गैर मर्दों से चूड़ी पहनना, मेहंदी लगवाना शरीयत के खिलाफ, यूपी उलेमा ने याद दिलाया फतवा
- यूपी के देवबंदी उलेमा कारी इसहाक गोरा का बयान सामने आया है। उन्होंने मुस्लिम महिलाओं के गैर मर्दों से मेहंदी लगवाने और चूड़ियां पहनने को शरीयत के खिलाफ बताया है। उन्होंने पुराने फतवे को याद दिलाया है।

यूपी में जमीयत दावातुल मुस्लिमीन के संरक्षक और देवबंदी उलेमा कारी इसहाक गोरा ने बयान जारी कर मुस्लिम महिलाओं के गैर मर्दों से मेहंदी लगवाने और चूड़ियां पहनने को शरीयत के खिलाफ बताया है। जारी बयान में उन्होंने कहा कि विवाह के सीजन में देखा जा रहा है कि मुस्लिम महिलाएं बड़ी संख्या में बाजार जाकर गैर मर्दों से ना सिर्फ चूड़ियां पहन रही हैं बल्कि उनसे मेहंदी भी लगवा रही हैं। पुराने फतवे का याद दिलाया। उन्होंने कहा कि इस संबंध में दारुल उलूम देवबंद पहले भी फतवा जारी कर चुका है। उनका यह बयान सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है।
जमीयत दावातुल मुस्लिमीन के संरक्षक कारी इस्हॉक गोरा ने कहा कि इस्लाम मजहब में मुस्लिम मर्द को भी यह इजाजत नहीं है कि वह किसी गैर महरम महिला को को छुए। चाहे महिला किसी भी धर्म की ही क्यूं ना हो। उन्होंने ने एक दशक पूर्व दारुल उलूम द्वारा जारी फतवे का हवाला देते हुए कहा कि मुस्लिम महिला का किसी गैर मर्द से चूड़ी पहनना और मेंहदी लगवाने की इस्लाम में मनाही है। उन्होंने मुस्लिम महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि अपनी रवायतों को मजहबी उसूलों से परखकर इस्लामी शिक्षा और फतवों की रोशनी में फैसला लेते हुए इस्लामी तहजीब और अदब को कायम रखें।
शरीयत में दखलअंदाजी न हो: मौलाना शहाबुद्दीन
बरेली। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने एक्स पर भाजपा के एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड यानी यूसीसी मुसलमानों को मंजूर नहीं है। कहा कि शरीयत में दखलअंदाजी न हो ऐसा कानून बनाया जाए। दरअसल, भाजपा ने एक्स पर पोस्ट किया है कि केंद्र सरकार बहुत जल्द यूसीसी कानून बनने पर विचार कर रही है। इसके बाद शहाबुद्दीन ने कहा है कि यूसीसी के लागू होने पर तमाम धर्मों के अनुयायियों को ठेस पहुंचेगी। भारत में सभी धर्मों के लोग रहते हैं, एक कानून नहीं लागू किया जा सकता।