प्रयागराज में इलाहाबाद हाईकोर्ट के नवनिर्मित बहुमंजिला अधिवक्ता भवन और मल्टी लेवल पार्किंग का उद्घाटन
यूपी के प्रयागराज में इलाहाबाद हाईकोर्ट के नवनिर्मित बहुमंजिला अधिवक्ता भवन और मल्टी लेवल पार्किंग का उद्घाटन भारत के मुख्य न्यायाधीश और सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया।

यूपी के प्रयागराज में इलाहाबाद हाईकोर्ट के नवनिर्मित बहुमंजिला अधिवक्ता भवन और मल्टी लेवल पार्किंग का उद्घाटन भारत के मुख्य न्यायाधीश और सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल सहित सुप्रीम कोर्ट के कई न्यायाधीश शामिल हुए। उद्घाटन समारोह को भव्य और ऐतिहासिक बनाया गया। मुख्य कार्यक्रम 12वीं मंजिल पर बने हॉल में हुआ।
शुक्रवार को हाईकोर्ट में ग्रीष्मावकाश के पूर्व का अंतिम कार्यदिवस था। इसी के बाद तमाम अधिवक्ताओं ने अपने घरों को जाने से पहले नवनिर्मित भवन को देखा और सेल्नेफी ली। 12वीं मंजिल पर सेल्फी प्वाइंट बनाया गया है।
इस मौके पर सीएम योगी ने संबोधित करते हुए कहा कि आज दिन गौरवमयी दिन है। आज अहिल्या माता होल्कर की 300वीं जयंती है। मल्टीलेवल पार्किंग से लोगों को लाभ मिलेगा। मल्टीलेवल पार्किंग तभी सफल होंगे जब कुछ जगह व्यवसायिक उपयोग के लिए हो। मल्टीलेवल पार्किंग के साथ अधिवक्ता चैंबर और कैफेटेरिया की सुविधा है। अधिवक्ताओं के चैंबर वातानुकुलित चैंबर अधिवक्ताओं के गुस्से को शांत करेगा। जो कार्य कर रहे हैं हम लोग जब आए थे उस समय यूपी के दस जनपद ऐसे थे जहां जिला अदालत नहीं था। फूड कोर्ट के साथ पार्किंग की सुविधा भी मिलनी चाहिए। सात जनपदों में न्यायालय के लिए 1700 करोड़ रुपया स्वीकृत किया गया है। इंटीग्रेटेड कोर्ट काम्प्लेक्स में सभी सुविधाएं मिलेगी।
भारत के मुख्य न्यायाधीश भूषण रामकृष्ण गवई ने संबोधन में कहा कि आपरेशन सिंदूर के लिए न्यायिक अधिकारियों का अभिनंदन किया। प्रयागराज पहुंचने पर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। प्रयागराज से पुराना रिश्ता रहा है। कहा कि योगी तो पावरफुल है विक्रमनाथ भी पावरफुल जज हैं। अहिल्याबाई होल्कर की जयंती पर उद्घाटन होना गर्व की बात है। उन्होंने पार्किंग के लिए मिली जगह पर कहा कि जजों के 12 बंगलों को तोड़कर यह पार्किंग बनाई गई है। बंगला छोड़ देना मामूली बात नहीं है। इसके लिए यहां के जजों के प्रति भी आभार जताया। अंबेडकर ने अंतिम ड्राफ्ट सामने रखा तो और जो भाषण दिया वह देश को एक दिशा देने वाला संबोधन था। कहा था कि आज हम वन पर्सन, वन वोट और वन वैल्यू की ओर जा रहे हैं। बाबा साहब ने चेतावनी दी कि जब तक हम देश में आर्थिक असमानता दूर नहीं कर पाएंगे तब तक देश में लोकशाही स्थापित नहीं कर पाएंगे।