतिरक्त समय लेकर निकलने और एयरपोर्ट पर सुरक्षाकर्मियों का सहयोग करने की अपील की है।
एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ के अलावा पुलिस गश्त भी बढ़ाई गई है। सीआईएसएफ के सभी बुलेट प्रूफ वाहन सिटी साइड क्षेत्र में पेट्रोलिंग कर रहे हैं। शहीद पथ फ्लाईओवर और कानपुर रोड से आने वाले वाहनों की तलाशी ली जा रही है। यह तलाशी दो बार भी हो सकती है। इसकी वजह यह है कि रैंडम आधार पर पुलिस वाहन को रोक कर जांच पड़ताल कर रही है ताकि कोई लापरवाही न हो। इसी तरह से सीआईएसएफ ने भी सुरक्षा नाका बना रखा है। यहां भी रैंडम आधार पर वाहनों को रोक कर जांच की जा रही है कि उसमें कोई हथियार या विस्फोटक तो नहीं। गाड़ी में कोई वांछित या संदिग्ध तो नहीं है, इसकी जांच की जा रही है।