पाकिस्तानी गोलाबारी में मुजफ्फरनगर के ताऊ और भतीजी की मौत, राजौरी में सोते वक्त हुआ हमला
जम्मू कश्मीर के राजौरी में हुए पाकिस्तानी गोलीबारी में मुजफ्फरनगर के ताऊ व भतीजी की मौत हो गई। पिछले करीब 15 साल से अधिक समय से वह जम्मू कश्मीर में रह रहे थे।

पिछले करीब 15 साल से अधिक समय से जम्मू कश्मीर के राजौरी में रह रहे मुजफ्फरनगर जिले के रहने वाले ताऊ व डेढ़ वर्षीय भतीजी की पाकिस्तानी गोलीबारी में मौत हो गई। इस घटना से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। ग्राम प्रधान ने बताया कि मृतक के परिजन शव को लेकर मुजफ्फरनगर के लिए रवाना हो गए हैं।
जानकारी के अनुसार ककरौली थाना क्षेत्र के ग्राम खाईखेड़ा के रहने वाले साहिद के चार बेटे पिछले 15 साल से अधिक समय से जम्मू कश्मीर में रह रहे हैं। कोई पेंटर का तो कोई नाई का काम करता था। 32 साल का साहिब नाई का काम करता था। बताया जाता है कि शनिवार की सुबह पांच बजे पाकिस्तान की तरफ से राजौरी में गोलीबारी की गई। उस दौरान साहिब और उसकी भतीजी चारपाई पर सो रहे थे। गोलीबारी की वजह से दोनों की मौत हो गई। ग्राम प्रधान शहजाद ने खाईखेड़ा के साहिब, तौहीद, वाजिद और आसिफ पिछले करीब 15 साल से राजौरी में रहकर डेंटिंग-पेंटिंग व नाई का काम करते हैं। परिवार के अन्य लोग दोनों का शव लेकर मुजफ्फरनगर के लिए रवाना हो गए हैं। प्रधान ने बताया कि साहिब भी शादीशुदा है।
पाकिस्तानी गोलाबारी में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्र शासित प्रदेश में पाकिस्तानी गोलाबारी में जान गंवाने वालों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की शनिवार को घोषणा की।भारतीय सशस्त्र बलों ने पिछले महीने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में सात मई को सीमा के पार नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया था, जिसके बाद पिछले चार दिन में पुंछ, राजौरी, जम्मू और बारामुला सेक्टरों में पड़ोसी देश की गोलाबारी में एक अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त और 19 ग्रामीणों की मौत हो गई।