बोले उन्नाव : यहां रहते जिलेभर के अफसर पर समस्याएं मिलेंगी दर-दर
Unnao News - सिविल लाइंस, जो शहर का सबसे पॉश एरिया है, में अव्यवस्थाओं की भरमार है। बारिश में जलभराव, खस्ताहाल सड़कों और सफाई की कमी से लोग परेशान हैं। स्थानीय निवासियों ने अधिकारियों को कई बार शिकायत की है, लेकिन...
शहर में सिविल लाइंस की गिनती सबसे पॉश एरिया में होती है। जिले के आला अधिकारियों से लेकर बड़े सफेदपोश भी यहीं रहते हैं। इसके बावजूद यहां समस्याओं की भरमार है। यहां फैली अव्यवस्थाएं ग्रामीण क्षेत्रों की याद दिला देती हैं। न तो आवागमन के लिए दुरुस्त सड़क है और न ही जल निकासी की समुचित व्यवस्था। जरा सी बारिश में डीएम आवास, पीडब्ल्यूडी निरीक्षण भवन, कार्यालय, एसपी दफ्तर, सिंचाई विभाग कार्यालय, पीडब्ल्यूडी निरीक्षण भवन और कार्यालय से लेकर महिला थाने तक घुटनों तक पानी भर जाता है। शासन ने जल निकासी के लिए नाला तो बनवाया, लेकिन कई जगहों पर नाला सड़क से कई फिट ऊंचा है। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान' से यहां लोगों ने अपनी पीड़ा साझा की। सभी ने एकसुर में कहा कि वीआईपी वार्ड को मूलभूत सुविधाएं ही दिला दीजिए।
सिविल लाइंस मध्य मोहल्ले के लोग कई तरह की परेशानियों के बीच घिरे हैं। लोगों का कहना है कि मरम्मत के अभाव में वार्ड की सड़कें बेहद खस्ताहाल हो गई हैं। पश्चिम खेड़ा में भी अमृत योजना के तहत डाली जा रही पाइपलाइन से सड़क क्षतिग्रस्त हो गई हैं। सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं, जो वाहन चालकों को चुटहिल कर रहे हैं। गड्ढों से निकली गिट्टी और बजरी वाहनों के टायरों से उछलकर पैदल जाने वाले लोगों को भी घायल कर रही है। वहीं, सफाई कर्मियों की लापरवाही से नालियां कचरे से पटी हैं। इससे संक्रामक रोग फैलने का खतरा बना हुआ है।
मोहल्ले में रहने वाले राकेश और अजीत के मुताबिक, वार्ड में सबसे बड़ी समस्या खस्ताहाल सड़कें और जलभराव की है। जलनिकासी की व्यवस्था न होने से बारिश के दिनों में सड़कों पर पानी भर जाता है। ऐसे में स्कूली बच्चों और पैदल आवागमन करने वाले लोग गंदे पानी के बीच से होकर गुजरते हैं। वहीं, सड़कों की मरम्मत कराने के लिए कई बार पालिका के अधिकारियों को पत्र भेजा जा चुका है। इसके बावजूद अब तक कोई काम शुरू नहीं हुआ है। यहां रहने वाले मनोज और ऋषि का कहना है कि यहां अधिकारी रहते हैं। इसके बावजूद वार्ड से मूलभूत सुविधाएं नदारद हैं। कुछ साल पहले नगर पालिका ने बिजली के पोलों पर स्ट्रीट लाइटें तो लगवा दीं, लेकिन इनकी देखरेख नहीं की। इस अभाव में अधिकांश स्ट्रीट लाइटें या तो टूट गई हैं या उन्होंने काम करना बंद कर दिया। सपा कार्यालय से लेकर एसपी आवास के बीच रात का अंधेरा होते ही अराजकतत्वों का जमावड़ा लगने लगता है। यहां कई बार महिलाओं और राहगीरों से अभद्रता भी हो चुकी है। इसके बावजूद अब तक बिजली के पोलों पर स्ट्रीट लाइटें नहीं लग सकी हैं। मोहल्ला निवासी शिवम और मयंक के अनुसार, वार्ड में सफाई व्यवस्था भी एक बड़ा मुद्दा है। नगर पालिका प्रशासन ने मोहल्ले की सफाई के लिए जिन कर्मियों की तैनाती की है, वह अब मनमाने हो गए हैं। कुछ विशेष जगहों या अधिकारियों के आवास के पास ही सफाई की जाती है। गलियों में कचरे के ढेर जमा रहते हैं।
सुझाव
1. पश्चिम खेड़ा और पूरब खेड़ा में विकास की जरूरत है। यहां सड़क, बिजली, पानी की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।
2. 58 इंडियामार्का में से 35 खराब पड़े हैं। इन्हें दुरुस्त करने के लिए पालिका से स्पेशल बजट मुहैया कराया जाए।
3. करीब 1433 गृह स्वामी जल और गृह दोनों कर देते हैं। इन्हें मूलभूत सुविधाएं दी जाएं।
4. जलभराव की समस्या से निजात के लिए सिटी जेल ड्रेन की सफाई हर तीन माह में अवश्य करानी चाहिए।
5. नाले के किनारे जाने वाली कई सड़के क्षतग्रिस्त हैं। इन्हें नए सिरे से बनवाना चाहिए।
शिकायतें
1. हल्की बारिश में ही सिविल लाइंस, पीडब्ल्यूडी के पीछे वाले इलाके में जलभराव हो जाता है।
2. नियमित सफाई तो शुरू हुई है पर नालों पर अतिक्रमण की वजह से निकासी व्यवस्था धड़ाम है।
3. अमृत योजना के तहत खोदी गई सड़कें ढाई साल बाद भी नहीं बन पाई हैं। सिर्फ इन्हें दुरुस्त करवाने का आश्वासन मिला है।
4. जलनिकासी के प्रबंध, सीवरेज व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए जिम्मेदार लोग प्रयास नहीं
करते हैं।
5. वीवीआईपी मोहल्ला होने के बावजूद यहां विकास सिर्फ कागजों पर चल रहा है।
बोले बाशिंदे
यहां जज कॉलोनी, डीएम और पुलिस कप्तान का आवास है। फिर भी जलभराव से जूझना पड़ता है।
- विक्की गुप्ता
शिकायतों के बावजूद मिश्रा कॉलोनी, नई बस्ती की खराब सड़क अब तक नहीं बन पाई है। निकलना दूभर है। -श्याम बाबू
पालिका कर्मियों की मनमानी से स्वच्छता नदारद है। इस व्यवस्था को बेहतर करने की जरूरत है।
-संजय कुमार
अमृत योजना के तहत जल तो मिला नहीं पर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं। इंडिया मार्का हैंडपंप को भी दुरुस्त नहीं हो रहे हैं। रोहित
वार्ड में कूड़ा उठान नियमित नहीं होता है। कर्मियों के कूड़ा फेंकने का कोई स्थायी ठिकाना भी नहीं है।
-कमला गौरव
बोले जिम्मेदार
समस्याओं से जल्द निजात दिलाएंगे
सिविल लाइंस मध्य की हालत अब पहले से बेहतर हुई है। बीते डेढ़ सालों में काफी सुधार हुआ है। अब नगर पालिका कर्मचारी रोजाना वार्ड पहुंचते हैं। जिन जगहों पर गड़बड़ी की शिकायत आ रही है, वहां कार्रवाई की जाएगी। वार्ड वासियों को अन्य समस्याओं से भी जल्द छुटकारा दिलाया जाएगा।
-श्वेता भानू मिश्रा, अध्यक्ष- नगर पालिका परिषद उन्नाव
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