बीमार भाई से मुक्ति के लिए रची खौफनाक घटना, पहले कराया बीमा, फिर कर दी हत्या; दो गिरफ्तार
संभल में मानवता को शर्मसार करने वाली एक के बाद एक घटनाएं सामने आ रही हैं। शुक्रवार को भी पुलिस ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है। ग्रामीण ने कर्ज से परेशान होकर अपने लकवाग्रस्त सगे भाई की हत्या कर दी।

संभल में मानवता को शर्मसार करने वाली एक के बाद एक घटनाएं सामने आ रही हैं। शुक्रवार को भी पुलिस ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है। ग्रामीण ने कर्ज से परेशान होकर अपने लकवाग्रस्त सगे भाई की हत्या कर दी और इसे सड़क हादसा बताकर बीमा क्लेम के जरिए 95 लाख रुपये हड़पने की साजिश रच डाली। इस खौफनाक योजना में उसका साथ एक वकील और डाककर्मी ने दिया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई और एएसपी दक्षिणी अनुकृति शर्मा ने शुक्रवार को एएसपी उत्तरी डॉ. श्रीश्चंद्र के कार्यालय पर शुक्रवार को फर्जी बीमा गिरोह के एक और मामले का खुलासा किया है। एसपी ने बताया कि बदायूं जिले में इस्लामनगर थानांतर्गत बमनपुरी निवासी नवीन ने साढ़े चार लाख रुपये का गोल्ड लोन ले रखा था। ऐसे में वह कर्ज में डूब गया था। इस्लामनर निवासी वकील अखिलेश जोकि बीमा भी कराता था। डाककर्मी राजू ने नवीन को बताया कि वह अपने लकवाग्र्रस्त भाई संजय का बीमा करा दे और फिर उसकी हत्या कर दे लेकिन हत्या हादसा लगनी चाहिए। उसके बाद क्लेम की धनराशि उसे दिला देंगे। झांसे में आकर संजय ने टाटा एआईजी, एसबीआई जनरल, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड सहित कुल 95 लाख की पॉलिसियां कराई थीं।
20 जून को इलाज कराने के बहाने ई-रिक्शा में बैठाकर इस्लामनगर-बहजोई मार्ग पर ले गया। मऊ गांव के पास सुनसान सड़क देख उसने धक्का देकर भाई को सड़क पर फेंक दिया। जिससे वह लहूलुहान हो गया। नवीन ने ई-रिक्शा चालक को धमकाकर भगा दिया और सड़क में सिर पटककर हत्या कर दी। फिर वहां से दूर खड़ा हो गया, मौके पर लोगों की भीड़ जुटने पर पहुंचा और एम्बुलेंस से भाई को बहजोई सीएचसी लेकर पहुंचा। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित किया। नवीन ने बहजोई थाने में हादसे की रिपोर्ट दर्ज करा दी। सबूत नहीं मिलने पर पुलिस ने एफआर लगा दी।
बीमा कंपनी को शक होने पर पुलिस से की थी शिकायत
नवीन ने कुल 95 लाख की बीमा पॉलिसियां संजय के नाम पर कराई थीं, सभी में नॉमिनी वह खुद था। 15 नवंबर 2023, 21 मई 2024 को पॉलिसी कराई गई थीं। टाटा एआईजी के इंवेस्टीगेटर को हादसा हत्या किए जाने का शक होने पर पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने जांच पड़ताल की तो सामने आया कि संजय का पत्नी से तलाक हो गया था और वह भाई नवीन के साथ रहता था। कुछ समय पहले वह लकवाग्रस्त हो गया था। ऐसे में नवीन भाई संजय से परेशान था। पुलिस ने नवीन से पूछताछ तो उसने कबूला कि वह आर्थिक तंगी और कर्ज के कारण परेशान था। दोस्त अखिलेश व राजू की सलाह पर उसने संजय के नाम पर बीमा पॉलिसियां कराईं और बाद में हत्या की योजना बनाई।