सपा सांसद रामजी लाल सुमन फिर हाउस अरेस्ट करने पर उखड़े, पुलिस का नोटिस फाड़ा
राणा सांगा विवाद के बाद करणी सेना के निशाने पर आए समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन को एक बार फिर हाउस अरेस्ट किया गया और कार्यक्रम में जाने से रोक दिया गया। इससे वह बुरी तरह उखड़ गए और पुलिस की नोटिस को फाड़ दिया।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन सोमवार सुबह फिर नजरबंद कर लिए गए। वे मथुरा जिले की नौहझील के गांव भूरेका जा रहे थे। खबर लगते ही पुलिस ने उनके आवास को छावनी में बदल दिया। इस दौरान सांसद और पुलिस के अफसरों के बीच तीखी नोंकझोंक हो गई। गुस्साए सांसद ने पुलिस का नोटिस भी फाड़ दिया। राणा सांगा विवाद के बाद करणी सेना के निशाने पर आए सांसद को लेकर पुलिस सतर्कता बरत रही है। इसी को लेकर पहले भी उन्हें घर में रोका गया है।
सोमवार को सांसद सुमन मथुरा जाने की तैयारी कर रहे थे। भूरेका गांव में दलित हंसराज की बेटी के शादी समारोह में मारपीट की गई थी। सांसद को पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने वहां जाने के निर्देश दिए थे। पुलिस को खबर लगते ही तमाम आला अधिकारी सांसद आवास पहुंच गए। मथुरा की पुलिस भी आ गई। आवास को चारों ओर से बैरीकेड कर दिया गया। बैरियर लगा दिए गए। जैसे ही सांसद बाहर आए पुलिस अधिकारियों ने उन्हें उनकी सुरक्षा का हवाला देकर मथुरा प्रस्थान रद करने का अनुरोध किया।
इस पर सांसद ने कहा कि वे पीड़ित दलित के परिवार से मिलने जा रहे हैं। उनके अध्यक्ष ने निर्देश दिए हैं। अगर सुरक्षा का सवाल है तो वह सादा कागज पर खुद की सुरक्षा का जिम्मा लेने की बाबत लिखकर देने को तैयार हैं। उनके साथ कुछ भी होता है तो किसी की जिम्मेदारी नहीं होगी। इस पर भी पुलिस ने उन्हें जाने नहीं दिया। सांसद जैसे ही बैरीकेडिंग की ओर बढ़े तो पुलिस ने उन्हें नोटिस थमा दिया। गुस्साए सांसद सुमन ने उसे वहीं फाड़कर फेंक दिया।
'हम पार्टी चलाना बंद कर दें क्या'
नाराज सुमन ने पुलिस अफसरों से कहा कि जब भी कहीं निकलते हैं तो आकर उन्हें रोक लिया जाता है। मेरठ, बुलंदशहर, हाथरस, अलीगढ़, कासगंज नहीं जाने दिया गया। चुनाव ही राजनीति नहीं है। नेताओं ने दबे-कुचले, शोषितों के पास जाकर सांत्वना देनी होती है। उनके सुख-दुख में शामिल होना पड़ता है। चुनाव पांच साल बाद आते हैं। इस बीच हमारा यही काम है। आप यह काम बंद कराना चाहते हैं। क्या हम पार्टी चलाना बंद कर दें।