धरने के सातवें दिन छात्रों ने की भूख हड़ताल
Varanasi News - वाराणसी के काशी विद्यापीठ में छात्रों ने मेरिट आधारित प्रवेश के खिलाफ एक दिवसीय भूख हड़ताल की। छात्रों का आरोप है कि प्रशासन ने उनकी मांगों को अनदेखा किया है। पिछले वर्षों में कम आवेदनों के कारण यह...

वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। काशी विद्यापीठ में इस सत्र में मेरिट आधारित प्रवेश का विरोध कर रहे छात्रों ने सोमवार को एक दिवसीय भूख हड़ताल की। सात दिनों से धरना दे रहे छात्रों ने हस्ताक्षर अभियान भी शुरू किया। जिसमें सैकड़ों विद्यार्थियों ने निर्णय के खिलाफ अपनी राय दी। सोमवार को पांच छात्र भूख हड़ताल पर बैठे। कहाकि, मांग नहीं मानी गई तो आगे और बड़ा आंदोलन करेंगे। काशी विद्यापीठ में इस साल सत्र नियमित करने की मंशा से मेरिट आधारित प्रवेश का निर्णय लिया गया है। पिछले वर्षों में विद्यापीठ में प्रवेश आवेदनों की संख्या घटी है। 63 पाठ्यक्रमों में कुल 30 या 32 में ही सीटों से दोगुना आवेदन आए और इनमें प्रवेश परीक्षा कराई गई।
शेष पाठ्यक्रमों में पहले भी मेरिट आधारित प्रवेश ही लिए गए हैं। हालांकि 16 अप्रैल को इस निर्णय के बाद छात्रों ने विरोध शुरू किया। छात्रों का आरोप है कि 19 अप्रैल और 30 अप्रैल को दिए गए उनके ज्ञापन की विद्यापीठ प्रशासन ने अनदेखी की और अब सात दिन से धरने पर बैठे छात्रों की बात भी नहीं सुनी जा रही। इसके विरोध में सोमवार को छात्रनेता रवींद्र सिंह पटेल के साथ शिवम यादव, जतिन पटेल, आशीष गोस्वामी और करन प्रजापति ने एक दिवसीय भूख हड़ताल की। कहा कि आने वाले दिनों में वह आंदोलन को और बड़ा स्वरूप देंगे। छात्र प्रवेश परीक्षा के साथ पेड सीट की संख्या पूर्ववत रखने सहित अपनी पांच सूत्री मांगों पर अडिग हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।