बेटी की मौत से घबराकर पिता ने खेत में जला दी लाश, हॉरर किलिंग या आत्महत्या में फंसा मामला
- आगरा में आंवलखेड़ा के गांव गढ़ी व के गांव गढ़ी ढहर में पिता ने बेटी की हत्या कर शव को जला दिया है। शुक्रवार की सुबह यह सूचना पुलिस को मिली। पुलिस मौके पर पहुंची। घर के पास ही खेत में शव की राख मिली। पुलिस ने पिता को हिरासत में लिया।

आगरा में आंवलखेड़ा के गांव गढ़ी व के गांव गढ़ी ढहर में पिता ने बेटी की हत्या कर शव को जला दिया है। शुक्रवार की सुबह यह सूचना पुलिस को मिली। पुलिस मौके पर पहुंची। घर के पास ही खेत में शव की राख मिली। पुलिस ने पिता को हिरासत में लिया। युवती के सात वर्षीय भाई से भी पूछताछ हुई। पिता और भाई से बातचीत के बाद पुलिस मामले को खुदकुशी का बता रही है। फिलहाल इस मामले में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है।
एसीपी एत्मादपुर पियूष कांत राय ने बताया कि 112 नंबर पर युवती की हत्या की सूचना मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची। जानकारी करने पर पता चला कि 22 वर्षीय क्षमा चौधरी का शव अलसुबह उसके पिता हाकिम सिंह ने जला दिया था। ग्रामीणों ने हॉरर किलिंग की आशंका जताई थी। क्षमा की मां की चार साल पहले मौत हो गई थी। घर में क्षमा के अलावा उसके पिता हाकिम सिंह और सात वर्षीय भाई वंश मौजूद था। पुलिस ने हाकिम सिंह को हिरासत में लिया। उससे पूछताछ की। उसने बताया कि सुबह बेटी का शव फंदे पर लटका मिला। उसने फंदे से उतारा। बेटी ने खुदकुशी कर ली थी।
बेटी की खंदौली निवासी एक युवक से दोस्ती थी। रिश्ते की बात चल रही थी। लड़के वाले दहेज की मांग कर रहे थे। बेटी और उस युवक के बीच में फोन पर कोई बात हुई होगी। बेटी की लाश देखकर वह बुरी तरह घबरा गया। घर से 100 मीटर दूर खेत में शव का अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस ने वंश से बातचीत की। उससे अकेले में यह जाना कि क्या हुआ था। वंश ने पुलिस को बताया कि रात को बहन के साथ कमरे में सोया था। सुबह उठा तो बहन फंदे पर लटक रही थी। वह डर गया। पापा को बुलाया।
पिता-भाई के बयान समान
एसीपी ने बताया कि क्षमा के पिता और भाई से अलग-अलग बातचीत की गई थी। दोनों के बयान एक जैसा था। पुलिस ने उस कमरे को सील किया है, जिसमें पिता ने खुदकुशी की बात बताई। फोरेंसिक टीम को जांच के लिए बुलाया गया था। अभी तक की जांच में पुलिस को हत्या का कोई साक्ष्य नहीं मिला है। प्रथमदृष्टया मामला खुदकुशी का ही लग रहा है।
गांव में छानबीन कर रही पुलिस
एसीपी पियूष कांत राय ने बताया कि गांव की चर्चाओं को सही मानकर हत्या का मुकदमा नहीं लिखा जा सकता। पिता को बेटी की हत्या के आरोप में जेल भेजने के लिए साक्ष्य चाहिए। किसी ग्रामीण ने कुछ देखा है तो सामने आए। पुलिस को बयान दे। पुलिस मुकदमा लिखेगी। कानूनी कार्रवाई करेगी। शव जल चुका था। पोस्टमार्टम हुआ नहीं। पुलिस की छानबीन जारी है।
क्षमा के मोबाइल से कॉल डिटेल खंगालेंगे
एसीपी ने बताया कि पुलिस ने क्षमा का मोबाइल कब्जे में लिया है। उसकी कॉल डिटेल खंगाली जाएगी। जिस युवक से उसकी दोस्ती थी उससे भी पूछताछ की जाएगी।