पीलीभीत में बाघ की दहशत, चार दिन में ली दो जान, पिंजरा लगाकर पकड़ने को जुटा वन विभाग
यूपी के पीलीभीत में बाघ की दहशत फैल गई है। चतीपुर क्षेत्र में बाघ का वीडियो वायरल होने के बाद से लोगों में बाघ को लेकर दहशत बढ़ी है। वहीं वन विभाग बाघ को पकड़ने की कवायद में लगा है।

यूपी के पीलीभीत में बाघ की दहशत फैल गई है। चतीपुर क्षेत्र में बाघ का वीडियो वायरल होने के बाद से लोगों में बाघ को लेकर दहशत बढ़ी है। वहीं वन विभाग बाघ को पकड़ने की कवायद में लगा है। बाघ को पकड़ने के लिए टीमें जुटी हैं। वन विभाग की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं और पिंजरा लगाकर बाघ को पकड़ने की कवायद चल रही है। बताया जा रहा है कि सेहरामऊ क्षेत्र में चार दिनों में बाघ अब तक दो किसानों की जान ले चुका है।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व समेत क्षेत्र की अन्य टीमों को भी बाघ को पकड़ने के लिए निगरानी और लोकेशन तलाशने के लिए लगाया गया है। जानकारी है कि बाघ गन्ने के खेत में बीते दिवस दौड़ लगाते दिखे चुका है। वन विभाग बाघ की घेराबंदी कर उसको पकने की योजना बना रहा है।
रेंजर का घेराव
सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र में बाघ को लेकर लगातार लापरवाही बरतने के मामले में ग्रामीणों का रेंजर के प्रति अक्रोश थम नहीं रहा है। बुधवार को जब रेंजर गांव में पहुंचे तो ग्रामीण उग्र हो गए। ग्रामीणों के उग्र रूप को देखकर रेंजर मौके से निकल गए। बाघ को पकड़ने के लिए मिली अनुमति के बाद पिंजरा लगा कर टीमें निगरानी में जुटी हुई हैं ताकि सही लोकेशन लेकर अधिकारियों को भेजा जा सके। थाना सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र के गांव दुर्जनपुर और चतीपुर में चार दिनों के भीतर बाघ ने दो किसानों को मौत के घाट उतार दिया था। दोनों की घटनाओं में खुटार सामाजिक वानकी रेंज के रेंजर मनोज श्रीवास्तव मौके पर नहीं पहुंचे थे।
मंगलवार को जब बाघ होने की सूचना पर गांव चतीपुर के पास रेंजर गए तो ग्रामीणों ने उनको घेर लिया था। रेंजर का कहना है कि उनके साथ मारपीट की गई। इससे वह जान बचाकर वहां से भाग गए। हालांकि पुलिस मारपीट की घटना से इंकार कर रही है। देर शाम ही बाघ घटना स्थल से महज सौ मीटर के दायरें में तेजराम के खेत में देखा गया था। वहां पर जाल को लगा दिया गया है।
बुधवार को जबफिर से रेंजर गांव पहुंचे तो ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया। ग्रामीणों ने घेराव किया तो रेंजर वहां से निकल गए। बताया जा रहा है कि रेंजर ने तहरीर दी है। थाना सेहरामऊ उत्तरी के एसएसआई मनोज कुमार ने बताया कि घटनास्थल और बाघ की लोशन वाले स्थान पर पुलिस और वन विभाग की टीम लगी है। रेंजर से मारपीट की घटना नहीं हुई है। रेंजर की तरफ से कोई तहरीर भी नहीं दी गई है।
नहीं मिली बाघ की सटीक लोकेशन
संबंधित चतीपुर क्षेत्र में निगरानी में लगी टीमों को उस वक्त निराशा हुई कि जब हल्की बूंदें गिरी। इससे निगरानी कार्य कुछ देर को प्रभावित हुआ। इस क्षेत्र में बार बार बाघ दिखने और उससे संबंधित वीडियो का शोर होता रहा। पर बाघ की सटीक लोकेशन वन कर्मियों व टीमों को नही मिली।