सायरन बजते ही बंद हो जाएगी ट्रेन की लाइट, भारत-पाक सीज फायर के बावजूद जारी हुआ अलर्ट
अब सायरन बजते ही चलती ट्रेनों की लाइटें बंद हो जाएंगी। भारत-पाकिस्तान के बीच सीज फायर के बावजूद सतर्कता बरती जा रही है। देश के विभिन्न राज्यों और कानपुर से होकर गुजरात, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर को जाने वाली ट्रेनों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।

भारत-पाकिस्तान के बीच सीज फायर के बावजूद सतर्कता बरती जा रही है। देश के विभिन्न राज्यों और कानपुर से होकर गुजरात, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर को जाने वाली ट्रेनों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। अब सायरन बजते ही चलती ट्रेनों की लाइटें बंद हो जाएंगी। प्रमुख मुख्य विद्युत अभियंता एसके गुप्त की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि सीमावर्ती स्टेशनों की ओर जाने वाली ट्रेनों के लोको पायलट, सहायक लोको पायलट को अगर रास्ते के स्टेशनों और कहीं भी आकस्मिक सायरन सुनाई देता है तो न सिर्फ सतर्क हो जाएं, बल्कि ट्रेन की हेड लाइट के साथ-साथ कोचों की भी बिजली सप्लाई तत्काल बंद कर दें। इसके बाद सिग्नल सिस्टम के अनुपालन और तय कॉशन से ही ट्रेन का संचालन करें। यह स्थिति ब्लैक आउट होने या फिर अचानक सायरन बजने पर ही प्रभावी होगी।
सेंट्रल से ऐसे रूटों पर 70 से अधिक ट्रेनें आती-जातीं
कानपुर सेंट्रल स्टेशन से बर्फानी, उधना एक्सप्रेस के अलावा दूसरे स्टेशनों से चलकर जोधपुर-हावड़ा, बाडमेर एक्सप्रेस, श्रीगंगानगर, राजकोट, अहमदाबाद, कालका मेल, ऊंचाहार, अमृतसर बरौनी, उधमपुर एक्सप्रेस सहित सीमावर्ती में तनाव वाले स्टेशन के पास स्टेशनों पर 70 से अधिक ट्रेनें आती-जाती हैं।
इन्हीं ट्रेनों के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट को अग्रिम आदेश तक अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं।
गार्ड और पेट्रोलिंग टीम से रहेंगे कनेक्ट
लोको पायलट और सहायक लोको पायलट संवेदनशील इलाकों से निकलते समय गार्ड और वहां की ट्रैक पेट्रोलिंग टीम से कनेक्ट रहेंगे। इसके पीछे मंशा है कि ट्रैक पेट्रोलिंग टीम को कुछ आशंका होगी तो तत्काल सूचना दी जाएगी।
सूझबूझ से परिस्थितियां देख करें संचालन
लोको पायलट को जारी निर्देश के तहत यह भी कहा गया है कि चालक और सहायक चालक हर तरह की परिस्थितियों पर बारीकी से निगाह रखें और परिस्थितिजन्य फैसले लेते हुए सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए ट्रेन संचालन करें।